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    UP News: कर्नल के सर्वेंट क्वार्टर में रची गई थी मंत्री नन्दी पर हमले की साजिश, SOG के दारोगा ने कोर्ट में दिया बयान

    Updated: Thu, 20 Mar 2025 12:21 PM (IST)

    प्रदेश सरकार के मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी पर हमले की साजिश पुणे महाराष्ट्र में तैनात एक कर्नल के सर्वेंट क्वार्टर में रची गई थी। फरारी के दौरान आरोपित पूर्व विधायक विजय मिश्रा अपने कर्नल दामाद एके पांडेय के पास पूर्व ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा के साथ पहुंचा था और षड्यंत्र रचा था। अभियोजन की ओर से कोर्ट में पेश किए गए तत्कालीन एसओजी के दारोगा ने यह बयान दिया।

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    प्रदेश सरकार के मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी। जागरण (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। पुणे महाराष्ट्र में तैनात एक कर्नल के सर्वेंट क्वार्टर में प्रदेश सरकार के मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी पर हमले की साजिश रची गई थी। फरारी के दौरान आरोपित पूर्व विधायक विजय मिश्रा अपने कर्नल दामाद एके पांडेय के पास पूर्व ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा के साथ पहुंचा था। इसके बाद मिश्रा बंधुओं ने षड्यंत्र रचा था। अभियोजन की ओर से कोर्ट में पेश किए गए तत्कालीन एसओजी के दारोगा अंजनी कुमार ने यह बयान दिया है।

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    दारोगा ने कोर्ट के सामने कहा कि कर्नल एके पांडेय की तैनाती पुणे महाराष्ट्र में थी। उसे आवासीय सुविधा एनडीए के फ्लैट में मिली थी, जो पुणे खड़कवासला महाराष्ट्र में था। सर्वेंट क्वार्टर पर दिलीप मिश्रा रहता था। दोनों ने वहीं से कर्नल की नौकरानी हनुमत जलके की बहन सुमित्रा जान के नाम से मोबाइल का सिम भी खरीदा था।

    पुणे में राजेश पायलट का भी आना-जाना होता था। अंजनी कुमार मिश्रा ने दावा किया कि विजय और दिलीप किस-किस को फोन करते थे और क्या-क्या बात करते थे, इसको वह समानांतर सुनते थे। अदालत में पेश हुई कर्नल की नौकरानी हनुमत जलके ने फोटो देखकर दिलीप और विजय मिश्रा की पहचान की।

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    उसने यह भी बताया कि इनसे मिलने वाले लोग आते थे। विजय मिश्रा ने वहीं से एक मोबाइल और सिम राजेश पायलट को दिया था, जो बाद में आरोपित केशव पांडेय से पुलिस ने बरामद किया था।

    नन्दी पर जानलेवा हमले की सुनवाई एमपी एमएलए की विशेष न्यायालय डाक्टर दिनेश चंद्र शुक्ल के समक्ष हो रही है। अभियोजन की ओर सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता सुशील वैश्य पक्ष रख रहे हैं।

    हमले की सुनवाई एमपी एमएलए की विशेष न्यायालय में चल रही है। जागरण (सांकेतिक तस्वीर)


    पीडी टंडन रोड पर चल रहे नाइट मार्केट संचालन पर रोक

    धोबी घाट सिविल लाइंस में पीडी टंडन मार्ग पर संचालित हो रही नाइट मार्केट के संचालन पर नगर निगम ने रोक लगा दी है। दुकानदारों को नोटिस देकर 15 दिनों के भीतर उसे हटाने का निर्देश दिया है। नाइट मार्केट के लिए निर्धारित नियम और शर्तों को न पूरा करने पर मार्केट को सस्पेंड किया गया है।

    स्मार्ट सिटी मिशन के तहत पीडी टंडन मार्ग से म्योहाल चौराहा तक खाने-पीने की दुकानें लगी हैं। लगभग डेढ़ वर्ष पहले 4.88 करोड़ में टेंडर दिया गया था। 19 लाख रुपये से अधिक धनराशि निगम के कोष में जमा हुआ। पीडी टंडन मार्ग पर लगने वाली नाइट मार्केट में 90 दुकान का संचालन करने का टेंडर निकाला गया था। ज्यादातर दुकानें अभी तैयार भी नहीं हो पायी हैं।

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    नाइट मार्केट की टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के चंद दिनों में कोर्ट में मामला चला गया। नाइट मार्केट की दुकानों को हटाने के लिए नगर निगम की ओर से ठेकेदार को नोटिस जारी की गई है। मार्केट का संचालन करने वाले संतोष सिंह ने निगम से एक माह का समय मांगा है।

    पार्षद संतोष सिंह ने नगर निगम पर लापरवाही और मनमानी करने का भी आरोप लगाया है। बताया कि टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के तुरंत बाद हाई कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल हो गई, जिससे पूरी दुकान नहीं तैयार हो पाई। नगर निगम ने भी हमें पजेशन भी नहीं दिया। हमें लाखों रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है।

    अपर नगर आयुक्त दीपेंद्र यादव ने बताया कि नाइट मार्केट के संचालन में निर्धारित की गई नियम और शर्तों को पूरा न करने के कारण नाइट मार्केट को सस्पेंड किया गया है। नए आदेश आने तक संचालन नहीं होगा। ठेकेदार को दुकानों को हटाने का नोटिस दिया गया है।

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