Magh Mela 2026 : माघ मेला में प्रवेश से ज्यादा होंगे निकास के मार्ग, राज्यवार होंगे स्नान घाट, श्रद्धालुओं को होगी सुविधा
Magh Mela 2026 के लिए प्रयागराज में भीड़ और यातायात प्रबंधन का विस्तृत प्लान तैयार है। पहली बार प्रवेश से अधिक निकास मार्ग (11 प्रवेश, 12 निकास) बनाए ...और पढ़ें

Magh Mela 2026 प्रयागराज माघ मेला में निकासी के अधिक मार्ग होंगे, रविवार को त्रिवेणी मार्ग से मेला क्षेत्र में सामान लेकर खाक चौक की ओर जाते महात्मा। जागरण
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। Magh Mela 2026 माघ मेला में प्रमुख स्नान पर्वों पर भीड़ प्रबंधन और यातायात नियंत्रण का फुल प्रूफ प्लान बनाया गया है। यातायात एवं भीड़ प्रबंधन के लिए अंतरजनपदीय एवं अंतरराज्यीय कार्ययोजना विकसित की गई है। इसके तहत सबसे महत्वपूर्ण मेला में पहली बार प्रवेश से ज्यादा निकास मार्ग बनाए गए हैं। सभी राजमार्गों से आने वाले श्रद्धालुओं का 11 मार्गों से प्रवेश तो 12 मार्गों से निकास होगा। मेला पुलिस और प्रशासन की योजना है कि मेला से निकलने में किसी प्रकार का व्यवधान न उत्पन्न हो।
सुगम यातायात को 42 अस्थायी पार्किंग होगी
Magh Mela 2026 माघ मेला सात सेक्टरों में विभक्त कर लगभग 800 हेक्टेयर क्षेत्रफल पर बसाया जा रहा है। भीड़ प्रबंधन एवं सुगम यातायात के दृष्टिगत 42 अस्थायी पार्किंग विकसित की जा रही हैं, जिसमें लगभग 1.30 लाख वाहन पार्क हो सकेंगे। हर राजमार्ग से आने वाले वाहनों के लिए सात-सात पार्किंग होंगे। सबसे ज्यादा पार्किंग जौनपुर-गोरखपुर राजमार्ग तथा वाराणसी राजमार्ग पर सात-सात पार्किंग स्थल बनाए गए हैं, जिनमें 55 हजार वाहनों को खड़े होने की क्षमता है।
खास बातें
- 2.8 किमी के 17 स्नान घाट बनाए जा रहे, आठ किमीर डीप वाटर बैरिकेडिंग लगाई जा रही
- 3 जनवरी 2026 पौष पूर्णिमा से प्रारंभ होकर महाशिवरात्रि 15 फरवरी तक होगा माघ मेला
- 42 पार्किंग स्थल बनो जा रहे मेला क्षेत्र की सीमा पर, जिसमें 1.30 लाख वाहन पार्क हो सकेंगे
शहर से मेला जाने वालों के लिए भी पार्किंग
Magh Mela 2026 मीरजापुर, बांदा-झांसी, रीवा-जबलपुर, लखनऊ, प्रतापगढ़-अयोध्या, कानपुर राजमार्ग पर छह-छह पार्किंग स्थल बनाए जा रहे हैं। शहर से मेला में जाने वालों के लिए भी पार्किंग स्थल बनाए जा रहे हैं। मेला के पास की पार्किंग पहले भरी जाएगी।
अरैल घाट पर इन प्रदेशों के लोग करेंगे स्नान
Magh Mela 2026 इसी तरह स्नान घाट भी राज्यवार होंगे। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़ की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को संगम के अरैल घाट पर स्नान कराया जाएगा। वहीं बुंदेलखंड, मीरजापुर, सोनभद्र, चंदौली की ओर से आने वाले श्रद्धालु भी अरैल के घाटों पर ही स्नान करेंगे। कमोवेश, वाराणसी, गोरखपुर समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, उड़ीसा की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को झूंसी के घाटों पर स्नान कराने की योजना तैयार की गई है।
लखनऊ, कानपुर आदि के लोग यहां करेंगे स्नान
लखनऊ, कानपुर, आगरा समेत पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, पंजाब-हरियाणा के श्रद्धालु परेड की ओर से संगम तथा नागवासुकि की तरफ से सेक्टर पांच व छह के स्नान घाटों पर डुबकी लगा सकेंगे।
शटल बसों का भी किया गया है प्रबंध
मेला में सुचारू आवागमन के दृष्टिगत पार्किंग से मेला क्षेत्र के सन्निकट तक शटल बस एवं विभिन्न जनपदों से प्रयागराज तक रोडवेज बस को संचालित किए जाने की व्यवस्था की जा रही है। सुरक्षा की दृष्टि से मेला क्षेत्र में 17 थाने व 42 पुलिस चौकी बनाई गई हैं। अग्नि सुरक्षा के लिए 20 अग्निशमन स्टेशन, सात अग्निशमन चौकी, 20 अग्निशमन वाच टावर, एक जल पुलिस थाना, एक जल पुलिस कंट्रोल रूम तथा चार जल पुलिस सब कंट्रोल रूम स्थापित किए जा रहे हैं।

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