Cyber Crime: साइबर अपराधी के खिलाफ पांच साल बाद FIR, निवेश कंपनी के नाम पर 40 लाख की जालसाजी की; ऐसे हुआ खुलासा
संगम नगरी प्रयागराज में गर्वित इनोवेटिव प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के डायरेक्टर संजय भाटी ने निवेशकों से करीब 40 लाख रुपये की ठगी की है। धूमनगंज थाने की पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर संजय भाटी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। संजय भाटी ने बाइट बोट और बाइक टैक्सी के नाम से निवेश शुरू करवाया था।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। गर्वित इनोवेटिव प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी बनाकर तमाम निवेशकों से करीब 40 लाख रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। कोर्ट के आदेश पर धूमनगंज थाने की पुलिस ने कंपनी के डायरेक्टर ग्रेटर नोएडा निवासी संजय भाटी के खिलाफ मुकदमा कायम करते हुए जांच शुरू कर दी है।
धूमनगंज निवासी उमाकांत कुशवाहा का आरोप है कि संजय भाटी ने वर्ष 2010 में गर्वित इनोवेटिव प्राइवेट लिमिटेड का रजिस्ट्रेशन करवाया। इसके बाद साल 2017 में बाइट बोट और बाइक टैक्सी के नाम से निवेश शुरू करवाया। इसमें प्रति बाइक 62 हजार रुपये अधिक के निवेश पर साढ़े नौ हजार रुपये ज्यादा मासिक किस्त, साढ़े चार हजार रुपये बाइक का किराया और पांच हजार रुपये से अधिक शुद्ध लाभ देने की बात कही गई।
योजना के बारे में वर्ष 2018 में उसे सोशल मीडिया और कंपनी लीडर द्वारा पता चला। तब उसने तीन लाख रुपये से ज्यादा की रकम कंपनी में निवेश की। लाभ मिलने पर उसने अपने दोस्तों, परिचित सहित अन्य लोगों से लगभग 40 लाख रुपये का निवेश करवाया। साल 2019 में जब संजय भाटी अपना दफ्तर बंद करके पलायन करने की तैयारी कर रहा था, तभी निवेशकों को भनक लग गई।
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ग्रेटर नोएडा स्थित कार्यालय पर निवेशकों से मारपीट और अभद्रता की गई। हालांकि बाद में ग्रेटर नोएडा में मुकदमा हुआ, लेकिन धूमनगंज पुलिस ने शिकायत पर केस दर्ज नहीं किया था। इससे परेशान पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जहां से आदेश होने पर अब रिपोर्ट दर्ज हुई है। इस मामले में इंस्पेक्टर धूमनगंज अमरनाथ राय का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।
देश भर से 10 हजार करोड़ का निवेश हुआ
उमाकांत का यह भी आरोप है कि संजय ने अपनी कंपनी का खूब प्रचार-प्रसार किया और विभिन्न शहरों में कार्यालय खोले। देश भर से अलग-अलग लोगों ने करीब 10 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया। निवेशकों में रेलकर्मी से लेकर व्यापारी और दूसरे वर्ग के लोग शामिल रहे। यह भी बताया गया है कि आरोपित संजय ग्रेटर नोएडा की कोर्ट में आत्म समर्पण कर चुका है।
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