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    पीलीभीत में बुखार का प्रकोप, 10 घंटे में तीन लोगों की मौत; 18 दिन में दम तोड़ चुके एक गांव के सात लोग

    Updated: Tue, 07 Oct 2025 09:39 PM (IST)

    पीलीभीत के रसिया खानपुर गांव में संक्रामक रोगों से 10 घंटे में तीन लोगों की मौत हो गई। सभी को बुखार था और दवाओं से राहत नहीं मिली। 18 दिनों में सात ग्रामीणों की जान गई है। प्रशासनिक और स्वास्थ्य अधिकारी गांव पहुंचे। एसडीएम ने पहले गंदगी के कारण प्रधान और सचिव पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी पर स्थिति नहीं सुधरी। स्वास्थ्य विभाग मृत्यु के कारणों का ऑडिट कराएगा।

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    पीलीभीत में बुखार का प्रकोप, 10 घंटे में तीन लोगों की मौत।- सांकेत‍िक तस्‍वीर

    जागरण संवाददाता, पीलीभीत। संक्रामक रोगों से कराह रहे रसिया खानपुर गांव में 10 घंटे के अंदर तीन लोगों ने दम तोड़ दिया। इन सभी को कई दिनों से बुखार आ रहा था। दवाओं से भी इन्हें लाभ नहीं हुआ। मंगलवार को तीन मौतों के बाद प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य अधिकारी गांव पहुंचे। गंदगी से जूझ रहे इस गांव में तीन अक्टूबर को भी एसडीएम नागेंद्र पांडेय ने निरीक्षण किया था। उन्होंने ग्राम प्रधान राशिद हुसैन और सचिव जाकिर अली पर प्राथमिकी भी दर्ज कराई थी, परंतु गांव में बदहाली बरकरार है।

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    गांव में 18 दिन के अंदर सात ग्रामीणों की मौत हो चुकी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कह रहे कि मृत्यु के कारण का आडिट कराएंगे।ग्रामीणों ने बताया कि मंगलवार को बुजुर्ग सबरी बेगम, सकीना व रेहान की बुखार से मौत हो गई। दोपहर को एसडीएम नागेंद्र पांडेय, सीएमओ डा. आलोक कुमार, जिला मलेरिया अधिकारी पंकज द्विवेदी टीम के साथ गांव पहुंचे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर-घर जाकर ग्रामीणों को जागरुक किया।

    सीएमओ ने बताया कि कुछ ग्रामीण बुखार से पीड़ित हैं। उन्हें दवा दी गई है। ग्रामीणों ने बताया कि इससे पहले भी चार अन्य लोग दम तोड़ चुके थे। उन सभी को बुखार आने के बाद सांस लेने में समस्या भी हुई थी।

    तीन अक्टूबर को एसडीएम ने गांव का निरीक्षण किया, तब नालियां चोक और गलियों में कूड़े के ढेर मिले थे। उन्होंने गंदगी के कारण संक्रामक रोग फैलने में प्रधान व सचिव को जिम्मेदार मानते हुए प्राथमिकी कराई। दो दिन तक गांव में सफाई अभियान चला, मगर यह पर्याप्त साबित नहीं हुआ।

    ग्रामीणों ने बताया कि अभी भी तीन-चार दर्जन लोग बीमार हैं। अधिकतर को बुखार और उल्टी-दस्त हो रहे हैं। 19 सितंबर को सुनीता देवी, फिर तसरुन, इशरततुल्लाह और जाने आलम के नवजात बेटे की बुखार से मृत्यु हो गई थी।

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