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    बेसिक स्कूलों की छात्राएं लोगों को बताएंगी बाल विवाह है अभिशाप, लेंगी शपथ कि न ऐसा करेंगी न ही इसे होने देंगी

    By Jagran News Edited By: Brijesh Srivastava
    Updated: Fri, 28 Nov 2025 01:15 PM (IST)

    प्रयागराज में बेसिक स्कूलों की छात्राएं बाल विवाह के खिलाफ शपथ लेंगी और लोगों को इसके प्रति जागरूक करेंगी। यह मीना मंच और पावर एंजिल में भारत की बेटियां अभियान का हिस्सा है। पूरे प्रदेश में इस तरह की गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं, जिनमें नाटक और परिचर्चा शामिल हैं। इसका विषय कम उम्र की शादी परंपरा या पहरा? है। स्कूलों में चित्रकला और लेख प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी। जनवरी में गतिविधियों की समीक्षा होगी।

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    बाल विवाह के खिलाफ बेसिक स्कूलों की छात्राएं जागरूकता अभियान चलाने के साथ इसे रोकने को शपथ लेंगी। 

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। स्पेशल प्रोजेक्ट फार इक्विटी के तहत संचालित मीना मंच व पावर एंजिल में भारत की बेटियां अभियान की गतिविधियों को शामिल किया गया है। प्रदेश के सभी जिलों में कुछ न कुछ गतिविधि कराई जा रही हैं। इसमें बच्चों की अभिव्यक्ति के साथ समाज की रूढ़ियों को भी तोड़ने का प्रयास है।

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    वर्ष भर की गतिविधियों का कैलेंडर जारी

    संस्थान ने वर्ष भर की गतिविधियों का कैलेंडर जारी किया है। दिसंबर और जनवरी में छात्राओं के लिए शपथ ग्रहण समारोह होगा। इसमें बेसिक स्कूलों की छात्राएं बाल विवाह न करने और न होने देने की लेंगी शपथ लेंगी। इन आयोजनों में अभिभावकों को भी आमंत्रित किया जाएगा।

    शिक्षक-अभिभावक बैठक में बच्चों संग संकल्प सत्र 

    विद्यालय में आयोजित होने वाली शिक्षक-अभिभावक बैठक में बच्चों के साथ पांच से सात मिनट का संकल्प सत्र होगा। इसमें बच्चों, शिक्षक व समुदाय के लोगों को संकल्पित कराया जाएगा। कहा जाएगा कि मैं बाल विवाह नहीं करूंगा न होने दूंगा। यदि होगा तो हम कार्यवाही करेंगे। पूरे माह को संकल्प का महीना घोषित किया गया है।

    नाटक के जरिए किया जाएगा जागरूक 

    इसी क्रम में संवाद का महीना के तहत समुदाय व विद्यालय के बीच संवाद का प्रयास होगा। स्कूल अपनी गतिविधियों की जानकारी देंगे। कोशिश की जाएगी कि नाटक के जरिए अधिक से अधिक बात रखी जाए। इसमें पांच बच्चों को शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है। नाटक या परिचर्चा का विषय कम उम्र की शादी : परंपरा या पहरा? निर्धारित किया गया है।

    स्कूलों में 40 मिनट की गतिविधि कराई जा रही

    राष्ट्रीय मेंटर शत्रुंजय शर्मा के अनुसार नवंबर माह को स्वर का महीना कहा गया। इसके तहत स्कूलों में 40 मिनट की गतिविधि कराई जा रही है। चित्रकला, कविता, एक मिनट का वीडियो बनाना या फिर 500 शब्द के लेख लिखवाने का प्रयास किया जा रहा है। इसका विषय कम उम्र की शादी परंपरा या पहरा निर्धारित किया गया है।

    सभी स्कूलों की गतिविधियों की समीक्षा होगी 

    जनवरी में सभी स्कूलों की गतिविधियों की समीक्षा की जाएगी। सभी जगहों पर 40 मिनट की समीक्षा बैठक होगी। इसके साथ ही इस कार्यक्रम का समापन हो जाएगा। समीक्षा बैठक में विद्यालय स्तर पर सभी बच्चों की प्रतिभागिता के लिए कोई बदलाव की कहानी साझा की जाएगी। यह भी बताया जाएगा कि स्कूल की पांच विशेष प्रविष्टि कौन सी हैं। उन्हें सत्यापित कर अनुपम भारत की बेटियां कार्यक्रम समन्वयक के पास भेजा जाएगा। सभी जगहों से एकत्र प्रविष्टि के आधार पर तीन विशेष विद्यालय और तीन जिलों की घोषणा होगी। उन्हें पुरस्कृत भी किया जाएगा।

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