Supertech Twin Tower Demolition: बारूद में कैसे दौड़ेगा करंट, सुपरटेक टावर में पहला धमाका कहां और कैसे होगा?
Supertech Twin Tower Demolition सुपरटेक के ट्विन टावर एपेक्स और सियान कल यानी रविवार को गिरा दिए जाएंगे। इसको लेकर तैयारी अंतिम चरण में है। रविवार दोपहर 0230 बजे एक बटन दबाकर 9 सेकेंड में ढहा दिया जाएगा।

नोएडा, जागरण डिजिटल डेस्क। सुपरटेक के ट्विन टावर एपेक्स और सियान कल यानी रविवार को गिरा दिए जाएंगे। इसको लेकर तैयारी अंतिम चरण में है। रविवार दोपहर 02:30 बजे एक बटन दबाकर 9 सेकेंड में ढहा दिया जाएगा। एडफिस कंपनी के इंडियन ब्लास्टर चेतन दत्ता सुपरटेक के दोनों टावर को ध्वस्त करने के लिए ट्रिगर दबाएंगे।
दोपहर ढाई बजे चेतन दत्ता ब्लैक बॉक्स से जुड़े हैंडल को कम से कम 10 बार घुमाएंगे। इसके बाद लाल रंग का बल्ब जलना शुरू कर देगा, जो जलेगा और बुझेगा। इससे यह पता चल जाएगा कि अब ब्लास्ट के लिए बटन दबने को तैयार है।
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होते रहेंगे धमाके
इसके बाद ग्रीन बटन को दबाएंगे, जो इससे जुड़े चार डेटोनेटर को बिजली भेजेगा। इसके बाद करीब 9640 डी लेयर्स लगी हैं, उनमें करंट पहुंच जाएगा। अगले 9-12 सेकेंड तक एक साथ कई धमाके होते रहेंगे, इससे ट्विन टावर ढह जाएंगे। पहला ब्लास्ट सियान टावर के बेसमेंट में कोने पर होगा। यहां तैयारी यह है कि मलबा नीचे को बैठेगा। ब्लास्ट से पहले के 60 सेकेंड यानी एक मिनट में यह कुछ होगा।
चेतन दत्ता के साथ आधा दर्जन सहयोगी भी रहेंगे मौजूद
बताया जा रहा है कि एडफिस कंपनी के इंडियन ब्लास्टर चेतन दत्ता जब सुपरटेक के दोनों टावर को ध्वस्त करने के लिए ट्रिगर दबाएंगे तो उनके साथ जेट डिमोलिशन कंपनी के जो ब्रिंकमैन और चार लोग भी 100 मीटर के दायरे में मौजूद रहेंगे।
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करंट के साथ होगा विस्फोट
दोनों इमारतों को गिराने के बारे में पूरी जानकारी देते हुए चेतन दत्ता ने बताया कि पहले बाक्स को चार्ज किया जाएगा और उसके बाद बटन (ट्रिगर) दबाया जाएगा। इसके बाद करीब 9640 डी लेयर्स लगी हैं, उनमें करंट पहुंच जाएगा और विस्फोट होना शुरू हो जाएगा।
ब्रिंकमैन ने तैयार किया ब्लास्ट डिजाइन
दोनों टावरों को ध्वस्त करने के लिए दक्षिण अफ्रीका कंपनी जेट डिमोलिशन के निदेशक जो ब्रिंकमैन ने ही इस इमारत का ब्लास्ट डिजाइन तैयार किया है। उन्हें इस क्षेत्र में करीब 40 वर्षों का अनुभव है। ब्रिंकमैन दूसरे व्यक्ति होंगे जो ट्रिगर प्वाइंट पर मौजूद रहेंगे। ब्रिंकमैन को पूरा भरोसा है कि रविवार को दोपहर ढाई बजे 32 मंजिला और 103 मीटर ऊंचे दोनों टावरों को जमीन पर गिराए जाने से कोई नुकसान नहीं होगा। चेतन दत्ता ने बताया कि ये इमारतें हाई सिसमिक जोन में हैं।
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