एनसीआर के पार्कों में कपल्स की फोटो खींचकर ब्लैकमेल करने वाला गिरोह गिरफ्तार, कार से घूम-घूमकर तलाशते थे 'शिकार'
नोएडा में कपल्स को ब्लैकमेल करने वाले एक गिरोह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह गिरोह पार्कों में घूम-घूमकर कपल्स की तस्वीरें लेता था और फिर उन्हें ब् ...और पढ़ें

सेक्टर 58 पुलिस ने पार्को में कपल्स के फोटो खींचकर रकम बैठने वाले गिरोह को गिरफ्तार किया।
जागरण संंवाददाता, नाेएडा। सेक्टर-58 पुलिस ने दोस्त की कैब (आर्टिका गाड़ी) में घूम-घूमकर एनसीआर के पार्कों में बैठे कपल्स की मोबाइल में फोटो खींचकर ब्लैकमेल करते हुए रकम व कीमती सामान ऐंठने वाले गिरोह को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश किया है। पुलिस का दावा है कि आरोपित बदमाश राह चलते लोगों से रुपए व मोबाइल छीनने की घटना को भी अंजाम देते थे। विरोध करने पर उन्हें तमंचा और चाकू दिखाकर डरा देते थे। पुलिस ने पूछताछ के बाद तीनों को अग्रिम कार्रवाई के लिए न्यायालय में पेश किया।
फोटो खींचकर करते थे ब्लैकमेल
एडीसीपी नोएडा शैव्या गोयल ने बताया कि शाहजहांपुर में थाना कांठ क्षेत्र के ग्राम कादरा दादपुर निवासी रितेश उसका दोस्त खोड़ा दीपक विहार से गजेंद्र सोलंकी और बरेली में थाना सुभाष नगर स्थित ग्राम ठकुराईन महेशपुरा से पवन उर्फ गुंडी को गिरफ्तार किया है।
तीनों एक साथ मिलकर आर्टिका गाड़ी से गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर और अन्य जनपद में घूम-घूम कर पार्कों में बैठे कपल्स को निशाना बनाते थे। उनकी चुपके से आपत्तिजनक या सामान्य फोटो मोबाइल में खींचकर बाद में उन्हें ब्लैकमेल करते थे। समझौता करने के लिए शातिर कपल्स से महंगे मोबाइल फोन या रुपए ऐंठते थे।
आपस में बांट लेते थे लूटी रकम
एसीपी सेकेंड स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि गिरोह के तीनों सदस्य रात के समय सड़क पर अकेले चलते हुए लोगों को तमंचा व चाकू की नोक पर डरा-धमकाकर उनसे फोन और नकदी व अन्य सामान छीन लेते थे।
बाद में मौका मिलने पर शातिर सदस्य फोन को सस्ते दाम में बाजार में किसी को भी बेच देते थे जबकि कपल्स से मिलने वाली रकम को आपस में बांटकर मौज-मस्ती करते थे। तलाशी के दौरान आरोपित गजेंद्र से बरामद फोन को सभी ने शनिवार की रात सेक्टर-62 नोएडा के पास एक फूड डिलीवरी ब्वाय से छीना था। पीड़ित ने मामले में पुलिस को शिकायत देकर मुकदमा कराया था।
शौक पूरे करने के लिए बने अपराधी
एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह के मुताबिक, गिरोह के तीनों सदस्यों ने कुछ महीनों पहले ही महंगे-शौक पूरे करने के लिए ही जरायम की दुनिया में पैर जमाना शुरू किया था। अभी तक वह किसी जनपद की पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े हैं। उनका दावा है कि घटना को अंजाम देने के लिए तीनों दोस्त की आर्टिका गाड़ी का इस्तेमाल करते थे। वारदात में सफल होने के लिए इन्होंने तमंचे व चाकू का भी इंतजाम कर लिया था।
सीसीटीवी फुटेज से मिला गिरोह का सुराग
थाना प्रभारी अमित तोमर का कहना है कि टीम ने गिरोह से 12 मोबाइल फोटो, आर्टिका गाड़ी, तमंचा, चाकू बरामद किया है। फूड डिलीवरी ब्वाय की शिकायत पर तत्काल संज्ञान लेकर घटनास्थल के पास सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई जिसमें टीम को आरोपित भागते नजर आए। खास बात है कि घटना के दौरान पुलिस से बचने के लिए शातिर दोस्त की व्यवसायिक नंबर की आर्टिका गाड़ी का इस्तेमाल करते थे।

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