Indian Railways : गंगा-गोमती व लखनऊ इंटरसिटी के यात्रियों के लिए खुशखबरी, मिलेगी एसी चेयर कोच की सुविधा
Indian Railways प्रयागराज से लखनऊ तक का ट्रेनों से सफर करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन से लखनऊ जाने वाली गंगा-गोमती एक्सप्रेस के साथ ही प्रयागराज-लखनऊ इंटरसिटी एक्सप्रेस में अब वातानुकूलित चेयर कार कोच की सुविधा यात्रियों को मिल सकेगी। इससे उनका सफर आरामदायक हो जाएगा।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। Indian Railwaysउत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन से संचालित होने वाली गंगा-गोमती एक्सप्रेस और प्रयागराज-लखनऊ इंटरसिटी एक्सप्रेस में अब वातानुकूलित (एसी) चेयर कार कोच की सुविधा उपलब्ध होगी।
रेलवे के इस कदम से यात्रियों को वंदे भारत और शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनों की तर्ज पर आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव मिलेगा। प्रारंभिक चरण में दोनों ट्रेनों में एक-एक एसी चेयर कार कोच जोड़ा जाएगा, जिसे यात्रियों की मांग और सुविधा के आधार पर भविष्य में बढ़ाया जा सकता है।
यात्रियों की मांग थी एसी चेयर कार कोच की
सीनियर डीसीएम, लखनऊ मंडल, उत्तर रेलवे, कुलदीप तिवारी ने बताया कि यात्रियों की बढ़ती मांग और उनकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए गंगा-गोमती एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 14215/16) और प्रयागराज-लखनऊ इंटरसिटी एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 14209/10) में एसी चेयर कार कोच जोड़े जा रहे हैं। यह सुविधा यात्रियों को तेज, आरामदायक और किफायती यात्रा का विकल्प प्रदान करेगी। हमारा उद्देश्य क्षेत्रीय यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी और सुविधा प्रदान करना है। खासकर उन लोगों के लिए जो नियमित रूप से प्रयागराज और लखनऊ के बीच यात्रा करते हैं।
ट्रेनों का समय और रूट
गंगा-गोमती एक्सप्रेस (14215) प्रयागराज संगम से सुबह 5:40 बजे प्रस्थान करती है और सुबह 10 बजे लखनऊ पहुंचती है। वापसी में गंगा-गोमती एक्सप्रेस (14216) लखनऊ से शाम 5:50 बजे प्रस्थान कर रात 10:15 बजे प्रयागराज संगम पहुंचती है। प्रयागराज-लखनऊ इंटरसिटी एक्सप्रेस (14209) प्रयागराज संगम से दोपहर 3:30 बजे प्रस्थान करती है और रात 7:50 बजे लखनऊ पहुंचती है। वापसी में, यह ट्रेन (14210) लखनऊ से सुबह 7:30 बजे प्रस्थान कर दोपहर 12:00 बजे प्रयागराज संगम पहुंचती है। दोनों ट्रेनें 197 किलोमीटर की दूरी तय करती हैं और इस दौरान 14 स्टेशनों पर रुकती हैं, जिनमें प्रमुख स्टेशन जैसे रायबरेली, गौरीगंज, अमेठी, और सुल्तानपुर शामिल हैं।
यात्रियों को मिलने वाले लाभ
एसी चेयर कार कोच के शामिल होने से यात्रियों को कई लाभ होंगे। पहला यह कि कोच गर्मी और उमस भरे मौसम में आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करेगा। दूसरा यह कि उन यात्रियों के लिए किफायती विकल्प होगा जो वंदे भारत या शताब्दी जैसी ट्रेनों का किराया वहन नहीं कर सकते। तीसरा, चेयर कार कोच की उपलब्धता से प्रतीक्षा सूची में कमी आएगी, जिससे अधिक यात्रियों को कन्फर्म सीट मिल सकेगी। यह सुविधा खासकर उन लोगों के लिए लाभकारी होगी जो रोजाना काम, व्यवसाय या शिक्षा के सिलसिले में प्रयागराज और लखनऊ के बीच यात्रा करते हैं। इसके अतिरिक्त, संगमनगरी के दृष्टिगत यह सुविधा तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए भी उपयोगी साबित होगी, जो प्रयागराज के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के कारण इस क्षेत्र की यात्रा करते हैं।
NR के लखनऊ मंडल के सीनियर डीसीएम बोले
उत्तर रेलवे (NR) के लखनऊ मंडल के सीनियर डीसीएम कुलदीप तिवारी ने कहा कि हम यात्रियों की प्रतिक्रिया और मांग के आधार पर चेयर कार कोच की संख्या बढ़ाने पर विचार करेंगे। उत्तर रेलवे का लक्ष्य है कि हर यात्री को सुरक्षित, आरामदायक और समयबद्ध यात्रा का अनुभव मिले।
क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा
यह कदम न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ाएगा, बल्कि प्रयागराज और लखनऊ के बीच क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को भी मजबूत करेगा। दोनों शहर उत्तर प्रदेश के प्रमुख सांस्कृतिक, शैक्षिक और आर्थिक केंद्र हैं। गंगा-गोमती और लखनऊ इंटरसिटी एक्सप्रेस स्थानीय लोगों के लिए पहले से ही लोकप्रिय हैं, और अब चेयर कार कोच की सुविधा के साथ इन ट्रेनों की मांग में और वृद्धि होने की उम्मीद है। उत्तर रेलवे के इस प्रयास से न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि रेलवे की आय में भी वृद्धि होगी, जो भविष्य में और अधिक यात्री-केंद्रित योजनाओं को लागू करने में सहायक होगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।