महाकुंभ से पहले सीमाओं पर बढ़ेगा पहरा, केंद्रीय एजेंसियों की मदद से संदिग्ध आतंकियों पर रहेगी नजर
महाकुंभ 2025 से पहले देश की सीमाओं पर पहरा बढ़ाया जा रहा है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर संदिग्ध आतंकियों पर नजर रखी जा रही है। मुख्य सचिव और डीजीपी ने सुरक्षा प्रबंधों को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में आंतरिक सुरक्षा और मेला क्षेत्र में सावधानियों पर चर्चा हुई। महाकुंभ में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ। महाकुंभ-2025 से पहले देश की सीमाओं पर पहरा बढ़ाने के साथ ही प्रदेश में आने वाले संदिग्धों की कड़ी निगरानी होगी। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय बढ़ाकर संदिग्ध आतंकियों की गतिविधियों की छानबीन तेज की गई है।
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह व डीजीपी प्रशांत कुमार ने महाकुंभ-2025 के सुरक्षा प्रबंधों को लेकर मंगलवार को हुई उच्च स्तरीय बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की। रा, आइबी, एनएसजी समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से आंतरिक सुरक्षा के साथ ही मेला क्षेत्र में बरती जाने वाली सावधानियों पर मंथन हुआ।
40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान
मुख्य सचिव ने कहा कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ में देश-विदेश से लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु बड़ी संख्या में काशी विश्वनाथ कारिडोर, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण व विंध्याचल में विंध्यवासिनी कारिडोर समेत अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों पर भी जाएंगे। इसके दृष्टिगत उन्होंने सभी प्रमुख स्थलों पर आवश्यक तैयारियां जल्द पूरी कराए जाने का निर्देश दिया।
कहा कि महाकुंभ के लिए इस बार पुलिस व संबंधित विभागों को लगभग 250 करोड़ रुपये की परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं। प्रयागराज में बड़े पैमाने पर कार्य चल रहा है, जिन्हें महाकुंभ से पहले पूरा करा लिया जाएगा। महाकुंभ की सुरक्षा-व्यवस्था में लगभग 40 हजार पुलिसकर्मी मुस्तैद किए जाएंगे। बैठक में सभी सुरक्षा एजेंसियों के बीच तालमेल बढ़ाने व सूचनाओं का आदान-प्रदान बढ़ाने पर जोर दिया गया। महाकुंभ में अति विशिष्ट महानुभावों के आगमन को लेकर अतिरिक्त सुरक्षा प्रबंधों को लेकर भी विमर्श हुआ।
एआइ के जरिए चप्पे-चप्पे पर रखी जाएगी नजर
डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) के माध्यम से चप्पे-चप्पे पर कड़े सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित कराए जा रहे हैं। इस बार डिजिटल महाकुंभ होगा। इस दिशा में लगातार काम चल रहा है। महाकुंभ में डिजिटल सुविधाओं के साथ डिजिटल सुरक्षा सुनिश्चित कराई जा रही है। बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह दीपक कुमार, एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश समेत अन्य एजेंसियों के अधिकारी भी शामिल रहे।
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