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    प्रतापगढ़ में किस कारण मौत के 50 घंटे बाद दफनाया वृद्ध का शव? पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को करनी पड़ी मशक्कत

    By Jagran News Edited By: Brijesh Srivastava
    Updated: Fri, 26 Dec 2025 07:52 PM (IST)

    प्रतापगढ़ के पूरे नेवाजी गांव में 70 वर्षीय नन्हे की मौत के बाद शव दफनाने को लेकर विवाद हो गया। संयुक्त खाते की जमीन पर दफनाने को लेकर मालिकाना हक जता ...और पढ़ें

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    प्रतापगढ़ के लालगंज में वृद्ध के शव दफन करने के दौरान अजगरा स्थित कब्रिस्तान गेट के पास मौजूद राजस्वकर्मी व पुलिस। जागरण

    संसू, जागरण, लालगंज (प्रतापगढ़)। बाग के संयुक्त खाते की जमीन पर शव दफन करने को लेकर बुधवार शाम से शुरू हुआ विवाद शुक्रवार को समाप्त हुआ। मौत के करीब 50 घंटे बाद कब्रिस्तान में शव दफन होने के बाद पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने राहत की सांस ली।

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    पूरे नेवाजी निवासी 70 वर्षीय नन्हे की मौत बुधवार शाम करीब चार बजे अस्पताल में हुई थी। इसके बाद स्वजन शव लेकर घर आए। यहां मृतक के पुत्र इंसान अली आदि ने गांव स्थित संयुक्त खाते की भूमिधरी बाग की जमीन पर शव दफन करने का प्रयास शुरू किया तो उक्त जमीन पर मालिकाना हक रखने वाले गांव के रमाकांत शुक्ल, रामाश्रय शुक्ल, कृष्णकांत, सूर्यमणि शुक्ल, अरुण देव शुक्ल, राम आश्रय शुक्ल आदि ने इसका विरोध किया।

    मृतक पक्ष द्वारा न मानने पर पुलिस व तहसील प्रशासन को इसकी सूचना दी गई। सूचना पर नायब तहसीलदार वीरेंद्र मिश्र, राजस्व निरीक्षक अरविंद सिंह तथा लीलापुर प्रभारी निरीक्षक मनोज पांडेय पुलिस बल के साथ पहुंचे। मृतक के स्वजन को समझा बुझाकर शांत कराया।

    इसके पश्चात शुक्रवार शाम करीब 50 घंटे बाद अजगरा स्थित कब्रिस्तान में मृतक नन्हे का शव उनकी पत्नी निजातुलनिंशा के कब्र के समीप दफन किया गया। इस दौरान राजस्वकर्मियों व पुलिस की मौजूदगी बनी रही। लीलापुर प्रभारी निरीक्षक मनोज पांडेय ने बताया कि परिवार के लोगों ने कब्रिस्तान में शव का दफन किया। गांव में स्थित शांतिपूर्ण बनी है।