Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नौ सितंबर से बंद होगा फाफामऊ पुल, लखनऊ-अयोध्या से प्रयागराज आने वाले जान लें 15 दिनों तक किधर से शहर में पहुंचें

    Updated: Sun, 31 Aug 2025 01:12 PM (IST)

    प्रयागराज को लखनऊ-अयोध्या से जोड़ने वाले फाफामऊ पुल पर 9 सितंबर से 15 दिनों के लिए यातायात बंद रहेगा। पुल के सात एक्सपेंशन ज्वाइंटर क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिनकी मरम्मत की जाएगी। इस दौरान लखनऊ-अयोध्या से आने वाले वाहनों को 25 किमी की अधिक दूरी तय करनी होगी। मरम्मत के कारण रोडवेज बसों का रूट भी बदलेगा और किराया भी बढ़ सकता है।

    Hero Image
    फाफामऊ पुल मरम्मत कार्य के लिए बंद रहेगा, जिससे प्रयागराज में यातायात भी बाधित रहेगा।

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। प्रयागराज को लखनऊ और अयोध्या से जोड़ने वाले गंगा पर बने चंद्रशेखर आजाद सेतु (फाफामऊ पुल) पर नौ सितंबर 15 दिनों के लिए आवागमन पूरी तरह से बंद रहेगा। ओवरलोड वाहनों का आवागमन से पुल के 33 एक्सपेंशन ज्वाइंटर में से सात एक्सपेंशन ज्वाइंटर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। गाजियाबाद की फर्म जेएसपी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड इस अवधि में इसकी मरम्मत करेगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एक्सपेंशन ज्वाइंटर और बेयरिंग को भी बदला जाएगा। इस दौरान फाफामऊ पुल से छोटे-बड़े सभी वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद रहेगा। लखनऊ और अयोध्या की ओर से आने वाले वाहन सहसों से अंदावा के रास्ते शास्त्री पुल से शहर में प्रवेश करेंगे। इससे करीब 22 से 26 किमी अतिरिक्त दूरी तय करनी होगी।

    यह भी पढ़ें- BSP प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने UP की कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल, प्रयागराज में पार्टी के प्रति ग्रामीणों का मनोबल बढ़ाया

    फाफामऊ पुल पर प्रतिदिन 40-50 हजार लोगों का होता है आवागमन

    प्रयागराज से लखनऊ, रायबेरली, अयोध्या, प्रतापगढ़, सुलतानपुर जाने के लिए यह पुल मुख्य सहारा है। इससे लगभग 40 से 50 हजार लोगों का प्रतिदिन आवागमन होता है। फाफामऊ पुल मरम्मत के लिए बंद होने का सीधा असर सड़क परिवहन पर पड़ेगा।

    रोडवेज बसों को 22 किमी अधिक दूरी तय करनी होगी, बढ़ेगा किराया

    रोडवेज बसों का भी रूट डाइवर्जन होगा और बसों को करीब 22 से 24 किमी का अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी। दूरी बढ़ने के साथ-साथ समय भी अधिक खर्च होगा। इसका असर यात्रियों की जेब पर भी पड़ेगा और सभी रूटों पर किराया बढ़ जाएगा। परिवहन निगम दूरी का सर्वे कराने के बाद उसी के अनुरूप नया किराया तय करेगा। फाफामऊ पुल में 33 एक्सपेंशन ज्वाइंटर है। इसमें से 2021 में लगभग 15 ज्वाइंटरों को दुरुस्त किया गया था। पुल में 32 पिलर हैं और 133 बेयरिंग लगाई गई है।

    गाजियाबाद की फर्म को मिला टेंडर

    पीडब्ल्यूडी एनएच खंड के अवर अभियंता संदीप मौर्य ने बताया कि चार वर्ष पहले सोरांव से बैंक रोड तक सड़क और पुल की मरम्मत व आरओबी के लिए गाजियाबाद की फर्म जेएसपी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने टेंडर लिया था। लगभग 100 करोड़ रुपये से अधिक का टेंडर दिया गया था।

    जानें पुल पर क्या-क्या कार्य होंगे

    उन्होंने बताया कि पांच वर्ष का अभी समय पूरा नहीं हुआ है जिसके अंतर्गत पुल की बेयरिंग, एक्सपेंशन ज्वाइंटर आदि के मरम्मत का काम किया जाएगा। लगभग छह करोड़ रुपये की धनराशि इस कार्य में खर्च होगी। पहले यह मरम्मत कार्य एक सितंबर से शुरू कराने का प्रस्ताव था मगर पीईटी परीक्षा के मद्देनजर यह तारीख आगे बढ़ाई गई है।

    30 से 40 रुपये बढ़ जाएगा लखनऊ-अयोध्या रूट का किराया

    वाहनों के डायवर्जन होने से सार्वजनिक परिवहन के लिए 22 से 25 किमी की दूरी बढ़ेगी और 35 से 40 रुपये किराया बढ़ जाएगा। हालांकि रोडवेज पहले डायवर्जन वाले रूट का निरीक्षण करेगा, सर्वे के आधार पर कितने किलोमीटर दूरी बढ़ रही है इसे मशीन में फीड किया जाएगा। जितनी दूरी बढ़ेगी, उसी अनुसार किराया बढ़ेगा। अभी साधारण बस का किराया प्रति किलोमीटर 1.30 रुपये है, इसी के अनुक्रम में दूरी का किराया तय होगा।

    रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक बोले- डायवर्जन का पत्र नहीं आया

    रोडवेज के प्रयागराज के क्षेत्रीय प्रबंधक रविंद्र कुमार ने बताया कि डायवर्जन का पत्र अभी नहीं आया है। अगर रोडवेज बसें डायवर्ट की जाएंगी तो उसके लिए रूट सर्वे कराया जाएगा और दूरी के अनुसार किराया तय किया जाएगा। नई फीडिंग भी मशीन में कराई जाएगी।

    क्या कहते हैं डीएम

    प्रयागराज के डीएम मनीष कुमार वर्मा का कहना है कि फाफामऊ पुल का मरम्मत कार्य नौ सितंबर से शुरू कराने के लिए लोक निर्माण विभाग एनएच खंड को निर्देश दे दिए गए हैं। यातायात पुलिस ने इसको लेकर रिपोर्ट दी थी, जिस पर अनुमति प्रदान कर दी गई है।

    comedy show banner