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    Pratapgarh News: प्राइवेट अस्पताल में प्रसव के दौरान शिशु की मौत, परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाकर किया हंगामा

    Updated: Sat, 20 Sep 2025 07:58 PM (IST)

    प्रतापगढ़ के ढकवा मोड़ पर स्थित साई मंथन हॉस्पिटल में प्रसव के दौरान नवजात शिशु की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। परिजनों का आरोप है कि नॉर्मल डिलीवरी के प्रयास में बच्चे की जान चली गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

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    प्राइवेट अस्पताल में प्रसव के दौरान शिशु की मौत।

    संवाद सूत्र, पट्टी। ढकवा मोड़ तिराहे पर संचालित साई मंथन हॉस्पिटल में महिला के प्रसव के दौरान नवजात शिशु की मौत हो गई। इस पर घर वालों ने हंगामा किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़ित परिवार को शांत कराते हुए मामले की जांच शुरू कर दी।

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    सिविल लाइन पानी की टंकी के निकट के निवासी विमल सोनी उर्फ डब्लू सोनी की पत्नी पिंकी सोनी गर्भवती थी। प्रसव पीड़ा होने पर शनिवार की सुबह पांच बजे उसे ढकवा मोड़ चौराहे पर एक किराए के मकान के दूसरे तल पर खुले साई मंथन हॉस्पिटल में परिवार के लोगों ने भर्ती कराया।

    यहां पर काम करने वाली जेएनएम रेनू व एक अन्य महिला उसकी देखभाल कर रही थी। आरोप है कि इन्हीं दोनों के भरोसे इस अस्पताल का संचालन किया जाता है। यहां पर चिकित्सक सुलतानपुर से आते हैं। सुबह 11 बजे महिला का दर्द बढ़ा तो नवजात शिशु मृत पैदा हुआ, जिसका वजन लगभग पांच किलोग्राम था।

    स्वजन का आरोप था कि नॉर्मल डिलीवरी कराने के चक्कर में यहां के स्टॉफ ने बच्चे का सिर पकड़कर प्रसव के समय घसीट दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। जैसे ही इस बात की जानकारी पीड़िता के स्वजन को मिली, वह लोग भी वहां पहुंच गए। मुहल्ले के लोग भी बड़ी संख्या वहां एकत्रित हो गए। सभी इस बात से आक्रोशित थे कि जब डाक्टर नहीं थे तो यहां पर प्रसव क्यों कराया जा रहा है।

    उपनिरीक्षक गौरव त्रिवेदी व उपनिरीक्षक सचिन यादव फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। वह आक्रोशित लोगों को समझाते रहे। दोपहर 12.30 बजे मृत बच्चे को लेकर परिवार के लोग बाल चिकित्सक के यहां दिखाने के लिए गए। वहां पर भी चिकित्सक द्वारा बताया गया कि बच्चे की मौत हो चुकी है।

    उसके बाद अस्पताल के लोगों ने प्रसूता महिला को प्रतापगढ़ के लिए रेफर कर दिया, जिससे यहां पर परिवार के लोग भड़क गए। पुलिसकर्मियों को समझाने के बाद वह उसे जिला मुख्यालय पर ले जाने के लिए राजी हुए। स्वजन की ओर से बताया गया कि इस मामले में तहरीर पुलिस को दी गई है।

    हंगामा लगभग तीन घंटे तक चलता रहा, लेकिन अस्पताल किसका है। इसका संचालक कौन है। इसको लेकर यहां पर मौजूद स्टाफ के लोग कुछ भी बताने से कतराते रहे। कोतवाली इंचार्ज मनोज कुमार यादव ने बताया कि मामले में शिकायती पत्र मिला है। नवजात शिशु के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है।

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