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    रील देखते-देखते सो गए पुलिसकर्मी, हिरासत से फरार हो गया मुठभेड़ में घायल दुष्कर्म का आरोपी

    Updated: Wed, 24 Dec 2025 05:26 PM (IST)

    मुठभेड़ में घायल होने के बाद भी दुष्कर्म आरोपित जावेद पुलिस की हिरासत से भाग गया। पुलिस की गोली से उसका एक पैर जख्मी था, फिर भी वह पुलिस कर्मियों को च ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़। मुठभेड़ में घायल होने के बाद भी दुष्कर्म आरोपित जावेद पुलिस की हिरासत से भाग गया। पुलिस की गोली से उसका एक पैर जख्मी था, फिर भी वह पुलिस कर्मियों को चकमा दे गया। रील देखते-देखते पुलिस कर्मियों को झपकी आने पर वह मौके का फायदा उठाकर पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया। उसे तलाशने में पुलिस सर्दी में पसीना बहा रही है।

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    सात साल की मासूम बच्ची से दुष्कर्म करने के आरोपित उड़ैयाहीह निवासी जावेद पर पाक्सो एक्ट भी लगा है। उसे मुठभेड़ में पकड़ने के बाद पुलिस खुश थी, क्योंकि गिरफ्तारी न होने पर व्यापारियों व संगठनों ने बाजार में विरोध प्रदर्शन किया था। फिलहाल उसे घायल दशा में जब सीएचसी से राजा प्रताप बहादुर अस्पताल लाया गया तो इमरजेंसी के पीछे ग्रीन एरिया वार्ड में रखा गया।

    बेड नंबर 23 पर भर्ती आरोपित के अगल-बगल के खाली बेड पर पुलिसकर्मी ड्यूटी देने लगे। किसी तरह रात बीती। बुधवार भोर होने के पहले दो पुलिस कर्मी वहां से हट गए। केवल दो ही बैठे रहे और मोबाइल पर रील देखकर नींद दूर रखने की जुगत करते रहे। अचानक सुबह करीब साढ़े पांच बजे उनको भी झपकी आ गई।

    इसी वक्त की तलाश में रहा जावेद उठा और चल दिया। पुलिस वालों की जब आंख खुली तो बेड खाली देख उनके होश उड़ गए। पहले तो कुछ देर उन्होंने खुद ही उसको आसपास तलाशा। शौचालय और मूत्रालय तक उसे देखा कि कहीं उसमें न गया हो।

    अस्पताल गेट के सामने चाय की दुकान और अन्य आसपास के इलाके खंगाले गए, लेकिन वह नहीं मिला। भागने के करीब आधे घंटे बाद पुलिस अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई तो खलबली मच गई। पुलिस अधिकारियों ने भारी टीम के साथ वहां पहुंचकर छानबीन शुरू की। सीओ पट्टी मनोज रघुवंशी, पट्टी कोतवाल अभिषेक सिरोही भी पहुंचे। कई दारोगा और सिपाही सादे कपड़ों में पुरुष और महिला अस्पताल के परिसर में बिखर गए और हर कोने को देखने लगे।

    पुराने महिला अस्पताल में निर्माणाधीन क्रिटिकल केयर यूनिट के हर कोने में पुलिस वाले पहुंचे। वहां काम कर रहे मजदूरों से भी पूछा, लेकिन कोई कुछ बता नहीं पाया। इस घटना में यह बात भी गौर करने वाली हो सकती है कि रात की मुठभेड़, भाग-दौड़ और जगने के बाद उन्हीं पुलिस कर्मियों को सुबह तक ड्यूटी में लगाए जाने से उनको झपकी आई।