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    Bulldozer Action: 230 करोड़ की भूमि YEIDA ने कराई कब्जा मुक्त, EPE इंटरचेज से प्रभावित किसानों को मिलेगी राहत

    Updated: Wed, 10 Dec 2025 05:57 PM (IST)

    यमुना प्राधिकरण ने दनकौर क्षेत्र में  हेक्टेयर जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया, जिसकी कीमत 230 करोड़ रुपये है। जेसीबी की मदद से अवैध निर्माण ध्वस्त किया ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण ने बुधवार को सदर तहसील के तहत दनकौर क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए 4.6 हेक्टेयर यानि 46 हजार वर्गमीटर जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया। जेसीबी की मदद से जमीन पर हुए अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। जमीन की बाजार दर पर कीमत करीब 230 करोड़ है।

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    कब्जा मुक्त कराई गई जमीन ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए बन रहे इंटरचेंज से प्रभावित किसानों को सात प्रतिशत आबादी भूखंड आवंटन व अन्य विकास परियोजनाओं के लिए आरक्षित है। यीडा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण पर अधिसूचित भूमि पर कब्जा किया जा रहा है।

    काॅलोनाइजर अधिसूचित जमीन पर काॅलोनी काट रहे हैं। लोगों ने भी जमीन पर अवैध रूप से निर्माण कर लिया है। दनकौर से लेकर बुलंदशहर के झाझर, गौतमबुद्ध नगर के रबूपुरा, जहांगीरपुर, जेवर, अलीगढ़ जिले के टप्पल और मथुरा जिले में यीडा अधिसूचित क्षेत्र में धड़ल्ले से निर्माण हो रहा है। इससे प्राधिकरण की विकास परियोजनाओं में अड़चन आ रही है।

    ओएसडी शैलेंद्र सिंह के नेतृत्व में प्राधिकरण व पुलिस की टीम ने बुधवार को कार्रवाई करते हुए दनकौर क्षेत्र में प्राधिकरण व सरकारी जमीन से अवैध निर्माण को ध्वस्त किया। जेसीबी से वहां बने निर्माण को तहस नहस कर दिया। पुलिस बल की मौजूदगी के कारण कोई भी कार्रवाई का विरोध करने की हिम्मत नहीं जुटा सका।

    ओएसडी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि 46 हजार वर्गमीटर जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है। इसकी कीमत 230 करोड़ रुपये है। जमीन को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे के इंटरचेंज के लिए सात प्रतिशत आबादी भूखंड एवं विकास परियोजनाओं के लिए आरक्षित किया हुआ है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर अधिसूचित क्षेत्र में अवैध रूप से निर्माण किया गया तो कानूनी कार्रवाई करते हुए एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।

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