नोएडा: देवर और भाभी ने जहर खाकर की आत्महत्या, प्रेम प्रसंग की आशंका
दादरी में देवर और भाभी ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। दोनों धुम्मनिकपुर बाईपास के पास बेहोश मिले थे। परिवार ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस क ...और पढ़ें

दादरी में देवर और भाभी ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, दादरी। तीन दिन से घर से लापता देवर और भाभी ने बुधवार रात ज़हर खाकर आत्महत्या कर ली। वे बादलपुर थाना क्षेत्र में धुम्मनिकपुर बाईपास के पास सड़क किनारे बेहोश मिले। काफी तलाश के बाद जब वे नहीं मिले, तो परिवार वालों ने अनहोनी की आशंका से थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस को प्रेम प्रसंग के चलते आत्महत्या का शक है। परिवार वाले कारण जानने से इनकार कर रहे हैं।
बुधवार रात 9 बजे राहगीरों ने दोनों को धुम्मनिकपुर बाईपास के पास सड़क किनारे बेहोश पड़ा देखा। पुलिस ने तुरंत उन्हें बादलपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में भर्ती कराया। युवती की वहीं मौत हो गई। गंभीर हालत में रेफर किए जाने से पहले युवक ने पुलिस को बताया कि युवती उसकी भाभी है, वह उसे मेरठ से लाया था और दोनों ने ज़हर (सल्फास) खा लिया है।
युवक की भी रास्ते में मौत हो गई। पुलिस को दोनों के घर से लापता होने की जानकारी तब मिली जब युवक के चाचा राजेंद्र के मोबाइल पर फोन आया। युवक की पहचान आशीष (32), पुत्र बेदू, निवासी गांव उजैड़ा, निवाड़ी, गाजियाबाद और युवती की पहचान अंशिका (19), निवासी गांव पथौली, सरूरपुर, मेरठ के रूप में हुई। थाना प्रभारी अमित भड़ाना ने बताया कि परिवार वालों ने कोई आरोप नहीं लगाया है। दोनों ने कोई ज़हरीला पदार्थ खा लिया था, जिससे वे बेहोश होकर सड़क किनारे गिर गए।
देवर भाभी को ससुराल से बहाने से ले गया
आशीष 21 दिसंबर को गांव पथौली स्थित अपनी ससुराल गया था। 22 दिसंबर को वह अपनी भाभी को किसी बहाने से ले गया। अगले दिन दोनों घर नहीं लौटे। परिवार वालों ने आशीष के घर फोन किया, तब उन्हें इस बारे में पता चला। परेशान परिवार वाले उनकी तलाश कर रहे थे।
आशीष की शादी करीब छह साल पहले अंशिका की बहन से हुई थी। उसकी तीन साल की एक बेटी है। पहले वह एक फैक्ट्री में सेल्समैन का काम करता था। लगभग दो साल पहले, उसने अपनी नौकरी छोड़ दी और गांव में रहने लगा। वह लोगों के लिए छोटे-मोटे काम करता था।
पुलिस ने दोनों की पहचान उनके मोबाइल फोन से की। पुलिस स्टेशन इंचार्ज ने बताया कि तलाशी के दौरान एक मोबाइल फोन मिला, और उस पर आई कॉल से दोनों लोगों की पहचान करने में मदद मिली।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।