पीलीभीत में नवजात बच्ची को खेत में फेंका, किसान ने उठाया ये बड़ा कदम
न्यूरिया में एक खेत में एक नवजात बालिका मिली। एक दंपति जिनके कोई संतान नहीं थी ने उसे अपनाया लेकिन चाइल्ड हेल्पलाइन टीम ने पुलिस की मदद से बच्ची को रेस्क्यू किया और अस्पताल में भर्ती कराया। जानकारी के अनुसार अब बालिका को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जाएगा।

संवाद सूत्र जागरण, न्यूरिया। क्षेत्र के गांव जोशी कालोनी स्थित एक खेत में शनिवार को किसी अज्ञात व्यक्ति ने नवजात बालिका को फेंक दिया। खेत मालिक ने नवजात को रोते हुए पाया और उसे गांव ले जाकर ग्रामीणों को सूचना दी। बाद में ग्रामीणों ने नवजात को न्यूरिया कालोनी के एक दंपति को सौंप दिया, जिनकी शादी के 11 वर्ष बाद भी संतान नहीं थी।
रविवार को जिला प्रोबेशन अधिकारी अनुराग श्याम रस्तोगी ने इसका संज्ञान लेते हुए चाइल्ड हेल्पलाइन टीम को मौके पर जांच के लिए भेजा। टीम ने पड़ताल की और पाया कि नवजात को न्यूरिया कालोनी के दंपति के पास रखा गया है।
बच्ची को देने से किया इनकार
जब टीम ने दंपति से नवजात को वापस लेने की कोशिश की, तो उन्होंने ममता के चलते बच्ची को वापस देने से इंकार कर दिया और विरोध जताया। आखिरकार थाना न्यूरिया पुलिस की मदद से टीम ने दंपति को समझाकर नवजात को रेस्क्यू किया।
बालिका को प्राथमिक उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उसकी नाजुक स्थिति को देखते हुए एसएनसीयू जिला अस्पताल पीलीभीत रेफर कर दिया। परियोजना समन्वयक निर्वान सिंह ने बताया कि बालिका के स्वास्थ्य लाभ होने के बाद उसे बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा और सीएआरए की गाइडलाइन के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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