Maha Kumbh 2025: अब तक इतने श्रद्धालु आ चुके महाकुंभ, गिनती सुनकर उड़ जाएंगे होश
महाकुंभ 2025 में अब तक 10.23 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं जो 2019 की तुलना में दोगुना है। मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी के स्नान पर्व शेष हैं जहां बड़ी भीड़ जुटने का अनुमान है। गुरुवार तक 30 लाख श्रद्धालु स्नान कर चुके थे। विविध संस्कृतियों के साथ लोग संगम स्नान कर एकता का संदेश दे रहे हैं।
जागरण संवाददाता, महाकुंभ नगर। मानवता के सबसे बड़ा समागम महाकुंभ की आभा दुनिया भर में बिखर चुकी है। यहां चारों दिशाओं से लोगों के आने का प्रवाह बना हुआ है। यहां का वैभव देखने के लिए पिछले अब तक 10 करोड़ 23 लाख से अधिक लोग आ चुके हैं और आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ने के आसार हैं।
पिछले कुंभ 2019 में इस अवधि तक लगभग पांच करोड़ 10 लाख श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई थी। इस हिसाब से इस बार दोगुना से ज्यादा श्रद्धालु आ चुके हैं। अभी दो अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी का स्नान शेष है। सिर्फ मौनी अमावस्या पर ही लगभग आठ करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।
गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम में श्रद्धा और आस्था से ओत-प्रोत साधु-संतों, श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और गृहस्थों के स्नान ने नया रिकार्ड स्थापित किया है। गुरुवार दोपहर 12 बजे का आंकड़ा जारी होते ही स्नानार्थियों की संख्या 10 करोड़ पार कर गई।
पावन संगम की रेती पर बसे अस्थायी महानगर में वैसे तो 50 लाख से ज्यादा श्रद्धालु हर दिन पहुंच रहे हैं मगर अमृत स्नान पर्वों पर संख्या बढ़ जाती है। स्नान पर्व पर यह संख्या करोड़ों में पहुंच रही है। योगी सरकार का अनुमान है कि इस बार महाकुंभ में 45 करोड़ लोगों से ज्यादा लोग आने वाले हैं।
पिछले कुंभ में पौष पूर्णिमा स्नान पर्व पर लगभग 80 लाख श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई थी और अमृत स्नान पर्व मकर संक्रांति पर लगभग डेढ़ करोड़ लोगों ने स्नान किया था। इस बार सर्वाधिक 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान किया था, जबकि पौष पूर्णिमा के स्नान पर्व पर 1.7 करोड़ से ज्यादा लोगों ने पावन डुबकी लगाई थी।
विविध संस्कृतियों की झलक
तीर्थराज में श्रद्धालुओं-स्नानार्थियों के उत्साह में कोई कमी नहीं दिख रही है। पूरे देश और दुनिया से पवित्र त्रिवेणी में आस्था के साथ डुबकी लगाकर पुण्य प्राप्त करने के लिए श्रद्धालु प्रतिदिन लाखों की संख्या में प्रयागराज पहुंच रहे हैं। गुरुवार को ही दोपहर 12 बजे तक 30 लाख लोगों ने त्रिवेणी संगम में स्नान कर लिया। इसमें 10 लाख कल्पवासियों के साथ-साथ देश विदेश से आए श्रद्धालु एवं साधु-संत शामिल रहे।
पूरे महाकुंभ मेला क्षेत्र में भक्तों का तांता लगा रहा। देश के विभिन्न प्रांतों और विश्व के अनेक देशों से आए श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में स्नान किया। संगम तट पर इस समय पूरे देश की विविध संस्कृतियों की झलक देखने को मिल रही है। ऊंच नीच, जात-पात, पंथ से ऊपर उठकर लोग संगम स्नान कर एकता के महाकुंभ के संकल्प को साकार कर रहे हैं।
करोड़ों की भीड़ के बावजूद शहरी जीवन सुचारु
महाकुंभ में जहां एक ओर करोड़ों लोगों की भीड़ संगम स्नान के लिए पहुंच रही है तो वहीं प्रयागराज शहर का आम जनजीवन प्रतिदिन की तरह सुचारू रूप से चल रहा है। स्नानार्थियों का किसी तरह का कोई दबाव शहरी जीवन पर नहीं पड़ रहा है। जिला पुलिस और प्रशासन ने सिर्फ प्रमुख स्नान पर्वों के दिन कुछ बंदिशें लगाई हैं, जबकि बाकी दिन स्कूल, आफिस, कारोबार अपनी गति से आगे बढ़ रहा है।
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