नोएडा ड्राइविंग टेस्ट में धांधली पर लगाम, परिवहन विभाग की निगरानी में होंगे टेस्ट! आदेश जारी
नोएडा में ड्राइविंग लाइसेंस परीक्षणों में धांधली रोकने के लिए परिवहन विभाग के अधिकारी निगरानी करेंगे। शासन ने निरीक्षण के आदेश दिए हैं। बिसाहड़ा ट्रेनिंग सेंटर में धांधली की शिकायतें मिलने पर यह कदम उठाया गया है। अब लोग बिना परेशानी के लाइसेंस बनवा सकेंगे क्योंकि शासन ने हस्तक्षेप किया है।

जागरण संवाददाता, नोएडा। स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस के लिए होने वाले टेस्ट की परिवहन निगम के अधिकारी निगरानी करेंगे। शासन ने आदेश जारी करते हुए परिवहन विभाग को निरीक्षण का अधिकार भी दिया है। बिसाहड़ा में संचालित ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर में असफल होने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी थी। यहां पर धांधली के अरोप भी लगे थे। मामला शासन तक पहुंचा था।
परिवहन अधिकारी यहां पर निरीक्षण कर छह माह के भीतर ऑडिट रिपोर्ट जमा कराने के आदेश भी हुए हैं। शासन के हस्तक्षेप के बाद लोगों को काफी बड़ी राहत मिली है। अब लोग बिना किसी परेशानी के लाइसेंस बनवा सकेंगे।
लोगों ने ड्राइविंग लाइसेंस तक बनवाना बंद कर दिए
बिसाहड़ा में संचालित ट्रेनिंग सेंटर को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा था। विवाद इतना बढ़ गया था कि लोगों ने ड्राइविंग लाइसेंस तक बनवाना बंद कर दिए थे। इन नौ माह में लाइसेंस बनवाने वालों की संख्या में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई है।
अगस्त में ड्राइविंग लाइसेंस की व्यवस्था में बड़ा बदलाव
शासन के इस आदेश के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि अब इन लोगों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। जाहिर है कि परिवहन विभाग की तरफ से बीते वर्ष अगस्त में ड्राइविंग लाइसेंस की इस व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया गया था। नई व्यवस्था में बिसाहड़ा स्थित ट्रेनिंग सेंटर को टेस्ट को सारे अधिकार दे दिए गए थे। आदेश में जिले के परिवहन विभाग अधिकारियों को हस्तक्षेप करने का अधिकार भी नहीं था। ऐसे में ट्रेनिंग सेंटर संचालक ने मनमाने ढंग से टेस्ट लेना शुरू कर दिया।
लोगों ने नोएडा से लाइसेंस बनवाना ही बंद कर दिए
नौ माह में ढाई हजार से अधिक लोग इस टेस्ट में फेल हो गए। यही नहीं टेस्ट में फेल होने वाले लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए लोगों ने नोएडा से लाइसेंस बनवाना ही बंद कर दिए। लोगों की तरफ से पुरजोर विरोध किया जा रहा था। ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट में धांधली के आरोप भी यहां लगते आए हैं।
परिवहन आयुक्त की ओर से ट्रेनिंग सेंटर को ड्राइविंग टेस्ट लेने का अधिकार दे दिया था। जबकि यह अधिक शासन को है। इसी तर्ज पर गाजियाबाद में भी अधिकार दिया जा रहा था। लेकिन शासन की ओर से हस्तक्षेप कर यह फैसला रद कर दिया गया।
बिसाहडा में ही होगा टेस्ट
अधिकारियों ने बताया नोएडा में ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट के लिए ट्रैक नहीं है। ऐसे में यह टेस्ट बिसाहडा में ही होगा। जिले में आईडीटीआर सेंटर का ट्रेैक उपलब्ध हो जाएगा। तब यह व्यवस्था वहां शिफ्ट हो जाएगी।
सेंटर का निरीक्षण करने के लिए आरटीओ, एआरटीओ, आरआई (रीजनल इंस्पेक्टर) को अधिकार दिए हैं। साथ ही साथ टेस्ट की निगरानी करने के लिए सेंटर में आरआई की तैनाती की जाएगी।
शासन के आदेश का पूरी तरह पालन किया जाएगा। निगरानी और गड़बड़ी ना हो इसके लिए आरआइ निगरानी करेंगे। - डॉ. सियाराम वर्मा, एआरटीओ प्रशासन
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।