पीएम मोदी की लखनऊ रैली में आतंकी सैफुल्ला ने किया था धमाका
आतंकी सैफुल्ला ओसामा बिन लादेन और अल बगदादी से बेहद प्रेरित था और वह भारत का ओसामा बनना चाहता था।
नोएडा (जेएनएन)। दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठनों में शुमार इस्लामिक स्टेट्स इन ईराक एंड सीरिया (ISIS) से प्रेरित आतंकी सैफुल्ला व उसके साथियों ने 11 अक्टूबर 2016 को रामनवमी के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लखनऊ सभा से 200 मीटर दूर ट्रायल बम धमाका किया था। उसी दौरान रावण दहन होने लगा। इस कारण किसी को बम ब्लास्ट की जानकारी नहीं मिली।
लखनऊ एनकाउंटर में सैफुल्ला के मारे जाने के बाद मध्य प्रदेश में पकड़े गए उसके साथियों से पूछताछ में एटीएस को यह जानकारी मिली है। अब इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी कर रही है।
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यहां पर याद दिला दें कि 7 मार्च की सुबह भोपाल के पास भोपाल-उज्जैन सवारी गाड़ी में बम धमाका हुआ था। इसमें 10 लोग घायल हो गए थे। बम धमाका करने वाले आतंकी सैफुल्ला को उत्तर प्रदेश एटीएस और लखनऊ पुलिस ने 8 मार्च को मुठभेड़ में मार गिराया था।
इसके बाद विभिन्न जांच एजेंसियों ने एक सप्ताह में विभिन्न स्थानों से आतिफ, गौस मोहम्मद, अजहर, आसिफ, सैयद मीर हुसैन और मोहम्मद दानिश को गिरफ्तार किया। सभी को भोपाल में रखा गया है। जिनसे पूछताछ करने यूपी एटीएस की नोएडा यूनिट भी गई थी। एटीएस अधिकारियों का कहना है कि सैफुल्ला से जुड़े 29 आतंकियों की जानकारी मिली हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास हो रहे हैं। ज्यादातर आतंकी कानपुर जाजमऊ इलाके के हैं।
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उत्तर भारत था निशाने पर
सैफुल्ला के साथियों से पूछताछ में एटीएस अधिकारियों को पता चला है कि उनके निशाने पर उत्तर भारत के कई प्रतिष्ठान थे। जिसमें प्रमुख चर्च, मंदिर, मस्जिद तथा कई राजनीतिक हस्तियां थे। अप्रैल के आखिर तक उत्तर भारत में सिलसिलेवार बम धमाके की योजना थी। आईएस प्रेरित इन आतंकियों ने कई रेल पटरियों पर धमाका किया। साथ ही कानपुर में एक अनजान शख्स की जनवरी में ट्रायल के लिए हत्या कर दी थी।