पीलीभीत में स्वास्थ्य मेला सिर्फ 'दिखावा': देहात के PHC पर दम तोड़ रहा निशुल्क इलाज, मरीजों से छलावा
शहर में इलाज, देहात के PHC (बीसलपुर/पूरनपुर) पर जाँच नहीं। अधिकारियों की उदासीनता से गरीब मरीजों को निजी डॉक्टरों का सहारा। निशुल्क स्वास्थ्य सेवा सिर्फ़ खानापूर्ति बन कर रह गई है। जानें 32 केंद्रों की हकीकत और डॉक्टर की लेटलतीफी।
-1763980846387.webp)
जन आरोग्य मेले में इलाज के लिए खड़े मरीज
जागरण संवाददाता, पीलीभीत। पीएचसी पर आयोजित होने वाला जन आरोग्य मेला केवल दिखावा होता जा रहा है। शहर के मरीजों के लिए जांच के साथ उपचार मिल रहा है। जबकि देहात की पीएचसी पर जांच नहीं होने पर मरीजों को निशुल्क सेवा के लिए शुरू किया गया स्वास्थ्य मेला न केवल अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए खानापूर्ति होता जा साथ ही मरीजों के साथ छलावा साबित हो रहा है।
रविवार को जिले की 32 पीएचसी पर जन आरोग्य मेला का आयोजन किया गया। इनमें 2167 मरीजों का उपचार किया गया। बीसलपुर और पूरनपूर क्षेत्र की पीएचसी पर मरीजों के उपचार में खानापूर्ति की गई। अधिकतर पीएचसी पर बिना जांच के लिए उपचार मिला। देखा जाए तो देहात की पीएचसी पर अधिकारियों और कर्मचारियों की उदासीनता के चलते मरीजों को लाभ नहीं मिल रहा है।
शहर के बागगुलशेर खां मुहल्ले मुहल्ले की पीएचसी पर 94 मरीज पहुंचे, उनमें सबसे अधिक मौसमी बीमारियों से पीड़ित थे। जोशीटोला पीएचसी पर 91 मरीज पहुंचे। पुराना अस्पताल की पीएचसी पर 68 मरीज पहुंचे थे। डाक्टरों ने बताया कि रात को ठंड और दिन में धूप निकलने से लोग बीमार हो रहे है। स्वास्थ्य मेला में पहुुंचने वाले मरीजों का उपचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस मौसम में सबसे अधिक लोग बीमारियों से बचने के लिए बाहर की ठंडे पेय पदार्थ या खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करें।
लेट-लतीफी से परेशान रहे मरीज
ललौरी खेड़ा: पीएचसी पर रविवार को जन आरोग्य मेला का आयोजन किया गया। मेला की शुरूआत सुबह 10 बजे से शुरू हुआ। लेकिन डा. नितिन अपनी कुर्सी से नदादर दिखाई दिए। मरीज उनके इतंजार में बैठे रहे। करीब एक बजे वह पीएचसी पर पहुंचे उसके बाद उन्होंने मरीजों की जांच कराकर इलाज किया। मरीजों ने बताया पीएचसी राम भरोसे चल रही है। डाक्टर कभी समय से अस्पताल नहीं पहुंचते है। इससे मरीजों को अस्पताल पर घंटों इतजार करना पड़ता है।
बीसलपुर: नगर के मुहल्ला दुबे स्थित नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लगे मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में 90 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण हुआ। शिविर में मरीजों के बुखार, शुगर आदि की जांचे नहीं हो पाई। डा. अमित कुमार मरीजों को बिना जांच के ही दवा दी। वहीं चुरा सकतपुर व दियोरिया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर लगे मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में तमाम अव्यवस्थाएं बनी रही।
मझोला: गरीबों के लिए निशुल्क इलाज के लिए शुरू किया गया। जन आरोग्य मेला पीएचसी पर दम तोड़ रहा है। यहां अधिकारियों और कर्मचारियों की उदासीनता के चलते प्रचार और प्रसार नहीं होने से मरीज अपने इलाज के लिए नहीं पहुंच रहे है। ऐसे में देहात क्षेत्र के मरीजों को प्रवाइवेट डाक्टर के पास इलाज कराना पड़ रहा है। रविवार को पीएचसी आयोजित हुए जन आरोग्य मेला केवल 12 मरीज ही पहुंच सके। सहुलियत की बात यह रही कि उनकी जांच हो सकी थी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।