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    प्रतापगढ़ में ही कर सकेंगे शारीरिक शिक्षा से परास्नातक, राज्य विश्वविद्यालय से संबद्ध इस कालेज को अनुमति मिली

    Updated: Thu, 11 Sep 2025 05:24 PM (IST)

    प्रतापगढ़ जिले के लालगंज कालेज में शारीरिक शिक्षा में परास्नातक की कक्षाएं शुरू होने से छात्रों को लाभ होगा। अब छात्रों को एमपीएड के लिए अधिक फीस नहीं देनी होगी वे कम शुल्क में ही एमए कर सकते हैं। इससे शारीरिक शिक्षा में करियर बनाने के इच्छुक युवाओं को विद्यालयों में शिक्षक प्रशिक्षक और खेल प्रशासक बनने का अवसर मिलेगा।

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    प्रतापगढ़ के लालगंज स्थित महाविद्यालय में शारीरिक शिक्षा में एमए प्रारंभ हो गया है।

    संसू, जागरण, प्रतापगढ़। जिले में अब शारीरिक शिक्षा से परास्नातक करने वालों के लिए सुनहरा अवसर मिलेगा। इसके लिए एमपीएड में मोटी रकम नहीं खर्च करनी होगी। राज्य विश्वविद्यालय से सम्बद्ध लालगंज स्थित कालेज को परास्नातक की कक्षाएं चलाने की अनुमति मिल गई है। इससे शरीरिक शिक्षा में करियर बनाने वाले युवाओं में खुशी है।

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    प्रो.राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) विश्वविद्यालय प्रयागराज से संबद्ध एसवीएम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पीजी कालेज लालगंज को शारीरिक शिक्षा में परास्नातक की कक्षाएं चलाने की अनुमति मिल गई है। साथ ही एमएससी हार्टीकलच व एग्रोनामी और अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान और दर्शनशास्त्र में एमए की कक्ष्राएं चला सकेंगे।

    शारीरिक शिक्षा से नेट, पीएचडी रने के लिए छात्र - छात्राएं एमपीएड करते हैं। इसके लिए उन्हें करीब एक लाख रुपये खर्च करने पड़ते हैं, लेकिन जिले के छात्र-छात्राओं को इसके लिए अब शारीरिक शिक्षा में एमपीएड कोर्स करने के लिए रुपये खर्च नहीं करना पड़ेगा। एमपीएड की चौथाई शुल्क में ही परास्नातक ( एमए) कर सकते हैं। एसवीएम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पीजी कालेज लालगंज में इस सत्र से प्रवेश शुरू हो गया है।

    खेल शिक्षा और प्रशिक्षण में रुचि रखने वाले छात्र- छात्राओं ने जिले में शारीरिक शिक्षा में एमए का कोर्स शुरू होने पर खुशी व्यक्त की है। पीबीपीजी कॉलेज सिटी से बीपीएड कर रहीं साक्षी पाल व दीक्षा सिंह ने कहा कि परास्नातक के लिए एक बेहतर विकल्प मिल गया है।

    अभिमन्यु सिंह व सृष्टि मिश्रा का कहना है कि शारीरिक शिक्षा में परास्नातक करने के बाद करियर बनाने के कई विकल्प मौजूद हैं। विद्यालयों में शारीरिक शिक्षा शिक्षक, खेल प्रशिक्षक, फिटनेस ट्रेनर, खेल प्रशासक, या खेल वैज्ञानिक के रूप में काम करने का अवसर मिल सकेगा।इसके लिए पहले एमपीएड कोर्स करने के लिए अधिक फीस चुकानी पड़ती थी। बहुत से युवा परास्नातक से वंचित रह जाते थे।

    एसवीएम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पीजी कालेज लालगंज के प्राचार्य डा. अमित कुमार सिंह का कहना है कि शारीरिक शिक्षा में एमए में प्रवेश इस सत्र से शुरू हो गया है। कम खर्च में परास्नातक कर खेल शिक्षा में करियर बनाने वाले युवाओं के लिए सुनहरा अवसर है।