बिजलीघर बना अखाड़ा: वकीलों और बिजली कर्मियों के बीच मारपीट, ₹1.39 लाख की लूट का आरोप
पूरनपुर में भारी हंगामा! बिजली बिल और कनेक्शन काटने को लेकर अधिवक्ताओं और बिजली विभाग के कर्मचारियों के बीच हिंसक झड़प। कैशियर ने लगाया ₹1.39 लाख की ल ...और पढ़ें

थाने में बातचीत करते बिजली कर्मचारी और वकील
संवाद सहयोगी, जागरण, पूरनपुर (पीलीभीत)। बकाया पर कनेक्शन काटे जाने को लेकर अधिवक्ताओं और बिजली कर्मचारियों में जमकर मारपीट हुई। वकीलों पर 1.39 लाख रुपये केस लूटने का आरोप लगाते हुए नगर की आपूर्ति बंद कर दी गई। कई घंटे तक आपूर्ति बंद रहने से उपभोक्ता परेशान रहे।
अधिवक्ता नारेबाजी करते हुए कोतवाली पहुंचे और कार्रवाई की मांग कर हंगामा किया। दोनों पक्षों की तरफ से पुलिस को शिकायती पत्र दिए गए। अधिकारियों के बीच दोनों पक्षों की वार्ता होने पर एक दूसरे ने कार्रवाई से इंकार कर दिया। विद्युत वितरण खंड के कार्यकारी सहायक (कैशियर) शिवांशु मिश्रा ने पुलिस को बताया कि मंगलवार को उपखंड में प्रतिदिन की तरह कैश जमा कर रहे थे।
इस दौरान अधिवक्ता संजय पांडे आठ लोगों के साथ कैश रूम में घुस गए। सरकारी कार्य में बाधा डालते हुए गालियां देने लगे। विरोध पर हाथापाई और मारपीट की गई। इससे वह घायल हो गए। बचाव करने पर अन्य स्टाफ को भी गालियां दी। सरकारी दस्तावेजों को अस्त व्यस्त कर दिया। विद्युत बिलों की जमा की गई 1.39 की धनराशि लूट ले गए। कार्यालय में भय का माहौल व्याप्त हो गया।
उधर, संजय पांडेय का आरोप है कि वह अपने साथी अधिवक्ता जैतराम पासवान के साथ विद्युत बिल के निवारण और सरकारी योजना का लाभ लेने को एसडीओ मोहित गुप्ता के पास गए। अधिवक्ता को देखते ही अभद्रता भाषा का प्रयोग किया गया। व्यवहार करने की बात कहने पर अमर्यादित टिप्पणी की गई। आधा दर्जन युवकों को बुला लिया। आरोप है कि वह क्षेत्र में उपभोक्ताओं से गुंडई और वसूली करते हैं।
अधिवक्ता जैतराम के साथ धक्का मुक्की और गाली गलौज कर गला दबाकर जान से मारने का प्रयास किया गया। अधिवक्ताओं के कोतवाली में नारेबाजी कर पहुंचकर हंगामा करने की सूचना पर पुलिस क्षेत्राधिकारी डा. प्रतीक दहिया पहुंच गए। उपजिलाधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने भी कोतवाली पहुंच। एसडीएम कार्यालय पर दोनों पक्षों को बुलाकर वार्ता की गई। घंटों वार्ता होने के बाद दोनों पक्ष राजी हुए। इससे कार्रवाई नहीं हो सकी।
चार घंटे ठप रही नगर की आपूर्ति
बिजली कर्मचारियों और अधिवक्ताओं के बीच हुई मारपीट की घटना से कर्मचारियों में आक्रोश फैल गया। उन्होंने नगर की बिजली आपूर्ति बंद कर दी। करीब चार घंटे तक आपूर्ति बंद रही। दोनों पक्षों में वार्ता होने के बाद आपूर्ति शुरू की गई। आपूर्ति न मिलने से उपभोक्ता परेशान रहे।
अधिवक्ताओं और बिजली कर्मचारियों में विवाद के मामले में दोनों तरफ से वार्ता हो गई है। इससे कार्रवाई नहीं हुई।
- अजीत प्रताप सिंह, उपजिलाधिकारी, पूरनपुर
बिजली कर्मचारियों और अधिवक्ताओं में बैठकर वार्ता हो गई। इससे कार्रवाई नहीं हुई। दोनों पक्षों ने कार्रवाई से इंकार कर दिया।
- डा. प्रतीक दहिया, पुलिस क्षेत्राधिकारी, पूरनपुर
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