Winter Flights Timetable : प्रयागराज से इन तीन शहरों की शुरू हो सकती है उड़ान, शीतकालीन समय सारिणी 29 अक्टूबर से होगी लागू
प्रयागराज में विमान सेवाओं की संख्या घटकर आधी हो गई है अब केवल सात शहरों के लिए सीधी उड़ानें उपलब्ध हैं। डीजीसीए की नई शीतकालीन समय सारिणी 29 अक्टूबर से लागू होगी जिसमें पुणे कोलकाता और गुवाहाटी के लिए उड़ानें फिर से शुरू होने की संभावना है। महाकुंभ 2025 के दौरान शुरू की गई अतिरिक्त उड़ानें भी बंद हो गईं जिससे कनेक्टिविटी की समस्या बढ़ गई है।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) 29 अक्टूबर से शीतकालीन समय सारिणी लागू करेगा। इसके तहत नवंबर से मार्च तक विमानों का संचालन बदल जाएगा। प्रयागराज एयरपोर्ट पर आने-जाने वाली उड़ानों के समय में व्यापक बदलाव होगा।
ATR-72 श्रेणी की शुरू हो सकती हैं विमान सेवाएं
सकारात्मक खबर यह है कि नई समय सारिणी में पुणे, कोलकाता और गुवाहाटी के लिए सीधी उड़ानों की बहाली की संभावना है। एयरपोर्ट सलाहकार समिति के प्रस्ताव पर डीजीसीए ने विमानन कंपनियों से आवेदन मांगे हैं, और सहमति मिलने पर एटीआर-72 श्रेणी के विमानों से ये सेवाएं शुरू हो सकती हैं।
वर्तमान में सिर्फ 7 शहरों के लिए ही फ्लाइट
वर्तमान में प्रयागराज से केवल सात शहरों दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, भुवनेश्वर, रायपुर व बिलासपुर के लिए ही सीधी उड़ानें उपलब्ध हैं। आठ अन्य शहरों की सेवाएं बंद पड़ी हैं। यह गिरावट चिंताजनक है, क्योंकि 2023 में यहां से 15 शहर जुड़े थे।
अक्टूबर 2023 से बंद हुआ उड़ानों का सिलसिला
उड़ानें बंद होने का सिलसिला अक्टूबर 2023 से शुरू हुआ, जब इंडिगो ने रायपुर, इंदौर व गोरखपुर की उड़ानें समाप्त कीं। मार्च 2024 तक पुणे-प्रयागराज सेवा भी ठप हो गई। एलायंस एयर ने कोलकाता व देहरादून बंद कर दिए। लखनऊ, जयपुर, जम्मू, चेन्नई, अहमदाबाद, चंडीगढ़ व भोपाल समेत 10 शहरों की सेवाएं पूरी तरह प्रभावित हैं। हालिया बदलावों में इंडिगो ने लखनऊ उड़ान स्थायी रूप से बंद की, जबकि मुंबई व हैदराबाद के फेरे घटाए। अकासा एयर ने मुंबई की दूसरी उड़ान को सप्ताह में तीन दिन सीमित कर दिया।
कनेक्टिविटी की कमी से जूझ रहा हवाई अड्डा
महाकुंभ-2025 ने उम्मीद जगाई थी। मेले के दौरान कोलकाता, गुवाहाटी, जयपुर, जबलपुर, भुवनेश्वर, चंडीगढ़ व देहरादून समेत 10 अतिरिक्त शहरों से उड़ानें जोड़ी गईं, जिससे कुल 17 उड़ानें व 31 कनेक्टिंग शहर जुड़े। लेकिन 10 जनवरी से 26 फरवरी तक सीमित रहने के बाद ये सेवाएं बंद हो गईं, स्थिति पहले से बदतर हो गई। आस्था व इतिहास का केंद्र प्रयागराज, जो कभी प्रमुख हवाई अड्डा था, आज कनेक्टिविटी की कमी से जूझ रहा है।
विमानन कंपनियां सुविधा उपलब्ध कराएं तो शुरू हो संचालन
एयरपोर्ट सलाहकार समिति के सदस्य चंद्रशेखर ओझा ने बताया कि प्रस्ताव भेजा गया है। पुणे, कोलकाता व गुवाहाटी उड़ानों पर सहमति बनी है। यहां स्लाट उपलब्ध है, विमानन कंपनियां यदि विमान उपलब्ध कराएं, तो संचालन तत्काल शुरू हो जाएगा।
क्या कहते हैं एयरपोर्ट समिति के अध्यक्ष
एयरपोर्ट सलाहकार समिति के अध्यक्ष सांसद प्रवीण पटेल ने बताया कि मंत्रालय स्तर पर प्रयासरत हैं। लोकसभा में भी मुद्दा उठाया गया था। नई समय सारिणी में इन उड़ानों को प्राथमिकता दिलाई जाएगी।
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