Pratapgarh Murder Case : घर में ही बालक की हत्या का राज तलाश रही पुलिस, निर्ममता से मौत की नींद सुला दिया गया
प्रतापगढ़ के चौबेपुर में एक बालक की हत्या से सनसनी फैल गई है। पुलिस हत्या का राज उसके घर में ही तलाश रही है। अंश नाम के इस बालक का शव खेत में मिला था। आशंका है कि अवैध संबंधों में बाधा बनने पर उसकी हत्या की गई। इस मामले में पुलिस बच्चे की माँ और परिवार के अन्य सदस्यों से पूछताछ कर रही है। प्रथम दृष्टया, मामला राज छिपाने के लिए हत्या का लग रहा है।

प्रतापगढ़ के चौबेपुर में बालक की हत्या के बाद घटनास्थल पर जांच-पड़ताल करते एसपी दीपक भूकर। जागरण
संसू, जागरण, संडवा चंद्रिका (प्रतापगढ़)। पीटकर की गई बालक की हत्या से चौबेपुर के लोग गमगीन हैं। इधर हत्या का राज पुलिस उसके ही घर में ही तलाश रही है। अवैध संबंधों में बाधक बनने पर भी मासूम की जान लिए जाने की आशंका है। जान गंवाने वाले अंश के पिता का अपनी पत्नी पूनम से उसके चाल-चलन को लेकर 15 दिन पूर्व विवाद हुआ था। बात बढ़ने पर गांव के लोगों तक मामला पहुंचा था।
पंचायत में पति-पत्नी में विवाद नहीं कम हुआ
इसके बाद गांव में कुछ लोगों की मौजूदगी में पंचायत हुई थी। पंचायत में गौराडांण अंतू निवासी पूनम की मां भी आई थी। पंचायत में पति-पत्नी में विवाद नहीं कम हुआ तो पूनम को लेकर उसकी मां अपने घर चली गई। तब से अंश की मां पूनम मायके में रह रही थी। सुबह बेटे की हत्या की जानकारी मिलने पर वह भी भागकर मौके पर आई। बेटे का शव देख रोने लगी।
राज दफन करने के लिए की गई हत्या!
पुलिस उसको पति समेत व परिवार के कुछ लोगों को लेकर थाने चली गई। उनसे पुलिस अलग-अलग पूछताछ कर रही है। चर्चा है कि अंश एक महिला को प्रेमी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। इसे लेकर हो सकता है कि उसे रास्ते से हटाने की साजिश की गई हो, ताकि राज दफन हो जाए। पुलिस को लगता है कि जल्दी ही राज खोल दिया जाएगा।
बरात स्थल के आसपास खोजते रहे लोग
बरात में शामिल होने के बाद बच्चे के गायब होने पर परिवार व पुलिस के लोग रात को संजीदगी के साथ नहीं तलाश पाए। ऐसा होता तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी। अंश घर के लोगों से जिद करके दूसरी बार बरात में शामिल होने रात करीब नौ बजे गया था। थाने के दारोगा व सिपाही गांव पहुंचे। पुलिस स्वजन के साथ बरात स्थल के आसपास खोज की।
रात भर सरसों के खेत में अंश घायल तड़पता रहा
बरात में शामिल लोगों से पूछ करके वापस लौट गई। घायल अंश अपने घर से महज चार पांच सौ मीटर दूर सरसों के खेत में रात भर घायल पड़ा रहा। अगर उसे बरात व घर के आसपास खेतों, बाग व झुरमुट में तलाशा गया होता तो उसे समय से अस्पताल पहुंचाया जा सकता था। इससे उसकी जान बच सकती थी। स्वजन थक-षहार कर दरवाजे पर चले गए। पुलिस भी सुबह स्वजन को थाने पर आकर गुमशुदगी की तहरीर देने की बात कहकर लौट गई। इससे घायल बच्चे का इलाज नहीं हो सका। सिर में लगी चोट से लगातार खून का रिसाव होने से सोमवार को उसकी मौत हो गई।

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