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    Maha Kumbh 2025: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लगाई पुण्य की डुबकी, किया 'गंगा मैय्या' का जयघोष

    Updated: Sat, 18 Jan 2025 01:43 PM (IST)

    Maha Kumbh 2025 रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को पवित्र त्रिवेणी में पुण्य की डुबकी लगाई। दोपहर 12 बजे प्रयागराज पहुंचे रक्षामंत्री रात्रि प्रवास सर्किट हाउस में करेंगे। दो दिनों के दौरान वह कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे। श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने एयरपोर्ट पर रक्षा मंत्री का प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर स्वागत किया।

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    Maha Kumbh 2025: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लगाई पुण्य की डुबकी. Jagran

    जागरण संवाददाता, महाकुंभ नगर। Maha Kumbh 2025: तीर्थराज में पावन संगम के तट पर सनातन संस्कृति के महापर्व महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। महाकुंभ के महासम्मेलन में भाग लेने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को प्रयागराज पहुंचे। रक्षा मंत्री ने सबसे पहले गंगा, यमुना व अदृश्य सरस्वती की पवित्र त्रिवेणी में पुण्य की डुबकी लगाई। उन्होंने सनातन की जय, गंगा मैय्या की जय का उद्घोष किया।

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    उन्होंने संगम तट से अक्षयवट, पातालपुरी और बड़े हनुमानजी का दर्शन किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने महाकुंभ की व्यवस्थाएं भी देखीं। उनके साथ राज्य सभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने भी संगम में स्नान किया। मंत्रोच्चार के बीच उन्होंने गंगा जल का आचमन कर भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया।

    "मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं"

    रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं कि प्रयागराज, संगम में स्नान किया। यह भारतीयता का आध्यात्मिक व सांस्कृतिक महापर्व है। किसी पंथ, समुदाय या धर्म के साथ इसे जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। किसी को यदि भारत और भारतीयता को समझना है तो आकर महाकुंभ को देखे...।

    रक्षा मंत्री अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दोपहर में लगभग एक बजे बमरौली हवाई अड्डे पहुंचे। वहां से हेलीकाप्टर से डीपीएस मैदान स्थित हेलीपैड पहुंचे। नैनी के अरैल घाट से जेटी के जरिए संगम पहुंच कर स्नान किया। संगम से वीआइपी घाट पर उतर कर अक्षयवट कारिडोर में प्रयागराज के छत्र अक्षयवट का दर्शन पूजन किया। इसके बाद उन्होंने पातालपुरी मंदिर और सरस्वती कूप का भी दर्शन किया।

    वहां से निकल कर बड़े हनुमान जी का दर्शन कर मंदिर में विशेष पूजन अर्चन किया। मंदिर के पुजारी बलवीर गिरि महाकुंभ के लिए की गई व्यवस्था के बारे में पूछा। मंदिर में दर्शन पूजन कर रक्षा मंत्री मेला का भ्रमण करते हुए सर्किट हाउस की ओर रवाना हुए। वह शनिवार सर्किट हाउस में प्रवास कर रविवार दोपहर दिल्ली लौट जाएंगे।

    आतंकी हमले की धमकी पर सुरक्षा प्रबंधों की ली जानकारी

    महाकुंभ में आतंकी हमले की धमकी और बम मिलने की अफवाह के मुताबिक किए गए सुरक्षा प्रबंधों की रक्षा मंत्री ने उच्चाधिकारियों से जानकारी भी ली। इस बाबत पुलिस व प्रशासन के साथ ही सैन्य अफसरों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

    सुबह से शाम तक संगम पर 29 लाख लोगों ने लगाई डुबकी

    संगम और गंगा नदी के अन्य घाटों पर आस्था की डुबकी लगाने वालों की भीड़ लगी है। महाकुंभ का पहला अमृत स्नान मकर संक्रांति बीत चुका है, लेकिन डुबकी लगाने वालों की भीड़ अब भी उत्साह में है। शुक्रवार को 29 लाख 10 हजार लोगों ने स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित किया। इसमें 10 लाख कल्पवासी रहे।

    संगम, रामघाट, वीआइपी घाट, सेक्टर 17, 18, 19 के गंगा घाटों व अन्य स्थान पर आस्था की डुबकी सुबह से शाम तक लगती रही। दोपहर में मौसम साफ रहा, इसलिए संगम पर और भी ज्यादा भीड़ जुटी। मेला प्रशासन से मिली सूचना के अनुसार 10 लाख कल्पवासियों, 19 लाख 10 हजार अन्य श्रद्धालुओं ने स्नान किया। इससे महाकुंभ की शुरुआत से अब तक स्नान करने वालों का आंकड़ा सात करोड़ को पार कर गया है।

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    आज से नैनी, झूंसी मार्ग पर लागू होगा डायवर्जन

    शहर में यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए यातायात पुलिस ने रूट डायवर्जन तैयार किया है। शनिवार से महाकुंभ मेला अवधि के लिए (विशेष पर्व छोड़कर) नैनी, बैरहना समेत संगम के आसपास के क्षेत्र में रूट डायवर्ट रहेगा। यह आदेश अपर पुलिस उपायुक्त ने जारी किया है।

    शहर क्षेत्र से नैनी की ओर जाने वाले वाहन मेडिकल चौराहा, बैरहना, बांगड़ धर्मशाला चौराहा होते हुए नए यमुना पुल से जाएंगे। इसी प्रकार शहर क्षेत्र से झूंसी की ओर जाने वाले वाहन दोपहर दो बजे के बाद बालसन चौराहा, हाशिमपुर फ्लाई ओवर, बक्शी बांध, नागवासुकि से ओल्ड जीटी पांटून पुल से झूंसी की तरफ जाएंगे। पुराने शहर से नैनी जाने वाले वाहन पुराने यमुना पुल से जाएंगे।

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    बालाजी के शिविर में भक्ति, सेवा और आध्यात्मिकता का संगम

    भक्ति, सेवा के साथ आध्यात्मिकता का संगम मेहंदीपुर बालाजी सेवा शिविर में देखने को मिल रहा है। महंत डा. नरेश पुरी के सानिध्य में श्रद्धालुओं के लिए भंडारा, कंबल वितरण के साथ जनकल्याण के लिए धार्मिक अनुष्ठान हो रहे हैं। प्रसिद्ध गायक चिंटू सेवक ने 'तीर्थराज की महिमा अपरंपार..., रामजी चलें हनुमान के बिना...' आदि भजनों की प्रस्तुति कर श्रद्धालुओं को भावविभोर किया।

    महंत डा. नरेश पुरी ने कहा कि प्रयागराज भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का केंद्र है। हर व्यक्ति को यहां आकर भजन-पूजन करके पुण्य अर्जित करना चाहिए। मेहंदीपुर के बालाजी की स्तुति करके अपना कल्याण करें, साथ ही दूसरों को इसके लिए प्रेरित करें। यही सच्ची भक्ति है, जो मनुष्य को हर भवसागर से पार करती है। भाजपा नेता सुबोध सिंह ने बताया कि शिविर में हनुमानजी के नाम का जप चल रहा है। साथ ही वैदिक ब्राह्मण जनकल्याण के लिए अनुष्ठान में लीन हैं।