UP Weather: यूपी में अगले कुछ दिन कैसा रहेगा मौसम, इन शहरों में बिगड़ सकते हैं हालात
बारिश होने के बाद अब किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गई है। मामूली बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। किसानों का कहना है कि खेत में खड़ी उनकी फसल पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है।
नोएडा, जागरण ऑनलाइन टीम। अचानक मौसम ने करवट बदली है। मौसम का मिज़ाज बदलते ही हल्की ठंड भी दोबारा लौट आई है। डॉक्टर भी लोगों को ठंडा पानी पीने और ठंडे पेय पदार्थ पीने को मना कर रहे हैं। वहीं अचानक हुई हल्की बारिश से किसानों की चिंता भी बढ़ गई है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि अगले दो से तीन दिन तक मौसम ऐसे ही रहेगा। यानि तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। वहीं कई शहरों में बारिश की वजह से काफी लोगों को खासकर किसानों को नुकसान हुआ है।
संभल में फसलों को हुआ नुकसान
संभल में गेंहू और सरसों को फसल के नुकसान हुआ है। वहीं बरसात के साथ तेज हवाओं से खेतों में फसल बिछ गई है। वहीं अब अगर अब बारिश होती है तो जलभराव से नुकसान की आशंका है। बता दें कि पिछले तीन दिनों में 1.2 मिमी बारिश हुई है।
मुरादाबाद में बारिश हुई तो बढ़ेगी मायूसी
मुरादाबाद में सुबह करीब नौ बजे से वर्षा शुरू हुई। पूरे जनपद में वर्षा हुई है। इससे तापमान में भी गिरावट आई। अधिकतम तापमान 22 और न्यूनतम 16 डिग्री सेल्सियस रहा। जिला कृषि अधिकारी ऋतुषा तिवारी ने बताया कि वर्षा से अभी फसल को कोई नुकसान नहीं है।
मुरादाबाद जनपद में वर्षा ज्यादा नहीं हुई है। हवा तेज नहीं रही और ओले भी नहीं पड़े, जिसके चलते फसल को बहुत अधिक नुकसान नहीं हुआ। जो फसल गिरी है, उसे किसानों को नुकसान की संभावना है। अगर ओले गिरते तो सरसों की फसल को बर्बाद हो जाती। आने वाले दो तीन में और वर्षा होती है तो सभी फसलों को नुकसान होगा।
शाहजहांपुर में आलू को हुआ नुकसान
शाहजहांपुर जनपद में 2.65 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुआई हुई है। खुदागंज, तिलहर समेत कुछ क्षेत्रों में गेहूं की अधपकी फसल के गिर जाने से करीब पांच प्रतिशत तक फसलों को नुकसान हुआ है। सरसों की अधिकांश फसल फसल कट चुकी है। खेत में पड़ी फसल भीगने से करीब दो प्रतिशत नुकसान की सम्भावना है।
अधिकांश आलू की खोदाई हो चुकी है। खेत मे लगे आलू में दो से तीन प्रतिशत तक नुकसान की संभावना जताई गई है।सोमवार को 10 मिमी वर्षा हुई। तीन दिन में 15 मिमी वर्षा का आंकड़ा दर्ज हुआ। जिला कृषि अधिकारी डा. सतीश चंद्र पाठक ने मामूली नुकसान की सम्भावना जताई है। कहा फसलवार नुकसान के आंकलन के लिए टीमें भेज दी गईं है।
बदायूं में भी किसानों का नुकसान
जिले में 2.50 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बोआइ हुई है। बदायूं और सहसवान तहसील क्षेत्र में गेहूं को 4 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है। सरसों की फसल कट चुकी है, खेत में पड़ी फसल भीगने से दो प्रतिशत नुकसान हुआ है। अधिकांश आलू की खोदाई हो चुकी है, लेकिन जिन किसानों के खेत में आलू बचा है उनका तीन प्रतिशत नुकसान हुआ है। तीन दिन में जिले में 9 मिमी बरसात हुई है। जिला कृषि अधिकारी डीके सिंह ने बताया कि फसलों को मामूली नुकसान हुआ है। फसलवार अभी तक सर्वे नहीं कराया गया है।
पीलीभीत में भी फसल हुई खराब
पीलीभीत में मौसम की बरसात से मुख्य रूप से गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है। जिले में 1 लाख 45 हजार हेक्टेयर रकबा में गेहूं की फसल है। किसानों के अनुसार सुबह हुई बरसात से तीन प्रतिशत फसल खेतों में गिर गई, यह नष्ट हो जाएगी।
कुल रकबा का लगभग तीन प्रतिशत गेहूं फसल नष्ट हुई है। जिले में सरसों, लाही की ज्यादातर फसल पहले ही कट चुकी है। जिला कृषि अधिकारी के अनुसार सरकारी स्तर पर फसल नुकसान का सर्वे अभी शुरू नहीं हुआ है। जिले में पिछले तीन दिनों में अब तक 13 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है। मौसम विभाग ने अभी और वर्षा होने का पूर्वानुमान दिया है