... कहीं करोड़ों के टेंडर तो वजह नहीं हुई एयरफोर्स के इंजीनियर की हत्या, कई सवालों के जवाब तलाश रही है पुलिस
Air Force Engineers Murder Case प्रयागराज में सेंट्रल एयर कमांड परिसर में एयरफोर्स इंजीनियर की हत्या के मामले में पुलिस कई सवालों के जवाब तलाश रही है। हत्या किसने और क्यों की? हत्यारा परिसर में कैसे घुसा और आराम से बाहर कैसे निकल गया? पुलिस टेंडर पारिवारिक पहलुओं और कर्मचारियों से विवाद के एंगल से भी बारिकी से जांच की जा रही है।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। बमरौली स्थित सेंट्रल एयर कमांड के अति सुरक्षित परिसर में घुसकर एयरफोर्स के कमांडर वर्क्स इंजीनियर (सीडब्ल्यूई) सत्येंद्र नारायण मिश्रा की दुस्साहसिक हत्या के 48 घंटे बाद भी वारदात से जुड़े कई प्रश्न अभी अनुत्तरित हैं। हत्या किसने की और क्यो? हत्यारा परिसर में बेरोकटोक घुसा कैसे और 50 मिनट अंदर रहकर वारदात के बाद बाहर भी आराम से निकल गया?
अब तक की जांच में पुलिस के पास किसी सवाल का ठोस जवाब नहीं है। हां, कयास और आशंकाएं हैं, जिन्हें जांच के बिंदु बनाकर पुलिस हत्यारे तक पहुंचने के प्रयास में लगी है। सत्येंद्र के पैतृक गांव की संपत्ति और पारिवारिक पहलुओं पर छानबीन करने के साथ ही पुलिस की जांच करोड़ों के टेंडर की तरफ भी रुख कर चुकी है। ये टेंडर हाल ही में हुए थे।
टेंडर में आवेदन करने वाले फर्म मालिकों का पता लगाया जा रहा है। देखा जा रहा है कि टेंडर में किसी तरह का विवाद तो हत्या की वजह नहीं बना! इसके अलावा उन कर्मचारियों को पुलिस संदेह की दृष्टि से देख रही, जिन पर सीडब्ल्यूई ने कार्रवाई की थी।
बिहार के रोहतास जिले के सत्येंद्र नारायण मिश्रा शुक्रवार रात सेंट्रल एयर कमांड परिसर स्थित अपने आवास में सो रहे थे। करीब तीन बजे किसी ने घंटी बजाई। वह उठकर लान में पहुंचे तो किसी ने खिड़की की तरफ से उनके सीने में गोली मार कर हत्या कर दी थी।
डीसीपी सिटी अभिषेक भारती के अनुसार सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। पुलिस टीम करोड़ों रुपये के टेंडर, कर्मियों से विवाद, पैतृक गांव में संपत्ति से लेकर पारिवारिक पहलुओं पर छानबीन कर रही है।
सत्येंद्र के कार्यक्षेत्र में एयरफोर्स स्टेशन बमरौली के अलावा गोरखपुर, पटना तथा एक अन्य स्टेशन आता था। ठेका आवंटित करने से लेकर कार्यों को पूरा कराने व निगरानी की जिम्मेदारी उनकी ही थी।
सत्येंद्र ने कई कर्मचारियों पर की थी कार्रवाई, हुआ था विवाद
पुलिस को पता चला है कि सत्येंद्र ने गोरखपुर के एक कर्मचारी को वाहनों से डीजल चोरी के आरोप में निलंबित किया था। पटना के एयरफोर्स स्टेशन में तैनात दो कर्मचारियों के विरुद्ध भी विभागीय कार्रवाई की थी। एक कर्मचारी के विरुद्ध चार्जशीट की थी। कुछ कर्मचारियों से उनका विवाद हुआ था।
ऐसे सभी बिंदुओं को पुलिस ने जांच में शामिल किया है। पुलिस कमांडर वर्क्स इंजीनियर, उनके परिवार के सदस्यों सहित कई अन्य के मोबाइल की काल डिटेल रिपोर्ट निकलवा रही है। किसी संदिग्ध व्यक्ति की काल का पता चलता है तो उसे जांच के दायरे में लाया जाएगा।
फुटेज में कैद संदिग्ध को स्थानीय मान रही पुलिस
फुटेज में कैद संदिग्ध को पुलिस स्थानीय मान रही है। पुलिस का कहना है कि परिसर के बारे में हत्यारोपित अच्छे से जानता था। सत्येंद्र की रेकी लगातार की जा रही थी। हत्यारा पेड़ के सहारे आंगन में कूदा था और गोली मारकर फरार हो गया।
फुटेज में वह वारदात के बाद वापस पैदल जाते दिखाई दे रहा है। जिस तरीके से आराम से परिसर से जीटी रोड पर जाता दिख रहा है, उससे पुलिस को आशंका है कि वह स्थानीय है और परिसर में आता-जाता रहा है। रविवार को पुलिस ने कुछ संदिग्ध युवकों को भी उठाकर पूछताछ की।
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