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    Maha Kumbh में 43 दिन चलेगा संगीत-नृत्य और आध्यात्मिक चित्र प्रदर्शनी का कार्यक्रम, यहां देखें डे-टू-डे शेड्यूल

    Maha Kumbh 2025 | महाकुंभ के अवसर पर मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज के संगम तट पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस सांस्कृतिक उत्सव में शास्त्रीय उपशास्त्रीय लोक और जनजातीय गायन-वादन नृत्य भक्ति संगीत लीला नाट्य और आध्यात्मिक चित्र प्रदर्शनियों का आयोजन होगा। बता दें कि 13 जनवरी यानी कल से महाकुंभ की शुरुआत हो रही है।

    By mritunjay mishra Edited By: Sakshi Gupta Updated: Sun, 12 Jan 2025 11:06 PM (IST)
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    Maha Kumbh 2025 | महाकुंभ में 43 दिन चलेगा संगीत-नृत्य का कार्यक्रम। (तस्वीर जागरण)

    जागरण संवाददाता, महाकुंभनगर। Maha Kumbh 2025 |  महाकुंभ के अवसर पर मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में संगम तट पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इस सांस्कृतिक उत्सव में शास्त्रीय, उपशास्त्रीय, लोक और जनजातीय गायन-वादन, नृत्य, भक्ति संगीत, लीला नाट्य और आध्यात्मिक चित्र प्रदर्शनियों का आयोजन होगा।

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    साथ-साथ भारत के आध्यात्मिक वैभव को प्रदर्शित करने वाली बहुआयामी चित्र प्रदर्शनियां आकर्षण का केंद्र होंगी।  डॉ. कृष्णानंद पांडेय ने बताया कि ग्वालियर की गीतांजलि गिरवाल द्वारा ‘भक्ति शबरी’ पर आधारित लीला नाट्य की प्रस्तुति होगी। अगले दो दिनों में भक्ति संगीत, लांगुरिया गायन और जनजातीय गुदुमबाजा नृत्य जैसे कार्यक्रम आयोजित होंगे।

    ये है कार्यक्रमों का वर्णन

    14 और 15 जनवरी को भक्ति संगीत, लांगुरिया गायन, जनजातीय गुदुमबाजा नृत्य, मटकी नृत्य एवं भक्तिगीत शबरी पर आधारित लीला नाट्य का प्रदर्शन होगा। 16 से 18 जनवरी तक आल्हा गायन, भील जनजातीय नृत्य भगौरिया और निषादराज गुह्य पर आधारित लीलानाट्य प्रस्तुति होगी।

    19 से 21 जनवरी तक भक्ति गायन, बघेली भजन, नौरता नृत्य, सैला नृत्य, हनुमानलीला नाट्य की और 22 से 24 जनवरी तक बुंदेली भजन, घोड़ा पैठाई नृत्य, बरेदी नृत्य, उपशास्त्रीय संगीत पंचनाद का आयोजन होगा। 25 से 27 जनवरी तक सुलेखाभट्ट का भक्ति संगीत, बुंदेली भक्ति संगीत, भारिया जनजाति का भड़न नृत्य, हरदा का काठी नृत्य, ठाठ्या नृत्य, कथक समूह नृत्य होगा।

    31 जनवरी से दो फरवरी तक भक्ति गायन, मालवी गायन, मलखंभ, कोरकू जनजाति का थापटी नृत्य और गुरुदक्षिणा लीला नाट्य प्रस्तुति होगी। 13 से 19 जनवरी तक प्रभु श्रीराम के 36 गुणों पर आधारित प्रदर्शनी तथा नौ से 14 फरवरी तक गोपाल श्रीकृष्ण के चरित आधारित कार्यक्रम होगा। इसी तरह 12 से 26 फरवरी तक मध्य प्रदेश के लोक एवं जनजातीय गायन-वादन एवं नृत्य कार्यक्रम होंगे।

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    Maha Kumbh 2025 में सुरक्षा के कड़े इंतजाम

    Maha Kumbh Mela 2025 महाकुंभ को लेकर रविवार सुबह से जिले में सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए व्यापक प्रबंध किए हैं। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए जनपद की सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी गई है। वाहनों की जांच-पड़ताल के बाद ही प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी की जा रही है।