Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Prayagraj: एक करोड़ की रंगदारी मांगने में अतीक का गुर्गा गिरफ्तार, छह महीने से फरार चल रहा था शाकिर

    By Jagran NewsEdited By: Vinay Saxena
    Updated: Wed, 04 Oct 2023 10:40 PM (IST)

    एयरपोर्ट थाना क्षेत्र के लखनपुर गांव निवासी शाकिर अतीक गैंग के लिए लंबे समय से काम करता आ रहा था। धूमनगंज पुलिस ने 11 अप्रैल को जाफरी कालोनी करेली निवासी साबिर हुसैन की तहरीर पर अतीक अहमद उसके बेटे अली अहमद व असद कालिया शकील शाकिर सबी अब्बास फैजान सैफ नामी अफ्फान महमूद माऊद और अतीक के चचेरे भाई असलम मंत्री के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।

    Hero Image
    धूमनगंज पुलिस की गिरफ्त में माफिया अतीक का गुर्गा शाकिर।

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। एक करोड़ की रंगदारी मांगने और विरोध पर फायरिंग करने के मुकदमे में वांछित चल रहे मो. शाकिर को आखिरकार धूमनगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। माफिया अतीक का गुर्गा शाकिर पिछले छह महीने से फरार चल रहा था। उसके कब्जे से तमंचा और कारतूस बरामद हुआ है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एयरपोर्ट थाना क्षेत्र के लखनपुर गांव निवासी शाकिर अतीक गैंग के लिए लंबे समय से काम करता आ रहा था। धूमनगंज पुलिस ने 11 अप्रैल को जाफरी कालोनी करेली निवासी साबिर हुसैन की तहरीर पर अतीक अहमद, उसके बेटे अली अहमद व असद कालिया, शकील, शाकिर, सबी अब्बास, फैजान, सैफ, नामी, अफ्फान, महमूद, माऊद और अतीक के चचेरे भाई असलम मंत्री के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। साबिर का आरोप था 15 फरवरी को वह कसारी-मसारी स्थित अपनी मां के घर पर था।

    यह भी पढ़ें: Praygaraj: उमेश पाल हत्याकांड में बड़ा खुलासा, बेटे असद को छिपाने के लिए अतीक ने सद्दाम को किया था फोन

    तभी अली समेत अन्य शख्स असलहा लेकर आए और आवाज लगाई। बाहर निकलने पर असलम ने अतीक को फोन मिलाया और बात करने के लिए कहा, लेकिन उसने मना कर दिया। तब असाद ने कनपटी पर पिस्टल सटाकर धमकाते हुए कहा था कि अगर जिंदा रहना है तो एक करोड़ रुपये दे दे। विरोध करने पर फायरिंग की, लेकिन उसने भागकर जान बचा ली थी। इसके बाद भी उसे धमकी दी जाती रही।

    यह भी पढ़ें: IRSS अफसर के खिलाफ दर्ज होगा मनी लांड्रिंग का केस, घूसखोरी में CBI ने केसी जोशी को किया था गिरफ्तार

    साबिर दोहरे हत्याकांड में आरोपित अतीक के खिलाफ पैरवी कर रहा था, जिस पर उसे धमकी दी गई थी। मुकदमा दर्ज होने पर शाकिर गांव छोड़कर भाग गया था। बुधवार को सुराग मिलने पर इंस्पेक्टर धूमनगंज राजेश कुमार मौर्या ने दारोगा विवेक, रणविजय और अखंड प्रताप के साथ घेरेबंदी करके शाकिर को दबोच लिया। इसी मुकदमे में असाद, फैजान पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि अन्य फरार हैं। अतीक की हत्या हो चुकी है और उसका बेटा अली दूसरे मुकदमे में पहले से जेल में बंद है।