हाईवे पर 'मौत के अवैध कट': पीलीभीत-बरेली NH पर डिवाइडर तोड़कर बनाए गए रास्ते, बढ़ता जा रहा हादसों का खतरा
पीलीभीत-बरेली राष्ट्रीय राजमार्ग पर अवैध कटों से हादसों का खतरा बढ़ गया है। ललौरी खेड़ा, अमरिया और गजरौला कलां में डिवाइडर तोड़कर रास्ते बनाए गए हैं, ...और पढ़ें
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अमरिया कस्बे में हाइवे पर बने डिवाइडर में निकलने के लिए बनाया गया अवैध कट सुरक्षा को लेकर अवैध कट पर बंधा तार
जागरण संवाददाता, पीलीभीत। पीलीभीत-बरेली राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहन चालकों की मनमानी और विभागीय उदासीनता बड़े हादसों को न्योता दे रही है। जगह-जगह हाईवे के बीच बने डिवाइडर को अवैध रूप से तोड़कर कट बना लिए गए हैं। ये अवैध कट न सिर्फ यातायात नियमों का उल्लंघन हैं, बल्कि तेज रफ्तार वाहनों के लिए अचानक आने वाले खतरे का सबब भी बन रहे हैं।
जिले के ललौरी खेड़ा, अमरिया और गजरौला कलां जैसे प्रमुख स्थानों पर यह समस्या विकराल रूप ले चुकी है। ये गैर-कानूनी कट मुख्य रूप से स्थानीय दुकानदारों या कुछ निजी प्रतिष्ठानों द्वारा अपनी सुविधा के लिए बना लिए गए हैं, लेकिन इनका खामियाजा आम राहगीरों को अपनी जान जोखिम में डालकर भुगतना पड़ रहा है।
ललौरी खेड़ा : कागजों में नहीं, सड़क पर मौजूद कट
पीलीभीत-बरेली मार्ग पर ललौरी खेड़ा अवैध कटों का केंद्र बन गया है। यहां डिवाइडर को तोड़कर एक बड़ा कट तैयार किया गया है, इससे वाहन चालक मनमाने ढंग से दिशा बदलते हैं। इससे भी गंभीर मामला ललौरी खेड़ा स्थित एसएसबी केंद्र के सामने का है। जानकारों के मुताबिक, यह कट कागजों में दर्ज नहीं है, इसका सीधा मतलब है कि यह पूरी तरह से अनधिकृत है। इस ''अदृश्य'' कट के कारण केंद्र पर आने-जाने वाले सैन्य और नागरिक वाहनों के साथ-साथ अन्य राहगीरों के लिए भी खतरा मंडराता रहता है।
अमरिया: टूटा डिवाइडर, बेतरतीब आवाजाही
अमरिया क्षेत्र में भी राष्ट्रीय राजमार्ग पर डिवाइडर को जगह-जगह से तोड़ा गया है। स्थानीय लोग अपनी सहूलियत के लिए डिवाइडर के हिस्सों को हटाकर छोटा रास्ता बना लेते हैं, इससे अचानक दो विपरीत दिशाओं से आ रहे वाहन सामने आ जाते हैं। हाईवे की तेज गति के बीच इस तरह की बेतरतीब आवाजाही से आए दिन छोटे-बड़े सड़क हादसे होते रहते हैं। प्रशासन को चाहिए कि टूटे हुए डिवाइडर की तत्काल मरम्मत कराए और अवैध कट बनाने वालों पर जुर्माना लगाए।
गजरौला कलां : अवैध कट, दुर्घटना का गढ़
गजरौला कलां में भी एक जगह पर डिवाइडर को तोड़कर अवैध कट बना लिया गया है। यह कट इस क्षेत्र में दुर्घटनाओं की मुख्य वजह बना हुआ है। स्थानीय लोगों के अनुसार, कट बनाने वाले लोग सिर्फ अपनी सुविधा देखते हैं, लेकिन इससे होने वाले हादसों की जिम्मेदारी कोई नहीं लेता।
रात के समय, जब दृश्यता कम होती है, तो ये अवैध कट और भी खतरनाक ब्लैक स्पाट बन जाते हैं। वहीं मार्ग पर बने डिवाइडर पर लगी रेलिंग भी कई जगह पर टूट गई है। ऐसे में लोग टूटी हुई रेलिंग की जगह से आराम से निकल रहे है। पिछले दिनों में इन रास्तों से निकलने पर दो लोग घायल भी हो चुके है। लेकिन उसके बाद भी सही नहीं कराया जा रहा है।
एनएचएआइ के अधिकारियों को पत्र लिखकर अवैध रूप से बनाए गए कट बंद करने के लिए कहा जाएगा। पहले भी एनएचएआइ की ओर से इन अवैध कटों को बंद किया गया था, लेकिन लोगों ने उन्हें फिर से खोल दिया। इन अवैध कटों को स्थायी तौर पर बंद करने की आवश्यकता है।
- वीरेंद्र सिंह, एआरटीओ पीलीभीत
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