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    नोएडा में मुख्य अभियंता के घर चोरी का खुलासा, नौकर समेत तीन गिरफ्तार; 50 लाख का माल बरामद

    Updated: Tue, 30 Dec 2025 05:29 AM (IST)

    नोएडा सेक्टर-39 पुलिस ने मुख्य अभियंता के घर हुई लाखों की चोरी का पर्दाफाश किया है। घरेलू सहायक संदीप और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया गया है। संदी ...और पढ़ें

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    सेक्टर 39 थाना पुलिस की गिरफ्त में आरोपित। सौ. मीडिया सेल

    जागरण संवाददाता, नोएडा। सेक्टर-39 पुलिस ने दिल्ली जल बोर्ड में तैनात मुख्य अभियंता के घर से लाखों के जेवरात और नकदी समेत अन्य सामान चोरी होने के मामले में घरेलू सहायक व उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर पर्दाफाश किया है।

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    पुलिस का दावा है कि योजना के तहत घरेलू सहायक ने शातिराना अंदाज में चोरी को लूट दिखाने के लिए साथियों से हाथ-पैर बंधवाकर ब्लेड से वार कराए थे। टीम ने आरोपितों के कब्जे व निशानदेही पर करीब 50 रुपये कीमत के जेवरात, 1.21 लाख रुपये नकद, तमंचा, चाकू और अन्य माल बरामद किया है। डीसीपी नोएडा ने पुलिस टीम को 25 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।

    2017 से मुख्य अभियंता के घर में काम करता था आरोपित

    डीसीपी नोएडा जोन यमुना प्रसाद ने बताया कि महोबा निवासी संदीप, बाबू उर्फ ओमप्रकाश व जैतपुर निवासी लेखराज उर्फ साका को सेक्टर-40-41 टी प्वाइंट से गिरफ्तार किया है। आरोपित संदीप 2017 से सेक्टर-46 स्थित मुख्य अभियंता के घर में घरेलू सहायक के रूप में काम करता था। अभियंता और उनका परिवार संदीप पर काफी विश्वास करते थे।

    25 दिसंबर को वह पत्नी और बच्चों के साथ मुंबई गए थ। उनके जाते ही संदीप ने लाखों के जेवरात और नकदी समेत अन्य सामान चोरी करने की योजना तैयार की। उसने तुरंत अपने साथी ओमप्रकाश और लेखराज से संपर्क किया। तीनों ने घर में आराम से चोरी की घटना को अंजाम दिया। योजना के तहत, शातिर संदीप ने दोनों साथियों से अपने हाथ-पैर बंधवाने के बाद शरीर पर ब्लेड मारकर खून निकलवा लिया।

    सूचना पर सेक्टर-40 से इंजीनियर के भाई मौके पर पहुंच गए। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पीआरवी लेकर पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और संदीप से घटना के बारे में पूछा। प्रारंभिक जांच में ही पुलिस को उस पर शक हो गया। अधिकारियों के सामने फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य एकत्रित किए।

    जांच पड़ताल के दौरान आरोपित घरेलू सहायक अपने गृह जनपद भाग गया। सोमवार को वहां से लौटते हुए आरोपित को पुलिस ने दबोच लिया। पूछताछ में उसने कबूला कि अभियंता के घर में चोरी की योजना उसने दो साथियों के साथ कई महीने पहले बनाई थी। टीम ने उसके साथियों को भी ट्रेस कर गिरफ्तार कर लिया।

    ये सामान हुआ बरामद

    टीम ने कब्जे से 1.21 लाख रुपये की नकदी बरामद की। उनकी निशानदेही पर एक हीरे का सेट, सोने का हार, सोने की झुमकी, सोने की सात चूड़ी, हीरे का बडा सेट, चेन, मोती का सोने का सेट, गोल्ड सेट, हीरे का पेंडेंट सेट सहित चेन, चार सोने की चेन, सोने-चांदी की पांच अंगूठी, मंगलसूत्र, छोटे-बड़े तीन पेंडेंट, दो मटर माला, आठ जोड़ी कानों के टाप्स, हरे मोतियों की माला कान के टाप्स सहित, दो जोड़ी हीरे के टाप्स, सोने-चांदी के 24 सिक्के, सोने के दो बड़े कड़े, 1.21 रुपये, फोन, ग्राइंडर, डीवीआर बरामद किया है जबकि तमंचा और चाकू मिला है।

    संदीप बिना पुलिस सत्यापन के कर रहा था नौकरी

    एसीपी प्रवीण कुमार सिंह का कहना है कि आरोपित संदीप ने अपना पुलिस सत्यापन नहीं कराया था। कई वर्षों से इंजीनियर के घर में रहते हुए उसने सभी का विश्वास जीत लिया था। इसका फायदा लेकर उसने साथियों संग घर से जेवरात, नकदी और अन्य सामान चोरी कर अभियंता को बर्बाद करने की योजना बनाई थी।

    कई महीनों से वह परिवार के बाहर जाने का इंतजार कर रहा था। योजना के तहत उसने दोनों साथियों को दो दिन पहले ही बुला लिया था। घटना की रात दोनों ग्राइंडर लेकर घर में घुसे और आठ घंटे तक सारी आलमारी के लाक काटकर घटना को अंजाम दिया।

    थाना प्रभारी धर्म प्रकाश शुक्ल का कहना है कि आरोपित तीसरी से पांचवीं कक्षा तक पढ़े हैं। तीनों गहने बेचकर खुद का कारोबार शुरु करना चाहते थे। दोनों ने बाहर से कर्जा भी लिया हुआ था। वारदात के बाद आरोपित भागते हुए कालोनी के सीसीटीवी कैमरों में कै हुए थे।