मैदान में औंधे मुंह गिरे पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा का विरोधियों को चैलेंज, बोले- गिरते-उठते आए हैं, साजिशों से फिर जीतेंगे
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा मैदान में गिर गए, जिसके बाद उन्होंने विरोधियों को चुनौती दी। उन्होंने कहा कि वह गिरते-उठते आए है ...और पढ़ें

दौड़ लगाते हुए गिर पड़े पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा
जागरण संवाददाता, पीलीभीत। राजनीति में जीतने तो कभी लड़खडाने वाले पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा दौड़ के मैदान में औंधे मुंह गिर गए। वह पूरे दमखम से दौड़े परंतु, चंद सेकंड में ऐसा घटनाक्रम हुआ जो खेल के मैदान से निकलकर राजनीतिक गलियारे में चर्चा का बिंदु बन गया।
सोमवार को उन्हें फेसबुक अपना जज्बा दिखाने, दर्द साझा करने और झिझक दूर करने के लिए लंबी पोस्ट लिखी...'दौड़ लगाते समय मेरी लाइन में दूसरे लोगों के आ जाने से बाडी टच हुआ, जिससे संतुलन बिगड़ने के कारण मैं गिर पड़ा। वीडियो में स्पष्ट दिख रहा कि मुझे धक्का दिया गया। वीडियो प्रसारित कराकर विरोधी मेरी ज्यादा चिंता कर रहे हैं। हम राजनीति में गिरते-उठते और साजिशों का सामना करते आए हैं। आगे भी दौड़ेंगे और जीतेंगे।'
और कुछ यूं गि र पड़े नेता जी pic.twitter.com/IVWkekr63d
— anshul saxena (@rudrasaxena) December 22, 2025
रविवार को गांधी स्टेडियम में सांसद खेल महोत्सव का आयोजन किया गया था। उसमें स्थानीय सांसद एवं केंद्रीय वाणिज्य राज्यमंत्री जितिन प्रसाद, समेत एक दर्जन से ज्यादा नेताओं ने दौड़ लगाई थी। इनमें हेमराज वर्मा भी शामिल थे। वह वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में पहली बार सपा के टिकट पर विधायक बने थे। उन्हें खाद्य एवं रसद विभाग का राज्यमंत्री बनाया गया था।
12 वर्ष तक वह सपा के करीब रहे मगर, एक बार विधायक बनने के बाद दोबारा किसी सदन में जाना का अवसर नहीं बना। वर्ष 2024 में हेमराज सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए तब लोकसभा टिकट की आस लगाए हुए थे। इससे इतर, भाजपा ने जितिन प्रसाद को टिकट दिया, जोकि जीतकर केंद्र सरकार में मंत्री बने।
रविवार को खेल महोत्सव में दौड़ शुरू होते ही जितिन प्रसाद सबसे आगे निकल गए थे। कुछ कदम पीछे हेमराज वर्मा दमखम लगा रहे थे, इतने में जिला पंचायत अध्यक्ष दलजीत कौर के पति गुरभाग सिंह उनके करीब आ गए। वीडियो में दिख रहा कि गुरभाग सिंह का कंधा टकराते ही हेमराज वर्मा ट्रैक पर गिर गए।
वह जब तक दोबारा संभलते, अन्य नेता काफी दूर निकल चुके थे। इस बीच कुछ समर्थक उन्हें उठाने पहुंचे और ट्रैक किनारे ले गए। उस समय कपड़े झाड़ने के बाद हेमराज वर्मा सामान्य हो गए थे। सोमवार को इस घटनाक्रम का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने लगा तो हेमराज ने इसे विरोधियों की हरकत बताई।
उन्होंने अपने फेसबुक एकाउंट पर लिखा कि ईश्वर के आशीर्वाद से मुझे कोई गंभीर चोट नहीं है। ईश्वर से यही प्रार्थना है कि किसी की नजरों से न गिरें। आप अपनी चिंता करिए, मेरी चिंता करने के लिए मेरा ईश्वर व शुभचिंतक काफी हैं। उनके स्वजन ने इस प्रकरण को खेल के बजाय राजनीति उठापटक से जोड़ते हुए लिखा...'दूसरों को गिराने की चााली में, खुद को वजूद मिटा बैठते हैं गिरे हुए लोग...!''
खेल के मैदान पर 'सियासी' दौड़ में हेमराज वर्मा के गिरने से विवाद खड़ा हो गया। इसे लेकर इंटरनेट मीडिया के अलावा जनसामान्य में भी खूब चर्चा होती रही।
वहीं, जिला पंचायत अध्यक्ष दलजीत कौर के प्रतिनिधि भाजपा नेता गुरभाग सिंह ने कहा कि भीड़ अधिक हो गई थी। इस वजह से मुझे खुद नहीं पता चला कि मैं हेमराज वर्मा से टकरा गया। वह मेरे बड़े भाई के जैसे हैं। उनसे मेरी कोई राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता नहीं है। मैं उनका सम्मान करता हूं।

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