प्रतापगढ़ में कुख्यात असलहा तस्कर गिरफ्तार, मुंगेर निर्मित 5 पिस्टल बरामद, पंचायत चुनाव में असलहे खपाने की तैयारी तो नहीं थी?
प्रतापगढ़ पुलिस ने कुख्यात हथियार तस्कर राजाराम को गिरफ्तार किया है। उसके पास से मुंगेर निर्मित पांच अवैध पिस्टल और 10 मैगजीन बरामद हुई हैं। इस पर कई जिलों में 21 मामले दर्ज हैं। वह इन हथियारों को 25-30 हजार में खरीदकर 60-70 हजार में बेचता था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़। जिले की पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली। पुलिस ने असलहा के कुख्यात तस्कर पकड़ा गया है। उसके पास मुंगेर की बनी पांच अवैध पिस्टल,10 मैगजीन बरामद की गई। असलहा तस्कर राजाराम सराय मुरार मानधाता का रहने वाला है। उस पर प्रयागराज, कानपुर व प्रतापगढ़ में 21 केस दर्ज हैं। अवैध असलहों की बिक्री वह प्रतापगढ़, प्रयागराज समेत जिलों में करता था।
असलहे बेचे जाने की सूचना पर सक्रिय हुई थी पुलिस
पुलिस को कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि मानधाता व आसपास अवैध असलहे बेचे जा रहे हैं। इससे अपराध को बढ़ावा मिल रहा है। इस क्लू पर पुलिस ने जांच-पड़ताल करनी शुरू की। स्वाट को भी इसमें लगाया गया।
गजेहड़ी पुलिया के पास से राजाराम गिरफ्तार
गुरुवार को सर्विलांस एवं मुखबिर की सूचना पर एसओ मानधाता अरविंद कुमार सिंह व स्वाट प्रभारी अमित चौरसिया ने टीम के साथ दबिश देकर गजेहड़ी पुलिया के पास से राजाराम पुत्र राम आधार सराय मुरार सिंह मानधाता को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान उसके कब्जे से पांच नाजायज पिस्टल 32 बोर मय मैगजीन, पांच अतिरिक्त मैगजीन, एक कीपैड मोबाइल फोन बरामद किया।
किसी को असलहा बेचने की फिराक में था
पुलिस ने उससे लंबी पूछताछ की। उसने बताया कि बरामद पिस्टल अवैध है। इनको वह मुंगेर बिहार से लाकर बेचने जा रहा था। अक्सर ट्रेन से लेकर आता था, लेकिन इस बार बस से विश्वनाथगंज तक आया था। वहां से आटो पकड़कर कौली तिराहे तक आया और गंजेहड़ी पुलिया पर ग्राहक के इंतजार में बैठा था कि पकड़ा गया। आरोपित पर एक और केस दर्ज किया गया। आशंका यह भी है कि पंचायत चुनाव को देखते हुए असलहे खपाने की तैयारी थी।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को पुरस्कार
एसपी दीपक भूकर ने पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता में बताया कि नाजायज पिस्टलों की अच्छी कीमत पाने के लिए उस पर मेड इन जर्मनी व यूके लिखा मिला है। तस्कर राजाराम पर 1995 से लेकर अब तक 21 केस दर्ज हो चुके हैं। इसमें असलहों की तस्करी के साथ ही हत्या व हत्या के प्रयास का केस, गैंग्सटर भी शामिल है। आरोपित 50 वर्ष की उम्र में भी सक्रिय था। वह पहले भी पकड़ा गया था। यह बरामदगी व गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
30 हजार में खरीदकर 70 हजार में बेचता था
तस्कर राजाराम का नेटवर्क लंबा है। वह तीन दशक से असलहों की तस्करी में सक्रिय रहा है। कई बार जेल भी जा चुका है। उसे एसटीएफ तक पकड़ चुकी है। वह मुंगेर से एक पिस्टल 25 से 30 हजार रुपये में खरीदकर अपराधियों को 60 से 70 हजार रुपये तक में बेचकर लंबी कमाई कर रहा था।
सप्लाई चेन पर पुलिस की नजर
अवैध हथियारों की सप्लाई की चेन पुलिस चेक कर रही है। इसमें कौन-कौन और कहां-कहां शामिल है, इसका पता लगाया जाएगा। यह भी देखा जाएगा कि अब तक कितने असलहे यह जिले में खपा चुका है। उससे कितने अपराध हुए हैं, इसे भी पुलिस टटोल रही है।
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