हाउस टैक्स वसूल कर जेब में भरे पैसे, बीसलपुर नगर पालिका के तीन कर्मचारियों ने किया लाखों का घोटाला
बीसलपुर नगर पालिका कार्यालय में हाउस टैक्स वसूली में लाखों का घोटाला सामने आया है। पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि ने तीन कर्मचारियों - उपेंद्र कुमार रामनिवास और जितेंद्र कुमार - के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इन कर्मचारियों पर गृहकर और जलकर की वसूली के बाद धनराशि जमा नहीं करने का आरोप है। जांच में तत्कालीन अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है।

संवाद सहयोगी, बीसलपुर । नगर पालिका कार्यालय में हाउस टैक्स की वसूली में पिछले कई वर्षों से किए जा रहे हैं लाखों के घोटाले का पालिका अध्यक्ष पतिनिधि ने भंडाफोड़ दिया। मामला उजागर हो जाने के बाद तीनों कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करानेके लिए अधिशासी अधिकारी ने तहरीर दी है।
पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि अमन जायसवाल उर्फ निक्की ने आज शाम पत्रकारों से वार्ता कर टेक्स वसूली में हुए घोटाले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पालिका कार्यालय में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी उपेंद्र कुमार, वसूली कर्ता रामनिवास व बैकलॉग पिछड़ा वर्ग सफाई कर्मचारी जितेंद्र कुमार पालिका कार्यालय में पिछले कई वर्षों से गृहकर व जलकर व अन्य मदो की वसूली का कार्य कर रहे थे।
खाते में जमा नहीं कराए पैसे
वसूली करने के बाद देनदाताओं के खाते में धनराशि जमा नहीं की गई। अधिशासी अधिकारी शमशेर सिंह द्वारा तीनों कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराने के लिए कोतवाली में तहरीर दी गई है।
तहरीर में आरोप लगाया गया है कि उक्त तीनों कर्मचारियों को वसूली के लिए जारी की गई रसीदें पालिका कार्यालय में जमा करा कर पोस्टिंग करने के निर्देश दिए गए। 24 सितंबर को रामनिवास अपनी कुछ रसीद वुके लेकर आए और बिना किसी को दिखाएं पालिका कार्यालय से चले गए। उन्होंने फोन उठाना बंद कर दिया।
उपेंद्र कुमार ने उन्हें बताया कि उनके द्वारा 7 से 8 रुपए जमा नहीं किया गया है। 28 सितंबर को चेयरमैन प्रतिनिधि के समक्ष रामनिवास द्वारा बताया गया कि उसके द्वारा 8 से 9 रसीद बुकों का10 से 11 लाख रुपए की धनराशि जमा नहीं की गई है। उपेंद्र कुमार ने बताया कि उनके द्वारा 7 रसीद बुकों का 8 लाख रुपये पालिका कार्यालय में जमा नहीं किया गया है व जितेंद्र कुमार ने बताया कि दो रसीद बुकों का लगभग 100000 पालिका कार्यालय में जमा नहीं किया गया है।
वीडियो रिकॉर्डिंग और पेन ड्राइव किया संलग्न
वसूली कार्य में घोटाला करने के आप को स्वीकार करने का वीडियो रिकॉर्डिंग व पेन ड्राइव तहरीर के साथ संलग्न की गई है। तीनों कर्मचारियों ने बताया कि उनके द्वारा वर्ष 2018 से वसूली कर जमा किए जाने का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य में तत्कालीन निरीक्षक व कर अधीक्षक भी शामिल है। पुलिस ने तहरीर मिलने के बाद मुकदमा दर्ज करने की कार्यवाही शुरू कर दी हैं। प्रभारी निरीक्षक संजीव शुक्ला ने बताया कि तहरीर प्राप्त हो गई है।
करदाता रसीदों का मिलान कर ले
पालिकाध्यक्ष प्रतिनिधि ने बताया कि हाउस टैक्स व अन्य मदों की वसूली में कितना घोटाला हुआ है अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। जांच कराई जा रही है। इसमें पालिका के दो तत्कालीन अधिकारी शामिल है।
टैक्स जमा करने वाले लोग अपनी रसीदें लाकर पालिका कार्यालय मेंयह पता करले कि, उनका टैक्स जमा हुआ है या नहीं। रशीदे होने पर टैक्स जमा करने की सुविधा उन्हें दिलाई जाएगी।
तत्कालीन पालिकाअध्यक्ष भी संदेह के घेरे में आए
टेक्स्ट वसूली में घोटाला करने वाली कर्मचारियों ने पूर्व के पालिका अध्यक्षो का संरक्षण मिलने व इस कार्य में उनका आर्थिक रूप में सहयोग करने की बात बताई। जिससे इस मामला में उन पर भी उंगलियां उठनी लगी है।
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