ताऊ की गोद में 4 वर्षीय बेटे ने दी मुखाग्नि, सभी की आंखें थीं नम, प्रतापगढ़ में समाज कल्याण अधिकारी ने की थी आत्महत्या
आजमगढ़ के जिला समाज कल्याण अधिकारी आशीष कुमार सिंह का अंतिम संस्कार शृंगवेरपुर गंगा घाट पर किया गया। पोस्टमार्टम के बाद बहन के आने पर शव को ले जाया गया। आशीष के चार साल के बेटे से मुखाग्नि दिलाई गई। वहां मौजूद लोगों की आंखें नम थीं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

संवाद सूत्र, जागरण, गड़वारा (प्रतापगढ़)। जमगढ़ के जिला समाज कल्याण अधिकारी आशीष सिंह के शव को बहन के आने के बाद अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। ताऊ की गोंद में आशीष के चार साल के बेटे ने मुखाग्नि दी। यह दृश्य देख वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखों में आंसू आ गए। घटना से स्वजन गमगीन हैं। पुलिस भी मामले की जांच कर रही है।
प्रतापगढ़ जनपद के पूरे केशव राय निवासी 40 वर्षीय आशीष कुमार सिंह आजमगढ़ में जिला समाज कल्याण अधिकारी (विकास) के पद पर तैनात थे। बताया जाता है कि पत्नी समता सिंह से इन दिनों अनबन चल रही थी। इससे वह सुलतानपुर स्थित अपने मायके में रह रही थीं। स्वजन के अनुसार दोनों के बीच आए दिन फोन पर तकरार होती रहती थी। इससे आशीष काफी परेशान रहते थे। गुरुवार सुबह भी फोन पर पत्नी समता से तकरार हुई थी। इसके बाद अचानक उन्होंने कमरा बंद कर लिया और फंदे से लटक कर जान दे दी थी।
मामला जिला स्तरीय अधिकारी की मौत का था। इसलिए पुलिस भी मौके पर पहुंचकर सभी पहलुओं पर गहराई से जांच की। जांच के दौरान प्रथम दृष्टया मामला पत्नी से विवाद का ही पाया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार गुरुवार को नहीं हो पाया था।
आशीष की बड़ी बहन पूजा मुरादाबाद में रहती हैं। वह नहीं पहुंच पाई थीं। शुक्रवार को उनके आने के बाद शव का अंतिम संस्कार के लिए शृंगवेरपुर घाट पर ले जाया गया। शव को मुखाग्नि ताऊ दीपक सिंह ने उनके चार वर्षीय बेटे नमन को गोंद में लेकर किया। इस दौरान मासूम के सिर से उठ चुके पिता के साए को देखकर हर किसी के आंखें नम थीं। मेडिकल कालेज के चौकी प्रभारी अखिलेश प्रताप ने बताया कि शव का अंतिम संस्कार हो चुका है। अन्य कई बिंदुओं पर भी जांच की जा रही है।
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