UP Politics: '2014 में जो आए थे वो 2024 में चले जाएंगे', प्रतापगढ़ में अखिलेश ने भाजपा पर बोला हमला
अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार घबराहट में सत्ता और जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। विपक्षी दलों के नेताओं को बदनाम करने परेशान करने में उनको तेजी से लगा दिया है। एजेंसियों की कार्रवाई में तेजी ऐसे ही नहीं आई है। उन्होंने यहां तक कहा कि सच को उजागर करने पर पत्रकार भी सरकार के उत्पीड़न के शिकार होंगे।
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़। सपा अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा को इस बार लोकसभा चुनाव में सबक सिखांएगे। 2014 में जो आए थे, वो 2024 में चले जाएंगे। यूपी से आए थे, यूपी से बाहर चले जाएंगे। I.N.D.I.A के साथ मिलकर एनडीए को हराने का काम करेगा पीडीए।''
आप नेता संजय सिंह के घर ईडी की छापेमारी व गिरफ्तारी के सवाल पर अखिलेश ने कहा, "मुझे इस बात का दुख है कि सरकार को ये लगता है कि जो भी उनके खिलाफ है उसे गिरफ्तार कर लो। एक ही दिन में पत्रकारों और आप नेता की गिरफ्तारी हुई। भाजपा ये समझ ले कि इस बार 100 करोड़ लोग उनके खिलाफ हैं। इस बार I.N.D.I.A इसी भाजपा का सफाया करेगी। ईडी, सीबीआई और आईटी इनके (भाजपा) संगठन के हिस्से हैं, इसलिए घबराने की कोई जरूरत नहीं है।"
यह भी पढ़ें: Sanjay Singh : संजय सिंह की गिरफ्तारी पर दिल्ली से बिहार तक सियासी उबाल, विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार को घेरा
भाजपा सरकार जांच एजेंसियों का कर रही दुरुपयोग: अखिलेश
अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार घबराहट में सत्ता और जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। विपक्षी दलों के नेताओं को बदनाम करने, परेशान करने में उनको तेजी से लगा दिया है। एजेंसियों की कार्रवाई में तेजी ऐसे ही नहीं आई है। उन्होंने यहां तक कहा कि सच को उजागर करने पर पत्रकार भी सरकार के उत्पीड़न के शिकार होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार में बिजली का मीटर तेज चल रहा है, महंगाई चरम पर है। किसानों की आमदनी दोगुनी नहीं हुई। ऐसी सरकार को जनता हटाकर ही मानेगी।
यह भी पढ़ें: इंजीनियर संजय सिंह कैसे बन गए केजरीवाल के 'दुलारे', समाजवादी नेता रघु ठाकुर और सुल्तानपुर से क्या है रिश्ता?
अखिलेश यादव बुधवार देर रात दहिलामऊ में पूर्व शिक्षिका लल्ली देवी के आवास पर उनसे मिलने पहुंचे थे। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बिहार सरकार ने जातिवार जनगणना रिपोर्ट प्रस्तुत कर बधाई का काम किया है। इससे यह भी पता चल गया कि कौन सी जाति कितनी आबादी की है। खुशी की बात यह है कि पहले इस तरह की जनगणना का विरोध कर रही कांग्रेस अब समर्थन में है, जबकि भाजपा बाधक बनी है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।