Maha Kumbh 2025 में AI कैमरों से होगी भीड़ पर नजर, मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान
Maha Kumbh Mela 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार मेले में भीड़ प्रबंधन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल किया जाएगा। एआई कैमरे स्नान घाटों पर भीड़ की स्थिति पर नजर रखेंगे और जरूरत पड़ने पर अलर्ट जारी करेंगे। मौनी अमावस्या पर करीब 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है इसलिए भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।

जागरण संवाददाता, महाकुंभ नगर। Maha Kumbh 2025 पावन संगम की धर्म धरा पर आयोजित महाकुंभ के मुख्य अमृत स्नान महापर्व मौनी अमावस्या की महातैयारी तेज हो गई है। महाकुंभ मेला और प्रयागराज जिला पुलिस व प्रशासन की ओर से तैयार फुलप्रूफ प्लान पर कार्यवाही शुरू कराई गई है। अगले दोनों अमृत स्नान पर्वों पर व्यवस्था में तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है, जिसे आइआइटी कानपुर के विशेषज्ञों की टीम के साथ मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत व आइजी रेंज प्रेम कुमार गौतम की ओर से रिसर्च कर विशेष फार्मूला अलगोरिदम विकसित कराया गया है। दोनों अधिकारी आइआइटियंस हैं, जिन्होंने मैथमेटिकल माडलिंग तकनीक विकसित किया, जिससे किसी भी मार्ग, स्नान घाट पर भीड़ का आंकलन करना आसान है।
एआई की सहायता से मैथमेटिकल माडलिंग तकनीक भीड़ के घनत्व की जानकारी देता है। इसके बाद टर्न एराउंड टाइम व फेसियल रिकग्निशन सिस्टम से भीड़ के घनत्व का पता चल जाता है। एआइ लाइसेंस वाले कैमरे भीड़ की स्थिति और इसके नियंत्रण व प्रबंधन को लेकर अलर्ट करेंगे।
Maha Kumbh Mela 2025 के संगम अपर मार्ग पर श्रद्धालुओ की भीड़।-शरद मालवीय
खासतौर पर मेला क्षेत्र के प्रमुख नौ प्रवेश व निकास मार्गों के साथ ही स्नान घाटों की स्थिति इन कैमरों से इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में दिखती रहेगी। शहर तथा मेला क्षेत्र में दबाव बढ़ते ही ये कैमरे अलर्ट करेंगे। मेला में 744 व शहर में 1107 सीसीटीवी कैमरे हैं। पार्किंग स्थलों पर 720 सीसीटीवी कैमरे हैं।
इसे भी पढ़ें- Maha Kumbh 2025: संगम स्नान करने प्रयागराज आ रहे 73 देशों के राजनयिक, रूस-यूक्रेन के राजदूत भी संग लगाएंगे डुबकी
आइट्रिपलसी एवं पुलिस लाइन कंट्रोल रूम के अतिरिक्त अरैल एवं झूंसी क्षेत्र में भी व्यूइंग सेंटर्स बनाए गए हैं, जहां से श्रद्धालुओं की मानीटरिंग की जा रही है। एआइ का उपयोग करते हुए भीड़ घनत्व का पता लगाना अलगोरिदम से आसान है।
Maha Kumbh Mela 2025 के संगम क्षेत्र में ड्रोन शो का प्रदर्शन । सौ सूचना विभाग
एआइ आधारित क्राउड मैनेजमेंट रियल टाइम अलर्ट जनरेट करेगा, जिसके माध्यम से संबंधित अधिकारियों को श्रद्धालुओं की जिस किसी घाट अथवा मार्ग पर ज्यादा संख्या होगी, उसका अलर्ट मिल सकेगा। ये कैमरे हर मिनट डाटा को अपडेट करेंगे। पूरा फोकस घाट पर आने वाले श्रद्धालुओं पर होगा।
खास-खास
- 744 सीसीटीवी कैमरे महाकुंभ मेला में तो 1107 सीसीटीवी कैमरे इंस्टाल किए गए हैं शहर में
- 720 कैमरे 100 से अधिक पार्किंग स्थलों पर लगाए गए, आइट्रिपलसी से हो रही है निगरानी
एडीजी जोन भानु भाष्कर ने बताया कि महाकुंभ के प्रमुख अमृत स्नान पर्वों मौनी अमावस्या व वसंत पंचमी को लेकर आइआइटी कानपुर के विशेषज्ञों की टीम के साथ रिसर्च आधारित अलगोरिदम फार्मूला विकसित किया गया है, जिससे भीड़ पर नियंत्रण किया जाएगा।
Maha Kumbh 2025 के दौरान संगम में पुण्य की डुबकी लगाते श्रद्धालु। अभिनव राजन चतुर्वेदी
इसे भी पढ़ें- Photos: 'भोलेनाथ ने पिया जहर, नीला हो उठा आसमान' Maha Kumbh में समुद्र मंथन देख मंत्रमुग्ध हुए दर्शक
मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने बताया कि महाकुंभ में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ स्नानार्थियों के आने की उम्मीद है, जिसके अनुसार भीड़ प्रबंधन को लेकर प्रबंध किए गए हैं। इसमें एआइ कैमरे की मदद ली जा रही है।
आइजी रेंज प्रेम कुमार गौतम ने बताया कि महाकुंभ मेला क्षेत्र में प्रवेश करने वाले और स्नान कर घाटों से बाहर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या का भी इस तकनीक से पता चल सकेगा। एंट्री ज्यादा और एग्जिट के कम रेट होने पर कंटीजेंसी प्लान लागू किया जा सकता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।