Noida News: श्रीकांत ने रविवार को 11 बार स्विच आफ-आन किया मोबाइल; ऋषिकेश में मिली लोकेशन, हरिद्वार में CCTV में हुआ कैद
Noida Shrikant Tyagi Case महिला से अभद्रता के मामले में फरार श्रीकांत त्यागी (Shrikant Tyagi) पुलिस को चकमा देने के लिए लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा है। उसने रविवार को 11 बार अपना मोबाइल स्विच आफ और आन किया।

नोएडा, जागरण संवाददाता। महिला से अभद्रता के मामले में फरार चल रहा भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी (Shrikant Tyagi) पुलिस से आंख मिचौली का खेल खेल रहा है। सूत्रों ने दावा किया है कि रविवार को उसकी लोकेशन ऋषिकेश में मिली, जबकि हरिद्वार में वह सीसीटीवी में कैद हुआ है। उसने एक ही दिन में 11 बार मोबाइल स्विच आफ व आन किया। पुलिस की टीमें महज कुछ मिनट के अंतराल से चूक गईं।
कई ठिकानों पर दी गई दबिश
श्रीकांत त्यागी की गिरफ्तारी के लिए शुक्रवार को चार टीमें बनाई गई थीं। रविवार आते-आते टीमों की संख्या 12 पहुंच गई है। 12 टीमों में शामिल 40 से अधिक पुलिसकर्मी संदिग्धों से पूछताछ और सीसीटीवी खंगालने में जुटे हुए हैं।
तीन टीमें श्रीकांत का पीछा करते हुए उत्तराखंड के ऋषिकेश व हरिद्वार पहुंच गई हैं। डीसीपी सेंट्रल नोएडा राजेश एस ने बताया कि रविवार को भी आरोपित की गिरफ्तारी के लिए कई ठिकानों पर दबिश दी गई है।
वीडियो वायरल होते ही हुआ फरार
श्रीकांत त्यागी को जैसे ही भनक लगी कि महिला से अभद्रता का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया है तो उसने अपने करीबी को फोन कर सोसायटी के बाहर बुलाया। रात में वह उसके साथ गाड़ी से फरार हो गया। उसी गाड़ी का उपयोग वह उत्तराखंड में भी कर रहा है।
फर्जी सूचना देकर किया परेशान
रविवार दोपहर करीब तीन बजे सोसायटी के किसी व्यक्ति ने श्रीकांत के सोसायटी में ही होने की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिसकर्मी सोसायटी पहुंच गए, लेकिन यहां कोई नहीं मिला।
नोएडा प्राधिकरण ने नहीं की कार्रवाई
ओमेक्स सोसायटी में भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी द्वारा फ्लैट के बाहर कामन एरिया में अवैध निर्माण पर नोएडा प्राधिकरण चुप्पी साधे रहा। तत्कालीन जिलाधिकारी बीएन सिंह की संस्तुति के बाद भी प्राधिकरण ने कदम नहीं उठाया। निवासियों ने नोएडा प्राधिकरण के नियोजन विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
वर्ष 2019 में श्रीकांत त्यागी ने फ्लैट खरीदकर उसके कामन एरिया पर कब्जा कर लिया। इसकी लिखित शिकायत एओए ने जिलाधिकारी व नोएडा प्राधिकरण के नियोजन विभाग में की थी, पर भाजपा नेता ने सत्ता की धमक दिखा कार्रवाई को नहीं होने दिया। तत्कालीन जिलाधिकारी बीएन सिंह ने नोएडा प्राधिकरण को कार्रवाई करने के लिए लिखा था।
यहीं नहीं तत्कालीन महाप्रबंधक नियोजन एससी गौड़ ने सात दिन का नोटिस देकर श्रीकांत त्यागी से अतिक्रमण हटाने के लिए कहा था। इसके 15 दिन बाद प्राधिकरण ने अवैध निर्माण तोड़ने की बात कही थी। इसके लिए अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रवीण कुमार मिश्र तक को नोटिस की प्रति मार्क कर भेजी गई थी, लेकिन आज तक कार्रवाई नहीं की गई।

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