Diwali 2025 : प्रयागराज में 13 हजार रुपये की बिकी गणेश-लक्ष्मी की एक जोड़ी मिट्टी मूर्ति, कोलकाता के कारीगर की आकर्षक नक्कासी
Diwali 2025 प्रयागराज में दीपावली पर बाजारों में रौनक रही। लोकनाथ मुहल्ले में गणेश-लक्ष्मी की एक मूर्ति 13 हजार रुपये में बिकी, जिसे कोलकाता के कारीगरों ने बनाया था। शहर में लगभग 275 करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है। लोगों ने मिठाई, लाई-लावा, फूल और पटाखे खूब खरीदे। गेंदे के फूल की माला 100 रुपये तक बिकी। युवाओं ने नई गाड़ियां खरीदी और खूब आतिशबाजी की।

Diwali 2025 प्रयागराज में दीवाली बाजार गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति की जमकर खरीदारी की गई। जागरण
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। Diwali 2025 यूं तो प्रयागराज में दीवाली पर एक से बढ़कर एक आकर्षक गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति लोगों को प्रभावित कर रही है। इनमें से एक मिट्टी सी बनी मूर्ति ने लोगों को अधिक आकर्षित किया। शहर के लोकनाथ मुहल्ले में एक दुकान पर गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति 13 हजार रुपये में बिकी।
लोकनाथ मुहल्ले में इतनी महंगी मूर्ति
दीपावली पर सोमवार को हर तरफ उत्साह, उमंग और खुशी का माहौल रहा। बाजारों की सुबह से ही चहल-पहल नजर आने लगी। जैसे-जैसे दिन चढ़ा, खरीदारी तेज हो गई। लोकनाथ चौराहे के पास मूर्तियों की दुकान लगाने वाले संजीव कुमार के यहां सबसे महंगी 13 हजार रुपये की एक जोड़ा गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति की बिक्री हुई।
मूर्ति में प्राकृतिक रंगों का प्रयोग व बेहतर फिनिशिंग
मिट्टी की इस गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति को काेलकाता के कारीगरों द्वारा तैयार किया गया है। इसमें प्राकृतिक रंगों का उपयोग बेहतर तरीके से करने के साथ ही बेहद खूबसूरत तरीके से फिनिशिंग की गई थी। यह मूर्ति सभी लोगों का ध्यान खींच रही थीं, लेकिन कीमत इतनी अधिक थी कि हर किसी के लिए इसे खरीद पाना संभव नहीं था। दुकानदार के अनुसार इसे बाद में एक जन ने खरीद लिया।
दीवाली पर 275 करोड़ कारोबार का अनुमान
इसके अलावा मिठाई, लाई-लावा, चीनी के खिलौने, सजावटी सामान, ड्राई फ्रूट, फूलमाला, पटाखा और तमाम तरह के गिफ्ट आइटम खरीदने में लोगों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। इलेक्ट्रानिक्स बाजार में भी भीड़ रही। कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गाेयल ने दीवाली पर करीब 275 करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान लगाया है।
ग्राहकों का रुझान बढ़ा
चौक, सिविल लाइंस, कटरा, सुलेमसराय, बहादुरगंज, कोठापार्चा जैसे प्रमुख बाजारों में सोमवार सुबह से ही लोग खरीदारी को पहुंचने लगे। लोगों ने अपनी पसंद की वस्तुओं को खरीदा। व्यापारियों ने दीपावली पर विशेष छूट और आफर की व्यवस्था की, जिससे ग्राहकों का रुझान खरीदारी के प्रति और अधिक बढ़ गया।
चार हजार में बिके गोटे
दुकानों में रंग-बिरंगी लाइट्स, सजावट और आकर्षक डिस्प्ले ने दीपावली के माहौल को और भी खास बना दिया। जानसेनगंज से घंटाघर की तरफ जाने वाली सड़क के दोनों छोर पर दुकानों में आकर्षक विद्युत सजावट ने हर किसी का ध्यान खींचा। लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा, आसन को सजाने के लिए गोटे, झालर, बनावटी फूल और पत्तियों की लड़ी भी लोगों ने खरीदी। गोटे चार हजार रुपये तक में बिके।
100 रुपये तक उछली गेंदे की माला कीमत
प्रयागराज : दीपावली पर फूलों की बाजार में खूब भीड़ रही। रामबाग, लोकनाथ, कटरा, गऊघाट, पुराने यमुना ब्रिज के बगल फूलमंडी समेत अन्य जगह सुबह से ही लोग फूल-माला खरीदते नजर आए। फूलों की माला की मांग इतनी जबरदस्त थी कि गेंदे की बड़ी माला की कीमत 100 रुपये तक पहुंची। पूजा व सजावट के लिए सबसे अधिक मांग में रहने वाला गेंदे की माला इस बार आम लोगों की जेब पर भारी पड़ता नजर आया। फूल विक्रेता दिनेश कुमार, संजय व अनूप ने बताया कि वाराणसी व कोलकाता से फूल मंगाए गए हैं। गेंदे की माला सबसे अधिक बिक रही है। कमल का एक फूल भी 20-30 रुपये में बेचा जा रहा है। गुलाब की माला की भी जमकर बिक्री है।
वाहनों के शोरूम में भी रही भीड़
धनतेरस के बाद दीपावली पर भी वाहनों के शोरूम में भीड़ नजर आई। चार व दो पहिया वाहनों को खरीदने के लिए पहुंचे। दीपावली पर अपने घरों में नई गाड़ियां और बाइक खरीदना लोगों ने शुभ माना। खासकर युवाओं में बाइक और स्कूटर की खरीदारी को लेकर काफी उत्साह था। आटोमोबाइल डीलर्स ने भी विशेष आफर्स और आसान फाइनेंस विकल्पों की व्यवस्था की थी, जिससे ग्राहकों के बीच रुचि और बढ़ रही।
आधुनिक डिजाइनों की ओर रखा रुझान
त्योहार पर नए वस्त्र और फैशन एक्सेसरीज खरीदना तो एक परंपरा जैसी ही है। शहर के प्रमुख कपड़ा बाजारों में लोगों की भीड़ रही और विभिन्न आयु वर्ग के लोग अपने लिए नई पोशाकें खरीदते नजर आए। पारंपरिक परिधानों के साथ-साथ आधुनिक डिजाइनों में भी लोगों की रुचि दिखाई दी। इसके अलावा, बैग, घड़ियां और अन्य फैशन एक्सेसरीज की मांग भी काफी अधिक थी। व्यापारियों का कहना है कि इस बार दिवाली के दौरान अच्छी बिक्री हुई है, जो इस सेक्टर के लिए एक महत्वपूर्ण आंकड़ा है।
सतरंगी रोशनी से नहाया आसमान
दीपावली पर सोमवार को जमकर आतिशबाजी हुई। जिससे जमीन से आसमान तक सतरंगी रोशनी बिखरी रही। बच्चों में खास उत्साह दिखाई दिया। नए परिधान पहन बच्चे और युवा शाम को घरों में पूजन के बाद आतिशबाजी करने में लग गए। मकानों की छतों के साथ ही बाहर रास्तों पर जमकर आतिशबाजी की गई। देर रात तक आतिशबाजी का सिलसिला चलता रहा। इस बार ईको फ्रेंडली पटाखों की मांग अधिक रही। हालांकि, पिछले साल की अपेक्षा इस बार सामान्य पटाखों के साथ-साथ ईको फ्रेंडली पटाखों की कीमत 30 प्रतिशत बढ़ी थी। अधिकतर लोगों ने ग्रीन पटाखे ही खरीदे। विक्रेता पवन वैश्य, मोनू ने बताया कि सबसे अधिक बिजली बम, मिनी बुलेट, आकाशी पाइप, स्काई शाट में 15 स्टार, 12 स्टार, गोल्डन विलो, लूनिक राकेट, अनार को अधिक लोगों ने पसंद किया।
दीपावली की बिक्री का अनुमान
आटोमोबाइल (कार, टू व्हीलर, ईवी, कामर्शियल) : 18 करोड़
रियल एस्टेट : 30-35 करोड़
सोना चांदी : 60-80 करोड़
इलेक्ट्रानिक्स, इलेक्ट्रिकल्स, मोबाइल, लैपटाप : 6 करोड़
बर्तन : 5 करोड़
ड्राई फ्रूट : 4-5 करोड़
मिठाई : 30-35 करोड़
फर्नीचर : 2 करोड़
गारमेंट फुटवियर : 9-10 करोड़
आतिशबाजी : 4-5 करोड़
लाई लावा : 2 करोड़
पूजन सामग्री : 17 करोड़
माला फूल : 15 करोड़
फल : 14 करोड़
अन्य : 13 करोड़
(कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स की ओर से अनुमानित आंकड़ा)
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