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    पीलीभीत से टिकट कटने के बाद वरुण गांधी के अगले कदम पर सबकी नजर, जितिन प्रसाद को प्रत्याशी बनाने के कारण आए सामने

    Updated: Mon, 25 Mar 2024 09:27 AM (IST)

    रविवार शाम जितिन प्रसाद को टिकट मिलने की चर्चा अचानक तेज हो गई। इंटरनेट मीडिया के कई प्लेटफार्म पर भी इससे संबंधित पोस्ट और मैसेज प्रसारित किए जाने लगे। भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय में भी गहमागहमी होने लगी। वहीं जितिन प्रसाद के समर्थक लोग उन्हे बधाई देने के लिए शाहजहांपुर पहुंच गए। जितिन प्रसाद के शाहजहांपुर स्थित निवास कोठी पर भी खासी गहमागहमी का माहौल है।

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    पीलीभीत से टिकट कटने के बाद वरुण गांधी के अगले कदम पर सबकी नजर

    देवेंद्र देवा, पीलीभीत। भारतीय जनता पार्टी आलाकमान ने रविवार की रात पीलीभीत लोकसभा सीट से भाजपा टिकट को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगा दिया। भाजपा ने सांसद वरुण गांधी का टिकट काट दिया है। उनके स्थान पर लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद को प्रत्याशी घोषित किया है।

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    सांसद वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी विगत साढ़े तीन दशक से पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र से प्रतिनिधित्व करते रहे हैं। सांसद वरुण गांधी दो ढाई साल से विभन्न मुद्दों को लेकर सरकार को असहज करने वाले सवाल उठाते रहे हैं। जिस कारण वरुण गांधी का टिकट काटे जाने की अटकलें लगनी शुरू हो गई थीं।

    माना जा रहा है कि भाजपा आलाकमान ने उक्त परिस्थितियों के कारण ही टिकट काटा है। फिलहाल सांसद वरुण गांधी का अगला कदम क्या होगा? यह अभी तक साफ नहीं हो सका है। इसे लेकर राजनीतिक गलियारे में तमाम तरह के कयास लगने लगे हैं।

    लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद पड़ोसी जनपद शाहजहांपुर के निवासी हैं। पीलीभीत जनपद से उनके परिवार का खास जुड़ाव रहा है। विशेषकर पूरनपुर तहसील क्षेत्र के 94 गांवों में प्रसाद परिवार का खास प्रभाव है।

    यह भी पढ़ें: UP Politics: बीजेपी ने पीलीभीत लोकसभा सीट से काटा वरुण गांधी का 'पत्ता', इस युवा नेता को घाेषित किया प्रत्याशी

    वहीं लोक निर्माण विभाग मंत्री रहते हुए जितिन प्रसाद ने पीलीभीत जनपद को कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की सौगात दी है। समय समय पर जितिन प्रसाद जिले के भ्रमण पर आते रहे हैं। इन्हीं सब वजहों के कारण भाजपा आलाकमान ने उन्हें वरुण गांधी के स्थान पर उम्मीदवार बनाने का निर्णय लिया है।

    हालांकि जितिन प्रसाद को टिकट दिए जाने के बारे में चर्चा तो कई दिनों से चल रही थी। रविवार को शाम चार बजे के बाद जितिन प्रसाद को टिकट मिलने की चर्चा अचानक तेज हो गई। इंटरनेट मीडिया के कई प्लेटफार्म पर भी इससे संबंधित पोस्ट और मैसेज प्रसारित किए जाने लगे।

    भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय में भी गहमागहमी होने लगी। वहीं जितिन प्रसाद के समर्थक लोग उन्हे बधाई देने के लिए शाहजहांपुर पहुंच गए। जितिन प्रसाद के शाहजहांपुर स्थित निवास कोठी पर भी खासी गहमागहमी का माहौल है। जितिन प्रसाद को टिकट मिलने की घोषणा के साथ ही भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह दिखाई दे रहा है।

    साढ़े तीन दशक से गांधी परिवार का वर्चस्व

    पीलीभीत संसदीय सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी पहली बार वर्ष 1989 में सांसद निर्वाचित हुई थीं। जिसके बाद वह छह बार सांसद चुनी गईं। वर्ष 2009 में उनके पुत्र वरुण गांधी पीलीभीत संसदीय सीट से चुनाव लड़कर सांसद चुने गए थे। लेकिन वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में वरुण गांधी सुल्तानपुर और मेनका गांधी पीलीभीत सीट से चुनाव लडकर जीते थे।

    वर्ष 2019 के चुनाव में वरुण गांधी पीलीभीत संसदीय सीट से चुनाव लड़कर लगभग ढाई लाख से ज्यादा मतों से जीते थे। कुलमिलाकर साढ़े तीन दशक से पीलीभीत संसदीय सीट पर गांधी परिवार का ही वर्चस्व रहा है। ऐसे में भाजपा नेतृत्व ने पहली बार वरुण गांधी का टिकट काटकर राजनीतिक तौर पर नया प्रयोग किया है।

    जितिन के टिकट की पटकथा पहले ही लिख दी

    वर्ष 2023 में नवंबर माह में दीपावली से कुछ समय पहले ही लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद ने जनपद को कई सड़कों के निर्माण कार्य को मंजूरी दी थी। जिसके बाद उन्होंने जनपद को कई पुल तथा सड़क निर्माण संबंधी परियोजनाओं को मंजूरी दी।

    जनपद की सबसे बड़ी समस्या के तौर धनाराघाट पुल निर्माण को भी जितिन प्रसाद ने अपनी खास प्राथमिकताओं में शामिल कर स्वीकृति प्रदान की। इसके अलावा जितिन प्रसाद समय समय पर जनपद के दौरे पर भी आए थे। विगत विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने यहां चुनावी सभाओं को संबोधित किया था।

    जितिन प्रसाद की पीलीभीत जनपद में बढ़ती सक्रियता को लेकर अंदरखाने चर्चाएं होती रहीं। जाहिर है कि भाजपा ने जितिन प्रसाद को लोकसभा चुनाव में टिकट देने की पटकथा भी पहले ही लिख दी थी।

    सपा, बसपा उम्मीदवार 26 को करेंगे नामांकन दाखिल

    समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा ने बताया कि पार्टी उम्मीदवार पूर्व मंत्री भगवतसरन गंगवार 26 मार्च को नामांकन दाखिल करेंगे। पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से 26 मार्च को पूर्वान्ह दस बजे शहर के नकटादाना चौराहा स्थित सपा कार्यालय पर पहुंचने का आह्वान किया गया है।

    वहीं लोकसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार पूर्व मंत्री अनीस अहमद खां फूल बाबू ने 26 मार्च को दोपहर 12 बजे नामांकन दाखिन करने की जानकारी इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म के जरिये साझा की है।

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