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    Pilibhit Encounter: तीन खालिस्तान समर्थक आतंकी मुठभेड़ में ढेर, दो AK-47 बरामद; पंजाब में पुलिस चौकी पर किया था हमला

    पीलीभीत में तीन खालिस्तान समर्थक आतंकियों को मुठभेड़ में मार दिया गया है। पंजाब के गुरदासपुर में पुलिस चौकी पर हमले के आरोपी थे। तीनों आतंकी पीलीभीत के पूरनपुर क्षेत्र में छिपे थे। पंजाब और यूपी पुलिस की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में तीनों को ढेर कर दिया। उनके पास से एके−47 व पिस्टल और अन्य हथियार बरामद हुए हैं। दो सिपाही भी घायल हुए हैं।

    By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Mon, 23 Dec 2024 11:19 AM (IST)
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    पीलीभीत में खालिस्तान समर्थक आतंकी मारे गए। मृतकों के फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, पीलीभीत। पंजाब के गुरदासपुर में पुलिस चौकी पर हमले के आरोपित पाकिस्तान समर्थित खालिस्तानी आतंकी गुरविंदर, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि और जसनप्रीत उर्फ प्रताप सिंह को सोमवार को पीलीभीत में मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया।

    उत्तर प्रदेश पुलिस व पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम ने आठ किलोमीटर पीछा कर घेरा तो आतंकियों ने मोडिफाइड एके-47 राइफल से 13 और ग्लाक पिस्टल से नौ फायर किए। तीनों आतंकी ब्रिटेन, कनाडा और पाकिस्तान में बैठे सरगना के संपर्क में थे। उनसे बातचीत के लिए जंगी एप्लीकेशन का उपयोग करते थे, जिसका काल रिकार्ड सर्वर से कुछ ही सेकंड में नष्ट हो जाता है।

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    तीनों को विदेशी फंडिंग की आशंका भी जताई गई है। इनसे दो मोडिफॉइड एके-47 राइफल, दो विदेशी ग्लाक पिस्टल, 135 कारतूस और 30 हजार रुपये और दो मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।

    आतंकियों की फायरिंग में पुलिस गाड़ी पर लगे बुलेट।

    पीलीभीत पुलिस से किया था पंजाब पुलिस ने संपर्क

    खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स से संबद्ध गुरदासपुर (पंजाब) के तीनों आतंकियों ने 18 दिसंबर को बख्शीवाल पुलिस चौकी पर हैंड ग्रेनेड से हमला किया था। सुराग जुटाने में लगी पंजाब पुलिस को जानकारी मिली कि तीनों आतंकी उत्तर प्रदेश में पीलीभीत जिले के पूरनपुर क्षेत्र में छिपे हैं। उत्तराखंड से लगते इस क्षेत्र में सिख आबादी की बहुलता है। इसी आधार पर पंजाब पुलिस ने पीलीभीत पुलिस से संपर्क किया।

    मुठभेड़ में घायल हुआ सिपाही।

    तीन संदिग्ध की मिली थी सूचना

    एडीजी रमित शर्मा ने बताया कि सोमवार सुबह 5.30 बजे खमरिया तिराहा की पिकेट ने पूरनपुर कस्बा से पीलीभीत मार्ग पर एक बाइक पर सवार तीन संदिग्धों को तेजी से जाने की सूचना कंट्रोल-रूम को दी। इसके बाद पुलिस ने पीछा शुरू किया। एसपी अविनाश पांडेय भी एसओजी के साथ घेराबंदी में लग गए। पुलिस को पीछे आता दिख आतंकियों ने अपनी मोटरसाइकिल माधोटांडा लिंक मार्ग पर मोड़ दी।

    आठ किलाेमीटर तक किया पीछा

    आठ किमी पीछा करने के बाद पुलिस टीमों ने बाइक को हरदोई ब्रांच नहर की पटरी पर घेर लिया। गोलीबारी शुरू हो गई। आतंकियों ने पुलिस टीम पर 22 फायर किए, इसमें दो गोलियां सिपाही सुमित राठी व शहनवाज के शरीर को छीलते हुए निकल गईं। जवाब में पुलिस ने 18 राउंड फायर किए। इनमें एक गोली गुरविंदर के सिर के पिछले हिस्से में जा धंसी, वीरेंद्र व जसनप्रीत के सीने में एक-एक गोली लगी। तीनों लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े। जिला अस्पताल में चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। 

    स्वास्थ्य केंद्र पूरनपुर पर मौजूद पुलिसकर्मी।

    डीजीपी प्रशांत कुमार ने दी जानकारी

    उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा है कि उत्तर प्रदेश व पंजाब पुलिस ने संयुक्त आपरेशन में पीलीभीत में तीन खालिस्तान समर्थकों को मार गिराया है। इसके बाद तीनों के विरुद्ध पुलिस पर फायरिंग, जानलेवा हमला आदि धाराओं में प्राथमिकी पंजीकृत की गई। तीनों ने भागने के लिए रविवार शाम सात बजे पूरनपुर के नाजिम की बाइक चोरी की थी। नाजिम ने रात को ही पूरनपुर थाने में अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत करा दी थी। दूसरी ओर, बाइक की नंबर प्लेट हटाकर आतंकी कस्बा से दूर भागने की योजना बना चुके थे। मुठभेड़ के बाद पुलिस को बाइक पर नंबर प्लेट नहीं मिली तो चेचिस नंबर से पड़ताल की गई। इसी आधार पर पता चला कि यह बाइक चोरी की थी। 

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    पाकिस्तान से असलहा व कनाडा-ब्रिटेन से फंडिंग

    खालिस्तान जिंदाबाद संगठन के सरगना नवयुवकों का ब्रेनवाश कर पंजाब में आतंक फैला रहे थे। वहां पुलिस चौकियों व थानों को निशाना बनाया जा रहा था, ताकि डर फैले। मारा गया आतंकी जसनप्रीत 18 वर्ष का था। वीरेंद्र की उम्र 23 और गुरविंदर की उम्र 25 वर्ष थी। इन आतंकियों को पाकिस्तान से आधुनिक असलहा और कनाडा, ब्रिटेन व अन्य यूरोपीय देशों से फंडिंग की आशंका जताई गई है।

    नेपाल सीमा के पास पूरनपुर, रिश्तेदार की शरण में आया था गुरविंदर

    पूरनपुर क्षेत्र में बड़ी संख्या में सिख आबादी रहती है। यहां काफी पहले से पंजाब के मूल निवासी जमीनें खरीदकर खेती कर रहे हैं। बताया जाता है कि गुरविंदर का रिश्तेदार इसी क्षेत्र में रहता है। पंजाब में पुलिस चौकी पर हमला करने के बाद वह अपने दोनों साथियों के साथ यहां आ गया था। वह रिश्तेदार के संपर्क में कब तक रहा, इसकी पुष्टि नहीं हुई है।

    इसकी चर्चा रही कि रिश्तेदार के घर रुकने के बजाय पूरनपुर कस्बा के एक होटल में रुका था। यहां से नेपाल सीमा 40 किमी दूर है। आसपास जंगल क्षेत्र भी है। ऐसे में आतंकियों ने छिपने के लिए सुरक्षित ठिकाना तलाशने का प्रयास किया था।