Pratapgarh: सौर ऊर्जा से रोशन होंगी जिले की गोशालाएं, 24 घंटे मिलेगी बिजली
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में गोशालाएं अब सौर ऊर्जा से रोशन होंगी। इस पहल से गोशालाओं को 24 घंटे बिजली मिलेगी, जिससे संचालन सुचारू रूप से हो सकेग ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक तस्वीर
संवाद सूत्र, जागरण प्रतापगढ़। सौर ऊर्जा के माध्यम से गोशालाओं को रोशन करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। इससे न केवल बिजली की कमी से उत्पन्न पानी की समस्या का समाधान होगा, बल्कि रात के समय गोशालाओं में रोशनी भी मिलेगी। इसके साथ ही सबमर्सिबल पंप भी सुचारू रूप से चलेंगे, जिससे बिजली की बचत होगी।
जनपद में कुल 75 गोशालाएं संचालित हैं, जिनमें कान्हा गोशाला, कांजी हाउस, अस्थाई और स्थायी गोशालाएं शामिल हैं। इन गोशालाओं में लगभग 16 हजार गोवंश हैं। यहां भूसा घर, टिनशेड, सबमर्सिबल पंप और पानी का हौदा आदि का निर्माण किया गया है।
अधिकांश गोशालाएं गांव के किनारे या जंगल के आसपास स्थित हैं, जहां बिजली की समस्या बनी रहती है। इससे गोशालाओं में पानी भरने में कठिनाई होती है और रात में अंधेरा छाया रहता है।
इस समस्या के समाधान के लिए अब दो किलो वाट से लेकर छह किलो वाट क्षमता के सौर ऊर्जा प्लांट लगाए जाएंगे। प्रत्येक गोशाला में लगभग चार से छह लाख रुपये का खर्च आएगा। इससे बिजली का बिल कम होगा और 24 घंटे बिजली की सुविधा मिलेगी।
डीसी मनरेगा/गोशाला के नोडल संतोष कुमार सिंह ने बताया कि गोशालाओं में सौर ऊर्जा सिस्टम लगाने की प्रक्रिया चल रही है, जिससे कई समस्याएं हल होंगी।
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ठंड से गोवंश बेहाल, गोशालाओं में जलाए गए अलाव
कड़ाके की ठंड और घने कोहरे ने जनजीवन के साथ-साथ पशुओं पर भी प्रभाव डाला है। ग्राम प्रधानों द्वारा गोवंश को राहत पहुंचाने के लिए गोशालाओं में अलाव जलाए जा रहे हैं। बरेंद्र गोशाला में 250 से अधिक गोवंश संरक्षित हैं।
प्रधान बद्री प्रसाद जायसवाल ने बताया कि ठंड के कारण पशुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था, इसलिए अलाव की व्यवस्था की गई है। लखरांव स्थित गोशाला में भी अलाव जलाने का प्रबंध किया गया है।
प्रधान जसवंत वर्मा ने बताया कि अलाव जलाने से लकड़ी की खपत बढ़ी है। संडवा चंद्रिका ब्लाक के एडीओ पंचायत सुनील मौर्य ने कहा कि गोशालाओं में गोवंश की सुरक्षा के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं।

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