Magh Mela 2026 : प्रयागराज माघ मेला में चलेंगी डबल डेकर बोट्स, कार्ट से भी श्रद्धालु संगम की कर सकेंगे सैर
Magh Mela 2026 प्रयागराज में माघ मेला के दौरान श्रद्धालुओं के लिए डबल डेकर बोट और कार्ट की सुविधा शुरू की जाएगी। पर्यटक इन सेवाओं से संगम की सैर कर सक ...और पढ़ें

Magh Mela 2026 प्रयागराज माघ मेला में आने वाले श्रद्धालु और पर्यटकों के लिए संगम सैर के लिए डबल डेकर बोट की व्यवस्था रहेगी।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। Magh Mela 2026 पर्यटकों व श्रद्धालुओं के लिए माघ मेला में भी डबल डेकर बोट्स का संचालन होगा। ये बोट्स प्रतिदिन 10 घंटे के लिए संचालित होंगी। सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक ही इनका संचालन होगा। ये डबल डेकर बोट्स सिर्फ पक्के घाटों से ही संगम तक चलेंगी।वहीं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओर से कार्ट सर्विस भी दी जाएगी।
मेला प्राधिकरण की बैठक में प्रस्ताव पर लगी मुहर
Magh Mela 2026 प्रयागराज मेला प्राधिकरण बोर्ड की 21वीं बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लगी थी। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर चार डबल डेकर बोट्स संचालित की जा सकेंगी। इन पर चाय-नाश्ते के साथ ही मधुर संगीत भी बजाया जाएगा। इनका किराया सामान्य नावों से ज्यादा होगा। ये नाव बलुआ घाट, गऊघाट, बोट क्लब, अरैल घाट, किला स्थित वीआइपी घाट से संचालित की जाएंगी।
माघ मेला में रहेंगे ये प्रबंध
- 3 जनवरी 2026 पोष पूर्णिमा से प्रारंभ होकर महाशिवरात्रि 15 फरवरी तक होगा मेला
- 7 सेक्टरों में पहली बार लगभग 800 हेक्टेयर क्षेत्रफल पर बसाया जा रहा माघ मेला
- 1.30 लाख वाहन पार्क हो सकेंगे मेला की सीमा पर बनाए जा रहे 42 पार्किंग स्थलों में
- 25 हजार टायलेट, आठ हजार डस्टबिन 10 लाख लाइनर बैग, तीन हजार सफाई कर्मी
प्रयाग दर्शन को हाप-आन, हाप-आफ बसें भी चलेंगी
Magh Mela 2026 इसके साथ ही प्रयाग दर्शन के लिए हाप-आन, हाप-आफ बसें चलेंगी। ये बसें पर्यटकों व श्रद्धालुओं को प्रयागराज के दर्शनीय स्थलों, पर्यटन स्थलों तक ले जाएंगी। इसका संचालन पर्यटन विभाग करेगा। मेला के पार्किंग स्थलों पर ही कार्ट की व्यवस्था होगी, जिससे पर्यटक व श्रद्धालु घाटों के साथ संगम की सैर सकेंगे।
कुल 100 कार्ट की व्यवस्था होगी
कार्ट से भी पर्यटक बोट्स तक जा सकेंगे। कुल 100 कार्ट की व्यवस्था की जा रही है। कार्ट संचालन के लिए परेड मैदान में काली मार्ग और किला मार्ग के कार्नर पर स्टेशन बनाया जा रहा है, जहां से टिकट लेकर श्रद्धालु संगम के पास तक जा सकेंगे। इसी तरह अरैल और झूंसी क्षेत्र में भी कार्ट स्टेशन की स्थापना हो रही है, जहां से इनका संचालन हो सकेगा। वहीं बक्शी बांध से गंगा पथ पर फाफामऊ पुल से भी कार्ट संचालित होंगी, जो नागवासुकि तक चलेंगी। भीड़ कम होने पर इन्हें दशाश्वमेध घाट तक संचालित किया जा सकेगा। प्रमुख स्नान पर्वों इनके संचालन पर रोक रहेगा।
मेला में एआइ कैमरों से भीड़ की निगरानी
उप मेलाधिकारी विवेक शुक्ला ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में 17 थाने व 42 पुलिस चौकी बनाई गई हैं। साथ ही 20 अग्निशमन केंद्र, सात अग्निशमन चौकी, 20 अग्निशमन वाच टावर, एक जल पुलिस थाना, एक जल पुलिस कंट्रोल रूम तथा चार जल पुलिस सब कंट्रो रूम स्थापित किए जा रहे हैं। आठ किलोमीटर डीप वाटर बैरिकेडिंग लगाई जा रही है।
सीसीटीवी से क्राउड मानीटरिंग होगी
शहर एवं मेला क्षेत्र में पूर्व से स्थापित सीसीटीवी कैमरों के अतिरिक्त एआइ युक्त कैमरों के माध्यम से क्राउड मानीटरिंग, क्राउड डेंसिटी एनालिसिस, इंसीडेंट रिपोर्टिंग, स्वच्छता एवं सुरक्षा निगरानी की व्यवस्था की जाएगी। यातायात एवं भीड़ प्रबंधन के लिए अंतरनपदीय एवं अंतरराज्यीय कार्ययोजना विकसित की गई है।
श्रद्धालुओं के त्वरित उपचार को व्यवस्था
श्रद्धालुओं के त्वरित उपचार के लिए मेला क्षेत्र में 20 शैय्यायुक्त दो अस्पताल, 12 प्राथमिक उपचार केंद्र, एक वेक्टर कंट्रोल यूनिट, पांच आयुर्वेदिक एवं पांच होम्योपैथिक चिकित्सालय स्थापित किए जा रहे हैं। साथ ही 50 एंबुलेंस चलाई जाएंगी।

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