फेसबुक पर दोस्ती बिल्डर को पड़ी भारी, ठगों ने ऑनलाइन स्टोर के जरिए कारोबार का झांसा देकर ठगे 60 लाख
नोएडा के सेक्टर 43 में एक बिल्डर फेसबुक पर एक ठग के संपर्क में आया, जिसने उसे ऑनलाइन स्टोर चेन में निवेश का लालच दिया। बिल्डर ने करीब दो महीने में 60 लाख रुपये का निवेश किया। मुनाफे सहित रकम न मिलने पर ठगी का पता चला। साइबर क्राइम पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ठगों ने निवेश की रकम को अवैध बताकर डराया था।

जागरण संवाददाता, नोएडा। फेसबुक पर दोस्ती करने के बाद ठग ने सेक्टर-43 के रहने वाले बिल्डर को ऑनलाइन स्टोर चेन में निवेश करके मुनाफा कमाने की योजना के नाम पर चूना लगा दिया गया। करीब दो माह में बिल्डर से 60 लाख रुपये ठग लिए।
मुनाफे समेत पूरी रकम नहीं निकलने पर बिल्डर को अपने साथ ठगी होने का पता चला। ठगों ने पीड़ित की रकम को आरबीआई का हवाला देते हुए अवैध भी बताया। पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ठगों की पहचान और तलाश में जुटी है।
नोएडा सेक्टर-43 के रहने वाले मनोज, पेशे से बिल्डर हैं। वह 20 अगस्त को फेसबुक से माही नाम बताने वाली महिला ठग के संपर्क में आए। उसके बाद वाॅट्सअप पर बात होने लगीं।
ठग ने ऑनलाइन स्टोर से जुड़कर खुद कारोबार करने और 15-20 प्रतिशत तक लाभ होने का झांसा दिया। मनोज को भी अपनी गारंटी पर कारोबार करने को राजी किया। मनोज ने ठग के कहने पर विश शाॅप नाम के स्टोर पर बल्क में माल खरीदना शुरू कर दिया और 24 घंटे में ही ऑनलाइन माल बेच भी दिया।
पहली ही डील पर मनोज को 20 प्रतिशत का लाभ हुआ। रकम बैंक में खाते में ट्रांसफर होने पर मनोज का विश्वास बढ़ने लगा। फिर क्या था। जैसे-जैसे ठग कहते जाते। वैसे-वैसे मनोज करते जाते थे। मनोज ने 24 नवंबर तक 22 बार में 60 लाख रुपये निवेश कर दिए।
एप पर 1.10 करोड़ रुपये दिखने लगे तो मनोज ने मुनाफे समेत रकम निकालने का आवेदन किया। ठगों ने कर के रूप में 11 लाख जमा कराने को बोला। मनोज के रकम जमा नहीं करने पर ठगों ने यूएस सरकार द्वारा एप खाता बंद करने की बात कहकर डराया।
खुद भी 11 लाख में से आठ लाख रुपये जमा करने की बात कही, लेकिन शक होने पर मनोज ने रकम नहीं दी तो ठगों ने संपर्क तोड़ दिया। ठगी का अहसास होने पर पीड़ित ने एनसीआरपी पोर्टल और साइबर क्राइम थाना पुलिस से शिकायत की।
एडीसीपी साइबर शैव्या गोयल ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। ठगी में संलिप्त बैंक खातों की जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द ही घटना का पर्दाफाश किया जाएगा।
इन बैंक के खातों में ट्रांसफर हुई रकम
मनोज के मुताबिक ठगों ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, आईडीबीआई, यूको, यश बैंक, एक्सिस बैंक, केरला ग्रामीण बैंक, बंधन बैंक, इंडसइंड बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखाओं के खातों में रकम को ट्रांसफर कराया। पीड़ित ने बताया कि ठगों ने आरबीआई के मेल का जिक्र करते हुए यह भी कहा कि जो रकम ट्रांसफर की गई है। वह गलत तरीके से कमाया अवैध धन है।्र

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