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    बीएचयू के चांसलर गिरिधर मालवीय का निधन, 2014 लोकसभा चुनाव में PM मोदी के थे प्रस्तावक

    बीएचयू के चांसलर और भारत रत्न महामना मदन मोहन मालवीय के पौत्र न्यायमूर्ति गिरिधर मालवीय का निधन हो गया है। वह पिछले कुछ दिनों से बीमार थे और एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। सोमवार की सुबह उन्होंने अस्पताल में अंतिम सांस ली। गिरिधर मालवीय 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रस्तावक भी थे।

    By Jagran News Edited By: Abhishek Pandey Updated: Mon, 18 Nov 2024 11:19 AM (IST)
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    बीएचयू के चांसलर गिरिधर मालवीय का निधन (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। बीएचयू के कुलाधिपति, न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) गिरिधर मालवीय का सोमवार सुबह आठ बजे निधन हो गया। जार्जटाउन स्थित प्रीति हास्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली। यह जानकारी मिलते ही इलाहाबाद हाई कोर्ट, न्यायिक सेवा से जुड़े अधिकारियों, अधिवक्ताओं, समाजसेवियाें और न्यायमूर्ति गिरिधर मालवीय के चाहने वालों में शोक व्याप्त हो गया।

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    पार्थिव देह उनके आवास पर ले जाई गई। पूरे दिन दर्शन करने वालों का तांता लगा रहा। अंतिम संस्कार मंगलवार को दिन में 11 बजे रसूलाघाट पर होगा। शव यात्रा 10 बजे न्यायमूर्ति के आवास से ले जाई जाएगी। न्यायमूर्ति गिरिधर मालवीय का जन्म 14 नवंबर 1936 को महामना पं. मदन मोहन मालवीय के वाराणसी में बीएचयू परिसर स्थित आवास में हुआ था। गोविंद मालवीय की संतान रूप में जन्में गिरिधर मालवीय, महामना के पौत्र थे। बीते कई दिनों से वे अस्वस्थ थे।

    तीन दिनों पहले उन्हें सांस लेने में परेशानी हुई तो परिवार ने प्रीति हास्पिटल में भर्ती कराया। वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डा. पीयूष सक्सेना और एक अन्य चिकित्सक उनका उपचार कर रहे थे। सोमवार सुबह आठ बजने से कुछ ही मिनट पहले न्यायमूर्ति गिरिधर मालवीय ने चाय पीने की इच्छा जताई। उन्हें आक्सीजन मास्क हटाकर चाय पिलाई गई। इसके बाद बिस्तर लेटे और कुछ ही समय में सांस थम गई।

    पत्नी विष्णुकान्ता मालवीय, बेटे मनोज मालवीय, बेटियों दीपाली और रुचि तथा पुत्रवधु जया को घर आए लोग ढांढस बंधाते रहे। इस दौरान न्यायमूर्ति की पार्थिव देह डीप फ्रिजर में रखी रही और फूलमाला अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि देते रहे। उप्र राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय फाफामऊ के कुलप्रति प्रो. सत्यकाम, न्यायमूर्ति प्रेमशंकर गुप्त के बेटे प्रदीप कुमार, हाई कोर्ट के न्यायमूर्तिगण, महाधिवक्ता अजय कुमार मिश्रा, प्रभागीय वनाधिकारी अरविंद कुमार यादव आदि ने न्यायमूर्ति के घर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी।

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