नोएडा में मोबाइल छिनैती गिरोह का सरगना गिरफ्तार, चोरी के मोबाइल बरामद
सेक्टर 142 थाना पुलिस ने मोबाइल छिनैती गिरोह के सरगना को सेक्टर 138 से गिरफ्तार किया। उसके पास से 33 मोबाइल, 63 डिस्पले, 72 फ्रेम, 84 बैट्री व चोरी की ...और पढ़ें
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पुलिस की गिरफ्त में आरोपित।
जागरण संवाददाता, नोएडा। दिन में मोबाइल रिपेयर की दुकान और रात में मोबाइल छिनैती का गिरोह चलाने वाले सरगना को सेक्टर 142 थाना पुलिस ने बृहस्पतिवार को सेक्टर 138 से दबोचा। आरोपित के पास से चोरी के 33 मोबाइल, 63 डिस्पले, 72 मोबाइल फ्रेम, मोबाइल की 84 बैट्री व चोरी की बाइक बरामद हुई।
वह साथियों के पकड़े जाने के बाद ठिया बदलने के दौरान पुलिस के हत्थे चढ़ा। बता दें कि पुलिस आरोपित के तीन साथी राजकुमार, कृष्ण कुमार व सुल्तान उर्फ मयंक को दो दिन पहले गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। गिरोह 450 से ज्यादा मोबाइल चोरी कर खपा चुके हैं।
नोएडा सेक्टर 142 थाना प्रभारी विनोद कुमार मिश्र की निगरानी में एक टीम गिरोह के सरगना के तलाश में जुटी थी। एडीसीपी सेंट्रल नोएडा संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि टीम ने सर्विलांस की मदद से गिरफ्तार आरोपितों के मुख्य साथी को बृहस्पतिवार को सेक्टर 138 से दबोचा।
आरोपित की पहचान बिजनौर के दरियापुर गांव के अमन कुमार के रूप में हुई। वह वर्तमान में नोएडा सेक्टर 86 इलाहाबास गांव में किराये पर रहता है। पूछताछ में पता चला है कि अमन गिरोह का सरगना है। वह मोबाइल का काम जानता है।
इस हुनर के चलते सेक्टर 86 में स्काई मोबाइल रिपेयरिंग के नाम से दुकान चलाता है। वह अपने साथियों के साथ मिलकर शाम के बाद चोरी की बाइक से मोबाइल छिनैती करता है। चोरी के मोबाइल को अपने पास रख लेता है। इनके पार्ट्स अलग-अलग कर बेचता है। इससे प्राप्त रकम को आपस में बांट लेते हैं। अपने खर्चे चलाने व शौक पूरा करने में उपयोग करते हैं।
पुलिस से बचने को काट देता था मोबाइल
एसीपी राजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि अमन चोरी के मोबाइल को आन नहीं करता था, बल्कि चोरी के मोबाइल को काट देता था। मोबाइल के मुख्य भाग जैसे बाडी, बैट्री, मदरबोर्ड, डिस्पले अलग-अलग कर लेता। फिर इनको पार्ट्स में अलग-अलग कर खपाता है।
इस तरह से पुलिस चोरी के मोबाइल ट्रेस नहीं कर पा रही थी। मोबाइल चोरी होने के बाद आसानी से खप जा रहे थे। पुलिस बरामद मोबाइल और पार्ट्स का पता लगाने में जुटी है। आरोपितों ने मोबाइल के अलावा बाइक को कहां से चोरी किया। चोरी का माल खरीदने वालों का भी पता लगा रही है।

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