Noida International Airport Security: अभेद होगी नोएडा एयरपोर्ट की सुरक्षा, परिंदा भी नहीं मार पाएगा पर
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विश्वस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है। इसमें रनवे की सुरक्षा के लिए सात फीट की नई चारदीवारी, कटीले और करंट वाले तार, तथा हाई-रेजोल्यूशन और 360 डिग्री कैमरे लगाए गए हैं। बम निष्क्रिय करने वाले रोबोटिक सिस्टम और बैलिस्टिक सुरक्षा से लैस मार्क्समैन बख्तरबंद एसयूवी भी तैनात की गई हैं। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के 1030 जवान और प्रशिक्षित पुलिसकर्मी भी सुरक्षा में रहेंगे, साथ ही आपात स्थिति से निपटने के लिए बख्तरबंद गाड़ियां भी होंगी। यह सभी उपाय यात्रियों और एयरपोर्ट की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।

मनोज कुमार शर्मा, जागरण जेवर। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विश्वस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद करने को लेकर पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। सुरक्षा कवच को मजबूती देने के लिए एयरपोर्ट परिसर की चारदीवारी के अंदर ही सात फीट की नई चारदीवारी रनवे की सुरक्षा के लिए तैयार की गई है।
यहीं नहीं इस चारदीवारी पर कटीले तारों के जाल के बाद करंट देने के लिए दो फीट ऊंचाई तक 13 नंगे तारों का जाल बनाया गया। उसके अलावा भी 360 डिग्री कवर करने वाले कैमरों के अलावा एआइ से लैस हाई रेजोल्यूशन कैमरे भी लगाए गए हैं।
बम निष्क्रिय करने की क्षमता रखने वाले रोबोटिक सिस्टम को एयरपोर्ट पर तैनात किया जा चुका है। बैलिस्टिक सुरक्षा से लैस मार्क्समैन बख्तरबंद एसयूवी भी तैनाती के लिए तैयार हैं। अधिकारियों ने बताया नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) देशभर के एयरपोर्ट और विमान परिचालन की सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी बीसीएएस की स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) के अनुसार विश्वस्तरीय सुरक्षा प्रदान कर रहा है। बीसीएएस की एसओपी के अनुसार एयरपोर्ट पर रनवे की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। जिसमें रनवे की सुरक्षा के लिए अलग से चारदीवारी और कटीले तारों की बाढ़ के अलावा नंगे तारों की बाढ़ भी लगाई गई है।
4200 मीटर का रनवे 100 प्रतिशत कैमरों की नजर में रहे, इसके लिए प्रत्येक 50 मीटर पर हाई रेजोल्यूशन कैमरे लगाए गए है। साथ ही प्रत्येक 100 मीटर पर 360 डिग्री नजर रखने के लिए भी अलग से कैमरे लगाने का काम पूरा कर लिया गया है।
सीआइएसएफ के जवान एयरपोर्ट की सुरक्षा में रहेंगे तैनात एयरपोर्ट की सुरक्षा की जिम्मेदारी के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय पहले ही 1030 सीआइएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) जवानों की तैनाती के लिए स्वीकृत कर चुका है।
कमीश्नरेट पुलिस पुलिस के 131 पुलिस कर्मियों को भी एयरपोर्ट सुरक्षा के लिए विशेष ट्रेनिंग के लिए लखनऊ भेजा गया है। इसके अलावा एयरपोर्ट के निजी सुरक्षा कर्मियों को भी सुरक्षा में लगाए जाएंगे।
आपात स्थिति से निपटने को तैनात रहेंगी मार्कसमैन बख्तरबंद गाड़ी सीआइएसएफ के जवानों की तैनाती के साथ ही क्विक रिएक्शन टीम को आतंकी हमले जैसी आपात स्थिति से निपटने के लिए बख्तरबंद एसयूवी वाहनों को सौंपा जाएगा।
इन बख्तरबंद वाहनों में बी-6 स्तर की बैलिस्टिक सुरक्षा के लिए 270 डिग्री रेंज के साथ गन बुर्ज पर मशीनगन लगी होगी। साथ ही सुरक्षा कर्मियों को ग्रेनेड और माइंस से भी सुरक्षा प्रदान करने के साथ ही मल्टी लेयर्ड बुलेटप्रूफ ग्लास से लैस होगी।
यात्रियों की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए तैनात रहेगा रोबोटिक सिस्टम एयरपोर्ट पर यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बेहद कम समय में संदिग्ध वस्तु या बम का पता लगाते हुए उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाकर निष्क्रिय करने की क्षमता वाले रोबोटिक सिस्टम का ट्रायल भी पूरा कर लिया है।
मिनी रिमोटली आपरेटेड व्हीकल (एमआरओवी) को एयरपोर्ट के संचालन से पहले सुरक्षा एजेंसी को सौंप दिया जाएगा।
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