Updated: Thu, 24 Jul 2025 11:46 AM (IST)
प्रतापगढ़ के महेशगंज थाने में तैनात दारोगा जितेंद्र सिंह को रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। उस पर एक मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाने के बदले 20 हजार रुपये मांगने का आरोप था। शिकायत मिलने पर एसपी ने जांच कराई और आरोप सही पाए जाने पर दारोगा को निलंबित कर गिरफ्तार कर लिया।
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़। भ्रष्टाचार में लिप्त मिले दारोगा की खाकी वर्दी छिन गई। कंधे पर चमकने वाले सितारे उतर गए। मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाकर राहत देने के एवज में घूस लेने में महेशगंज थाने के दारोगा जीतेंद्र सिंह को बुधवार को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। उस पर 20 हजार रुपये मांगने का आरोप लगा था। जांच में मामला सही पाए जाने पर मंगलवार को दारोगा को एसपी ने निलंबित कर दिया था।
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बदगवां महेशगंज निवासी धर्मेंद्र कुमार पुष्पाकर पर एक केस दर्ज था। इसकी विवेचना जीतेंद्र को मिली थी। धर्मेंद्र ने चार दिन पहले एसपी को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया था कि विपक्षी द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे में एफआर लगाने के एवज में विवेचक उपनिरीक्षक जीतेंद्र सिंह द्वारा 20 हजार रुपये की मांग की जा रही है। साथ ही पैसे न देने पर फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी है।
डर कर पांच हजार रुपये उसने दे भी दिए। इसके बाद दारोगा द्वारा बाकी रकम के लिए दबाव बनाया जा रहा था। पीड़ित ने दारोगा से हुई बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी एसपी को सुनाई। एसपी ने शिकायत को संज्ञान में लेकर जांच सीओ सदर करिश्मा गुप्ता को सौंपी थी।
सीओ की जांच में मामला सत्य पाए जाने पर एसपी ने आरोपित दारोगा को निलंबित कर दिया अब बुधवार को उस पर भ्रष्टाचार का केस दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार दारोगा जीतेंद्र सिंह पुत्र स्व. देव सिंह त्योरी नवाबगंज, फतेहगढ़ जनपद फर्रुखाबाद की तैनाती महेशगंज थाने में मई में हुई थी।
अपराध व भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर पुलिस काम कर रही है। शिकायत सही पाए जाने पर आरोपित दारोगा को दंडित किया गया है। - डॉ. अनिल कुमार, पुलिस अधीक्षक
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