Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Mahakumbh 2025: मौनी अमावस्या पर रेलवे का भीड़ प्रबंधन आया काम, तीन दिन में चलाई गईं रिकॉर्ड 1009 ट्रेनें

    Updated: Sat, 01 Feb 2025 07:34 AM (IST)

    महाकुंभ 2025 में रेलवे के भीड़ प्रबंधन की सराहना हो रही है। मौनी अमावस्या पर तीन दिनों में 1009 ट्रेनें चलाई गईं जिससे 24.73 लाख यात्रियों ने यात्रा की। प्रयागराज जंक्शन से सर्वाधिक ट्रेनों का संचालन हुआ। नया गंगा रेल पुल भीड़ प्रबंधन में गेम चेंजर साबित हुआ। इस बार मौनी अमावस्या पर कुंभ 2019 की तुलना में चार गुना अधिक विशेष ट्रेनें चलाई गईं।

    Hero Image
    28 से 30 जनवरी तक लगातार ट्रेनों का हुआ संचालन

    जागरण संवाददाता, महाकुंभ नगर। महाकुंभ में रेलवे का भीड़ प्रबंधन काम आया। मौनी अमावस्या पर तीन दिनों में 1009 ट्रेनें चलाई गईं। इससे 24.73 लाख यात्रियों का आवागमन हुआ। सर्वाधिक ट्रेनों का संचालन प्रयागराज जंक्शन से हुआ। इसके अलावा उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के नैनी, छिवकी, सूबेदारंगज, उत्तर रेलवे (एनआर) के प्रयाग, फाफामऊ और पूर्वोत्तर रेलवे (एनईआर) के रामबाग और झूंसी स्टेशनों से भी मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शनिवार को अधिकृत आंकड़ा जारी किया गया। इसके अनुसार 28 जनवरी को 284, 29 को 387 और 30 जनवरी को 338 ट्रेनों का संचालन हुआ।

    727 दैनिक ट्रेनों का किया गया संचालन

    उत्तर मध्य रेलवे ने 317 स्पेशल व 410 दैनिक ट्रेनों का संचालन किया यानी 727 ट्रेनें चलाईं। कुल 16.78 लाख यात्रियों की यात्रा सुगम की। उत्तर रेलवे ने 62 विशेष व 79 दैनिक ट्रेनों का संचालन किया। कुल 141 ट्रेन चलाईं और 3.27 लाख यात्रियों की राह आसान बनाई। पूर्वोत्तर रेलवे ने 109 दैनिक व 32 विशेष ट्रेनों का संचालन किया। कुल 141 ट्रेनें चलाई गईं।

    एनसीआर के पीआरओ अमित कुमार सिंह ने बताया कि इस बार मौनी अमावस्या पर हमने अपनी रणनीति आन डिमांड की जगह हर समय एक ट्रेन एक दिशा के लिए प्लेटफार्म पर तैयार रखी। पांच दिशाओं के लिए प्रयागराज जंक्शन पर 24 घंटे ट्रेनें रहीं। यात्रियों को सीधे आश्रय स्थल से लाकर ट्रेन में बैठाया और आगे भेजा गया। आगे भी इसी रणनीति पर काम करेंगे।

    गेम चेंजर बना नया रेलवे पुल

    गंगा पर नया रेल पुल गेमचेंजर रहा। झूंसी और प्रयागराज रामबाग स्टेशन से हर 25 मिनट पर ट्रेनें चलीं और यात्री अपने गंतव्य तक पहुंचे। सभी विशेष ट्रेनों में दोनों ओर यानी डबल हेडेड इंजन इंजन थे। इससे ट्रेनें प्लेटफार्म पर आईं और फिर बिना इंजन बदले वापस रवाना कर दिया गया।

    मौनी अमावस्या पर चलाई गईं 39 स्पेशल ट्रेने

    वाराणसी मंडल के पीआरओ अशोक कुमार सिंह ने बताया कि कुंभ 2019 की तुलना में चार गुना अधिक विशेष ट्रेनें हमने चलाईं। तब 36 विशेष ट्रेनें चली थी इस बार अकेले मौनी अमावस्या पर ही 39 विशेष ट्रेनों का संचालन हो गया। गोरखपुर, भटनी, बलिया, छपरा, मऊ, बनारस, वाराणसी सिटी, गाजीपुर सिटी और औंड़िहार के लिए ट्रेनें चलाई गईं।

    इसे भी पढ़ें: न्यायिक आयोग ने शुरू की भगदड़ की जांच, घटनास्थल का किया निरीक्षण; अफसरों से किए ये छह बड़े सवाल

    इसे भी पढ़ें: भगदड़ के बाद महाकुंभ मेला पहुंचे एडीजी कानून-व्यवस्था, भीड़ को संभालने के लिए एसटीएफ को मैदान में उतारा