दिल्ली पुलिस का DSP बन साइबर अपराधियों ने शिक्षक को ठगा, जेल भेजने की धमकी दे Rs 7.32 लाख ट्रांसफर कराए, प्रयागराज में मुकदमा
प्रयागराज में साइबर अपराधियों ने एक शिक्षक को दिल्ली पुलिस का अधिकारी बनकर 7.32 लाख रुपये की ठगी की। वीडियो वायरल करने की धमकी देकर पैसे लिए गए। अन्य लोगों को भी आनलाइन ठगी का शिकार बनाया गया जिसमें ओटीपी के बिना खाते से पैसे निकालने और शेयर ट्रेडिंग में धोखा शामिल है। साइबर पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। साइबर अपराधियों ने अब दिल्ली पुलिस का डिप्टी एसपी बनकर शिक्षक रामचंद्र से 7.32 लाख रुपये की ठगी की। शिक्षक काे वीडियो अपलोड होने के नाम पर पहले डराया और फिर गिरफ्तार कर जेल भेजने की धमकी दी गई। इसके बाद अपराधियों ने अपने अकाउंट में आनलाइन पैसे ट्रांसफर करवा लिए। भुक्तभोगी ने साइबर थाने में इस संबंध में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने अकाउंट नंबर के आधार पर साइबर अपराधियों के बारे में पता लगा रही है।
कटरा निवासी रामचंद्र अन्य जिले में हैं शिक्षक
शहर के कटरा निवासी रामचंद्र अन्य जिले में स्थित सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं। उनका कहना है कि तीन दिन पहले उनके पास एक नंबर से काल आई। कालर ने खुद को दिल्ली पुलिस का डिप्टी एसपी सुनील दत्त दुबे बताया। कहा कि उनका एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर अपलोड हुआ है, जिसकी एफआइआर फाजलपुर, मंडावली नई दिल्ली में केस दर्ज है। उसकी विवेचना मिली है।
वीडियो डिलीट कराने को दो बार में ट्रांसफर कराए रुपये
इसके बाद काल करने वाले ने उन्हें धमकी देते हुए कहा कि अगर वीडियो तुरंत डिलीट नहीं हुआ तो गिरफ्तार करके जेल भेज दिया जाएगा। इसके बाद एक नंबर देते हुए कहा कि वह वीडियो डिलीट कर देगा। कुछ देर बाद दूसरे नंबर से काल आई और वीडियो डिलीट करने के लिए दो बार में 82 हजार रुपये ट्रांसफर करवाए।
शिक्षक का आरोप- फोटो एडिट कर फर्जी बनाया गया वीडियो
इसके बाद फिर साइबर अपराधी ने प्रकरण को बंद करने का दबाव बनाते हुए साढ़े छह लाख रुपये भी आनलाइन खाते में ट्रांसफर करवाया। शिक्षक का यह भी कहना है कि उसकी फाेटो को एडिट करके फर्जी वीडियो बनाया गया और फिर साइबर अपराधियों ने ठगी की। इससे वह परेशान हो गए और फिर साइबर थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। साइबर थाना प्रभारी अनिल वर्मा का कहना है कि मुकदमे की विवेचना की जा रही है।
बिना ओटीपी के खाते से उड़ाए छह लाख रुपये
जमीरनगर करेली में रहने वाले एहतसामुद्दीन के खाते से साइबर अपराधियों ने आनलाइन छह लाख रुपये उड़ा दिए। पीड़ित का कहना है कि उसके पास न तो कोई लिंक आया था और न ओटीपी। इसके बावजूद खाते से छह बार में छह लाख रुपये उड़ा दिए गए। इससे परेशान एहतसामुद्दीन ने साइबर थाने पहुंचकर तहरीर दी, जिसके आधार पर पुलिस ने आइटी एक्ट के तहत मुकदमा कायम कर विवेचना शुरू की।
पैसा दोगुना करने का झांसा देकर की ठगी
लूकरगंज निवासी अवनीश कुमार श्रीवास्तव से पैसा दोगुना करने का झांसा देकर दो लाख 69 हजार की आनलाइन ठगी की। अवनीश का कहना है कि कुछ माह पहले उनके पास संजू नामक व्यक्ति ने वाट्सएप पर मैसेज किया। कहा कि पैसा लगाने पर एक महीने में दो गुना कर दिया जाएगा। इसके बाद सबा नामक लड़की ने भी पैसा दोगुना करने की गारंटी देते हुए मैसेज किया। तब अवनीश ने विश्वास कर लिया और अपने विभिन्न बैंक खाते से दो लाख 69 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। कुछ देर बाद सबा ने अपना नंबर बंद कर दिया, जिस पर आनलाइन ठगी का पता चला। फिर अवनीश ने साइबर थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई।
शेयर ट्रेडिंग के जाल में फंसाकर 26.45 लाख ठगे
साइबर अपराधियों ने शिक्षक राज शेखर शुक्ला को आनलाइन शेयर ट्रेडिंग के जाल में फंसाकर 26 लाख 45 हजार रुपये ठग लिए। अलोपीबाग निवासी राज शेखर शुक्ला का कहना है कि आनलाइन शेयर ट्रेडिंग के दौरान एक शख्स ने खुद को लाइसेंसी स्टाक ब्रोकर बताया। भरोसा करने पर फियर पी एप के माध्यम से ट्रेडिंग करने की बात कही। उसने सेबी को झूठा प्रमाण पत्र दिखाया और गलत शेयर आवंटित किया। तब उन्होंने 26 लाख 45 हजार रुपये का निवेश कर दिया। मगर बाद में पता चला कि दिखाई गई ट्रेडिंग नकली थी और असली डीमैट अकाउंट में पैसा नहीं जमा हुआ। वह निवेश की गई रकम को वापस नहीं निकाल पाए तो साइबर ठगी का पता चला। फिर साइबर थाने में पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।